Birthday Special: बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार जिसकी झलक पाने को बेताब रहते थे फैन्स

Rajesh Khanna
Prabhasakshi

राजेश खन्ना की संवाद अदायगी इतनी बेमिसाल थी जिससे उनके द्वारा बोले गए साधारण डायलॉग भी अमर हो गए, चाहे वो आनंद फिल्म का संवाद 'बाबू मोशाय जिंदगी बड़ी होनी चाहिए लम्बी नहीं' हो या फिर अमरप्रेम का मशहूर डायलॉग 'पुष्पा आई हेट टियर्स' बच्चे-बच्चे की जबान पर था।

बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार राजेश खन्ना, जिनकी लोकप्रियता इतनी थी कि लड़किया इनको अपने खून से खत लिखती थी। राजेश खन्ना के हिस्से में 74 गोल्डन जुबिली हिट्स है। जितनी लोकप्रियता राजेश खन्ना को मिली उतनी आज तक किसी अभिनेता को नहीं मिल पाई। राजेश किसी भी रोल में अपने अभिनय से जान डाल देते थे।  

राजेश खन्ना का जन्म 29 जनवरी को पंजाब के अमृतसर में हुआ था उनका असली नाम जतिन खन्ना था। इनके पिता का नाम लाला हीरानंद था और माता चान्द्राणी खन्ना थी, बाद में चुन्नीलाल खन्ना और लीलावती खन्ना ने राजेश खन्ना को गोद ले लिया। राजेश खन्ना ने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई के गिरगांव सेंट सेबेस्टियन हाई स्कूल से पूरी की इसके बाद आर्ट्स से ग्रेजुएशन किया। राजेश को कालेज से ही एक्टिंग का शौक था। कालेज के नाटकों में वह बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे। अभिनय जगत में राजेश खन्ना की एंट्री चेतन आनंद की फिल्म 'आखिरी खत' से हुई। आराधना फिल्म की कामयाबी के बाद को बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार कहा गया।

एक झलक के लिए फैंस रहते थे बेताब

बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना की एक झलक पाने के लिए उनके चाहने वालों की भीड़ लग जाती थी। कहते है लड़कियों के बीच तो उनकी लोकप्रियता इतनी ज्यादा थी कि लड़किया उनकी फोटो अपने तकिये के नीचे रखकर सोती थी, जहां काका यानि राजेश खन्ना शूटिंग करते थे लड़कियां पहुंच जाती थी और उनकी सफ़ेद कार को चूमने लगती थी जिससे लिपस्टिक के दाग से सफ़ेद कार गुलाबी हो जाती थी। उस जमाने में लड़कियों ने राजेश खन्ना के नाम के टैटू बनवाये थे। घर से बाहर निकलने के लिए काका पुलिस की सहायता लेते थे।

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जिंदगी बड़ी होनी चाहिए लम्बी नहीं

राजेश खन्ना की संवाद अदायगी इतनी बेमिसाल थी जिससे उनके द्वारा बोले गए साधारण डायलॉग भी अमर हो गए, चाहे वो आनंद फिल्म का संवाद 'बाबू मोशाय जिंदगी बड़ी होनी चाहिए लम्बी नहीं' हो या फिर अमरप्रेम का मशहूर डायलॉग 'पुष्पा आई हेट टियर्स' बच्चे-बच्चे की जबान पर था। उनका रोटी फिल्म का डायलॉग 'इंसान को दिल दे, दिमाग दे, पर कमबख्त पेट ना दें' आज भी लोकप्रिय है। राजेश साधारण डायलॉग को भी अपने अभिनय से बेमिसाल कर देते थे।

राजेश खन्ना के अवार्ड्स

- राजेश खन्ना को तीन बार फिल्म फेयर अवार्ड मिला।

- चार बार फिल्म जर्नलिस्ट अवार्ड्स से नवाजा गया।

- राजेश खन्ना को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

लम्बी बीमारी के बाद 18  जुलाई 2012 को बॉलीवुड के इस चमकते सितारे ने दुनिया को अलविदा कह दिया। काका को आज भी उनके शानदार अभिनय के लिए याद किया जाता है। आराधना फिल्म में 'मेरे सपनो की रानी कब आएगी तू' गाने में शर्मिला टैगोर के साथ अठखेलियां करते हुए जब राजेश खन्ना आज भी फैन्स के दिलों में जिन्दा हैं।

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