सरयू से संगम तक: यूपी का पांचवां इम्तिहान, 12 जिलों की 61 सीटों का पूरा प्लान

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अभिनय आकाश । Feb 24 2022 4:24PM

पांचवें चरण के लिए यूपी के 12 जिलों की 61 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। 25 फरवरी को शाम 6 बजे प्रचार भी खत्म हो जाएगा। यानी प्रचार के लिए अब कल तक का ही दिन शेष बचा है। ऐसे में कोई भी पीछे नहीं रहना चाहता।

पांचवें फेज की जंग अयोध्या और प्रयागराज जैसे जिलों में होनी है। जिसके लिए 27 फरवरी को 12 जिलों की 61 सीट पर वोट डाले जाएंगे। लेकिन इस रण को जीतने के लिए सभी राजनीतिक दलों से एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। कल मायावती प्रयागराज में थी तो अखिलेश यादव सुल्तानपुर में दिखे। अमित शाह बाराबंकी से अपने विरोधियों पर हमला बोल रहे थे। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि चक्रव्यूह के पांचवें द्वार को कौन भेदेगा। चौथे चरण की वोटिंग हो चुकी है और अब पांचवें चरण की लड़ाई तेज हो चुकी है। योगी आदित्यनाथ से लेकर अमित शाह, अखिलेश यादव से लेकर प्रियंका गांधी और मायावती से लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने पांचवें चरण के लिए पूरी ताकत लगा दी है।

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25 तक प्रचार, 27 को मतदान

पांचवें चरण के लिए यूपी के 12 जिलों की 61 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। 25 फरवरी को शाम 6 बजे प्रचार भी खत्म हो जाएगा। यानी प्रचार के लिए अब कल तक का ही दिन शेष बचा है। ऐसे में कोई भी पीछे नहीं रहना चाहता। अखिलेश ने जहां अमेठी और सुल्तानपुर में विरोधियों पर हमले बोल रहे थे तो बाराबंकी से भाजपा के चाणक्य अमित शाह एक साथ सपा और बसपा पर गरज रहे थे। मायावती प्रयागराज की सभी 12 सीटों पर हाथी की रफ्तार बढ़ा रही थीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में चुनावी रैली की तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेठी में कांग्रेस को निशाने पर लिया।

यूपी की इन 12 जिलों में वोटिंग

अमेठी, रायबरेलीक, सुल्तानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा

2017 में बीजेपी का 90 प्रतिशत रहा था स्ट्राइक रेट

गौरतलब है कि यूपी की चुनावी लड़ाई सपा और भाजपा के बीच नजर आ रही है। इस रेस में कांग्रेस और बसपा पीछे दिखा दे रहे हैं। हालांकि प्रियंका गांधी वाड्रा पूरा जोर लगा रही हैं। लेकिन बसपा पर आरोप लग रहे हैं कि मायावती इस चुनाव को ठीक तरीके से नहीं लड़ रही हैं। जिस तरह से उन्हें लड़ना चाहिए क्योंकि प्रयागराज की रैली में भीड़ तो आई लेकिन उनके बयानों में वो आक्रमकता नहीं दिखी जो उनके कार्यकर्ताओं में जोश भर सके। 

उत्तर प्रदेश में 27 फरवरी को पांचवें चरण की जिन 61 सीटों पर वोट डाले जाने हैं उनमें से करीब 90 फीसदी सीटों पर बीजेपी और उसकी सहयोगियों का बोलबाला है। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में इन 61 सीटों में से 51 सीटें बीजेपी के खाते में गईं थीं जबकि उसकी सहयोगी अपना दल (एस) को दो सीटें प्राप्त हुई थीं। 2017 के चुनाव में दो अच्छे लड़के (अखिलेश-राहुल) की टीम बनाकर चुनावी मैदान में उतरी समाजवादी पार्टी को महज पांच सीटों से संतोष करना पड़ा था को उसकी सहयोगी कांग्रेस को एक सीट हासिल हुई थी। निर्दलीय के खाते में दो सीटें गई थी जबकि बहनजी की पार्टी का तो खाता भी नहीं खुल पाया था।

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जन्मभूमि से कर्मभूमि तक

बात धर्म की हो और धर्मनगरी अयोध्या की तो बीजेपी की बात होना लाजिमी है। शून्य से शिखर तक पहुंचने वाली बीजेपी के लिए अयोध्या सियासत का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल है। राम लला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे के नारे से सत्ता के शिखर पर पहुंचने वाली बीजेपी के लिए 2024 के विधानसभा चुनाव में अयोध्या बहुत बड़ा ब्रॉन्ड बन चुका है। यूपी के पांचवें चरण के चुनावी रण में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या से लेकर उनकी कर्मभूमि चित्रकूट और प्रयागराज में भी मतदान होगा। 2017 के चुनाव में अयोध्या की सभी पांच सीटों पर भगवा लहराया था। ज्ञात हो कि प्रभु राम ने वनवास के करीब 11 साल चित्रकूट में व्यतित किए थे जहां पिछले चुनाव में 2 सीटों पर कमल खिला था।  अयोध्या का विकास मॉडल भी योगी के चुनाव प्रचार का अहम हिस्सा बना हुआ है और राम मंदिर का निर्माण भी पूरे जोर-शोर से चल रहा है। इसका फायदा भी बीजेपी को मिलने की संभावना जताई जा रही है।

आधा दर्जन मंत्री की साख दांव  पर

पांचवें चरण के चुनाव में योगी सरकार के कई दिग्गज मंत्रियों की साख दांव पर लगी है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सिराथू सीट से चुनावी मैदान में हैं तो वहीं कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह पट्टी सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। इसके अलावा इलाहाबाद की पश्चिम सीट से कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनार्थ सिंह, इलाहाबाद दक्षिण से नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी चुनाव लड़ रहे हैं। चित्रकूट सदर से चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय तो वहीं मनकापुर की सुरक्षित सीट से समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री चुनावी मैदान में हैं।

- अभिनय आकाश

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