Carlsen का जलवा बरकरार! 9वीं बार वर्ल्ड ब्लिट्ज चैंपियन, असाउबायेवा ने भी किया 'Triple Crown' हासिल

2025 वर्ल्ड ब्लिट्ज चेस चैंपियनशिप में मैग्नस कार्लसन ने पुरुष वर्ग में अपना दबदबा कायम रखते हुए नौवां खिताब जीता, वहीं महिला वर्ग में कजाकिस्तान की बिबिसारा असाउबायेवा तीसरी बार चैंपियन बनीं, दोनों ने कड़े मुकाबले जीते। टूर्नामेंट में भारत के अर्जुन एरिगैसी और फैबियानो कारुआना संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे, जबकि फाइनल मुकाबले बेहद रोमांचक रहे।
दोहा में आयोजित 2025 वर्ल्ड ब्लिट्ज चेस चैंपियनशिप का समापन रोमांच और उतार-चढ़ाव से भरे मुकाबलों के साथ हुआ, जहां एक बार फिर शतरंज की दुनिया को अपने पुराने चैंपियनों का जलवा देखने को मिला। पुरुष वर्ग में मैग्नस कार्लसन ने नौवीं बार वर्ल्ड ब्लिट्ज खिताब जीतकर इतिहास रच दिया, जबकि महिला वर्ग में कजाकिस्तान की बिबिसारा असाउबायेवा ने तीसरी बार यह खिताब अपने नाम किया।
बता दें कि टूर्नामेंट के पहले चरण में ओपन वर्ग में 19 राउंड और महिला वर्ग में 15 राउंड खेले गए, जिसके बाद शीर्ष चार खिलाड़ी नॉकआउट में पहुंचे। ओपन वर्ग में नोडिरबेक अब्दुसत्तोरोव दूसरे स्थान पर रहे, जबकि भारत के अर्जुन एरिगैसी और अमेरिका के फैबियानो कारुआना संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। महिलाओं में अन्ना मुज़ीचुक को रजत पदक मिला, जबकि झू जिनर और एलाइन रोएबर्स ने संयुक्त कांस्य पदक हासिल किया।
गौरतलब है कि ओपन वर्ग के मुकाबलों में पहले दिन अर्जुन एरिगैसी, मैक्सिम वाशिए-लाग्रेव और फैबियानो कारुआना संयुक्त रूप से शीर्ष पर थे। दूसरे दिन मुकाबले और तेज़ हुए, जहां कई दिग्गज खिलाड़ी दबाव में बाहर हो गए। इसी दौरान मैग्नस कार्लसन का एक विवादित क्षण भी देखने को मिला, जब समय की कमी में उन्होंने गलती से मोहरे गिरा दिए और नियमों के अनुसार उन्हें हार झेलनी पड़ी। इसके बावजूद कार्लसन ने जबरदस्त वापसी करते हुए नॉकआउट में जगह बनाई।
नॉकआउट चरण में अब्दुसत्तोरोव ने अर्जुन एरिगैसी को 2.5-0.5 से हराया, जबकि दूसरे सेमीफाइनल में कार्लसन ने फैबियानो कारुआना को कड़े मुकाबले में पराजित किया। फाइनल में अब्दुसत्तोरोव ने शुरुआत में बढ़त बनाई, लेकिन अनुभव का फायदा उठाते हुए कार्लसन ने अंतिम मुकाबले में जीत दर्ज कर खिताब अपने नाम किया।
महिला वर्ग में मुकाबले भी बेहद रोमांचक रहे। बिबिसारा असाउबायेवा ने सेमीफाइनल में झू जिनर को हराया, जबकि अन्ना मुज़ीचुक ने एलाइन रोएबर्स को मात दी। फाइनल में दोनों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला, जहां समय दबाव में असाउबायेवा ने बाज़ी मार ली। यह उनका तीसरा वर्ल्ड ब्लिट्ज खिताब रहा, जिससे उन्होंने इतिहास रच दिया।
मौजूद जानकारी के अनुसार, टूर्नामेंट के समापन समारोह में फिडे के उपाध्यक्ष विश्वनाथन आनंद ने खिलाड़ियों की सराहना करते हुए कहा कि दोहा में खेला गया यह संस्करण आने वाली पीढ़ियों के लिए मिसाल बनेगा। उन्होंने कतर शतरंज महासंघ और आयोजकों का भी आभार जताया।
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