तीरंदाज अतनु और पुरूष हॉकी टीम ने बचायी चौथे दिन लाज
आशा और निराशा के बीच कम चर्चित तीरंदाज अतनु दास और पुरूष हाकी टीम ने रियो ओलंपिक खेलों में भारत की आस बंधायी। दास ने पुरूषों की व्यक्तिगत स्पर्धा के प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनायी।
रियो डि जिनेरियो। आशा और निराशा के बीच कम चर्चित तीरंदाज अतनु दास और पुरूष हाकी टीम ने रियो ओलंपिक खेलों में भारत की आस बंधायी। दास ने पुरूषों की व्यक्तिगत स्पर्धा के प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनायी जबकि पुरूष हॉकी टीम ने अर्जेंटीना को हराकर क्वार्टर फाइनल में अपना स्थान लगभग पक्का किया। दास ने पहले दौर में नेपाल के जीतबहादुर मुक्तान को 6-0 से हराया और क्यूबा के एड्रियन आंद्रेस पुंटेस पेरेज को 6-4 से हराकर प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। उन्हें हालांकि अब 12 अगस्त को विश्व के पूर्व नंबर पांच खिलाड़ी दक्षिण कोरिया के ली स्यूंग युन की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। ली दक्षिण कोरिया की उस विजेता टीम का हिस्सा थे जिसने इस ओलंपिक में टीम रिकर्व में सोने का तमगा जीता है।दास को दूसरे दौर में क्यूबा के तीरंदाज ने अच्छी चुनौती दी लेकिन भारतीय तीरंदाज आखिर में यह मुकाबला 28-26, 29-26, 26-27, 27-28, 29-28 से जीतने में सफल रहा। मैच का ओवरआल स्कोर 139-135 रहा लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने जरूरत के समय पर अच्छा प्रदर्शन करके जीत दर्ज की। इससे पहले दास ने नेपाली प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ शुरू से शानदार प्रदर्शन किया। इस मैच में उन्होंने कुल नौ में से सात ‘परफेक्ट 10’ के स्कोर बनाये और अपने प्रतिद्वंद्वी को किसी भी समय उबरने का मौका नहीं दिया। अतनु ने यह मैच 29-26, 29-24 और 30-26 से जीता। इस तरह से उनका ओवरआल स्कोरलाइन 88-76 रही। हॉकी में भारतीय हाकी टीम ने अंतिम क्वार्टर में अर्जेंटीनी टीम के हमलों से बचते हुए 2-1 की रोमांचक जीत दर्ज की। पूल बी चरण में इस दूसरी जीत ने भारत ने लगभग क्वार्टरफाइनल स्थान पक्का कर लिया है क्योंकि अब उसके छह अंक हो गये हैं और टीम दूसरे स्थान पर पहुंच गयी है।
भारत की तरफ से चिंगलेनसना सिंह (आठवें मिनट) और कोथाजीत सिंह (35वें मिनट) ने गोल किये जबकि अर्जेंटीना की तरफ से एकमात्र गोल गोंजालो पेलात ने 49वें मिनट में किया। भारत ने पहले तीन क्वार्टर में दबदबे भरा प्रदर्शन किया लेकिन अंतिम 15 मिनट में वह दबाव में आ गया और इस दौरान उन्होंने कम से कम पांच पेनल्टी कार्नर गंवाये। अर्जेंटीनी टीम ने 0–2 से पिछड़ने के बाद अंतिम क्वार्टर में दमदार प्रदर्शन किया जिसमें भारतीय टीम कमजोर दिखी। भारतीयों के लिये अंतिम क्वार्टर तनावपूर्ण रहा। ड्रैग फ्लिकर गोंजालो पेलात ने 49वें मिनट में अपने पहले पेनल्टी कार्नर को गोल में तब्दील किया। श्रीजेश ने हालांकि इसके अलावा शानदार खेल दिखाया। यदि वह नहीं होते तो भारत को लगातार दूसरी हार झेलनी पड़ सकती थी। भारत को हालांकि अब भी पहले पदक का इंतजार है। निशानेबाजी में हीना सिद्धू ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में लचर प्रदर्शन किया और 600 में से 576 अंक बनाकर 20वें स्थान पर रहीं। नौकायन में भारतीय नौकाचालक दत्तू बब्बन भोकानल पुरूषों के एकल स्कल के क्वार्टर फाइनल में चौथे स्थान पर रहते हुए पदक की दौड़ से बाहर हो गए। भोकानल ने 2,000 मीटर की दूरी छह मिनट 59–89 सेकेंड में तय की जो चौथे क्वार्टरफाइनल में तीसरे और आखिरी क्वालीफायर पोलैंड के नैटन वेग्रजिस्की के छह मिनट 53–52 सेकेंड से छह सेकेंड से थोड़ा ज्यादा थी।
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