Age is just a number! यहां देखें तोक्यो 2020 में सबसे कम उम्र के ओलंपियन

Here are some of the youngest Olympians at Tokyo 2020
निधि अविनाश । Jul 27 2021 3:05PM

अमेरिका की स्कूली छात्रा लीडिया जेकोबी ने टीम की अपनी साथी और गत ओलंपिक चैंपियन लिली किंग को पछाड़कर तोक्यो ओलंपिक की महिला 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक तैराकी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।

आम तौर पर जिस उम्र में बच्चे खिलौनो या वीडियो गेम से खेलते है, वहीं स्केटबोर्डिंग में हैरतंगेज करतब दिखाकर 13 साल की दो बच्चियों ने तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण और रजत पदक जीत कर दुनियाभर के लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। Age is Just a Number के इस कहावत को तोक्यो ओलंपिक में इन लड़कियों ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से तमाम चुनौतियों का सामना करके पुरूषों के इस खेल पर दबदबे को तोड़ा है। बता दें कि जापान की मोमिजी निशिया ने पहला ओलंपिक खेलते हुए पीला तमगा अपने नाम किया। रजत पदक ब्राजील की रेसा लील को मिला जो 13 वर्ष की ही है। वहीं कांस्य पदक जापान की फुना नाकायामा को मिला।

हेंड ज़ाज़ा 12- टेबल टेनिस खिलाड़ी 

सीरिया की 12 साल की टेबल टेनिस खिलाड़ी हेंड ज़ाज़ा युद्ध से अपने गृह नगर के बर्बाद होने के बावजूद अपने ओलंपिक स्वप्न को पूरा करने के लिये पीछे नहीं हटीं। आपको बता दें कि हेंड ज़ाज़ा ओलंपिक में खेलने वाली सबसे कम उम्र की टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं। बता दें कि हेंड ज़ाज़ा शनिवार 24 जुलाई को टेबल टेनिस में अपना पहला मैच हार गई थी। 

क्वान होंगचन, 14 - चीन - डाइविंग

चीन की 14 साल की क्वान होंगचन तोक्यो ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर प्लेटफॉर्म डाइविंग में 4 अगस्त को होने वाले इवेंट में हिस्सा लेंगी। 

केटी ग्रिम्स, 15 -स्विमिंग   

अमेरिका टीम की सबसे कम उम्र की केटी ग्रिम्स 800 मीटर फ़्रीस्टाइल में प्रतिस्पर्धा करने वाली एक तैराक हैं।

लीडिया जेकोबी 17- ब्रेस्टस्ट्रोक तैराकी

अमेरिका की स्कूली छात्रा लीडिया जेकोबी ने टीम की अपनी साथी और गत ओलंपिक चैंपियन लिली किंग को पछाड़कर तोक्यो ओलंपिक की महिला 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक तैराकी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। सत्रह साल की जेकोबी अमेरिका की ओलंपिक तैराकी टीम में जगह बनाने वाली अलास्का की पहली तैराक हैं। जेकोबी ने एक मिनट 4.95 सेकेंड के समय के साथ खिताब अपने नाम किया। 

कुवैत के अब्दुल्ला अलरशीदी - 58 वर्ष की उम्र में ओलंपिक पदक जीतकर मिसाल बने 

उम्र के जिस पड़ाव पर लोग अक्सर ‘रिटायर्ड ’ जिदंगी की योजनायें बनाने में मसरूफ होते हैं, कुवैत के अब्दुल्ला अलरशीदी ने तोक्यो ओलंपिक निशानेबाजी में कांस्य पदक जीतकर दुनिया को दिखा दिया कि उनके लिये उम्र महज एक आंकड़ा है। सात बार के ओलंपियन ने सोमवार को पुरूषों की स्कीट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।

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