भारत के सामने फीफा विश्व कप क्वालीफायर में कतर की मुश्किल चुनौती

india vs qatar
प्रतिरूप फोटो
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मंगलवार को भारतीय फुटबॉल टीम 2026 फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफायर के दूसरे दौर के मुकाबले में कतर से भिड़ेगी। क्वालिफायर से पहले भारत ने कुवैत को 1-0 से हराया था।

भारतीय फुटबॉल टीम 2026 फीफा विश्व कप क्वालीफायर के दूसरे दौर के मुकाबले में मंगलवार को यहां कतर के खिलाफ मैदान में उतरेगी तो उसे ग्रुप ए में सबसे कठिन चुनौती का सामना करना पड़ेगा। क्वालीफायर के पहले मैच में कुवैत को 1-0 से हराने के बाद भारतीय टीम का हौसला बढ़ा हुआ है। भारत घरेलू मैदान पर कतर को कड़ी टक्कर देने की उम्मीद करेगा लेकिन मेहमान टीम प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगी।

भारतीय टीम ने चार साल पहले एशियाई चैंपियन कतर को गोलरहित ड्रा पर रोका था और इस मुकाबले में यह टीम के लिए प्रेरणा का काम करेगा। भारत ने 2022 विश्व कप के दूसरे दौर के क्वालीफायर में 10 सितंबर, 2019 को दोहा कतर को गोलरहित ड्रा पर रोककर फुटबॉल जगत को आश्चर्यचकित कर दिया था। कतर उस समय जबरदस्त फॉर्म में था और उसने 2019 की शुरुआत में एशिया कप का खिताब जीता था। उस मुकाबले में करिश्माई भारतीय कप्तान सुनील छेत्री अस्वस्थ होने के कारण मैदान पर नहीं उतरे थे लेकिन  मंगलवार को कलिंगा स्टेडियम में वह अपना कौशल दिखाने के लिए उत्सुक होंगे।

छेत्री की मौजूदगी के बाद भी इस बात की संभावना कम है कि भारतीय टीम कतर से ज्यादा आक्रमण करेगी। गोलकीपर गुरप्रीत सिंह ने 2019 में कतर के खिलाफ उस मैच में टीम का नेतृत्व किया था और कलिंगा स्टेडियम में कतर को गोल करने से रोकने का दारोमदार एक बार फिर से उन पर होगा। विश्व रैंकिंग में 61 वें स्थान पर काबिज कतर ने दोहा में 16 नवंबर को अपने शुरुआती मुकाबले में अफगानिस्तान को 8-1 के बड़े अंतर से रौंदा है। टीम की कोशिश भारत के खिलाफ इस लय को जारी रखने की होगी।

अफगानिस्तान के खिलाफ चार गोल दागने वाले कतर के स्टार स्ट्राइकर अल्मोइज अली को रोकना भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। अनवर अली की गैरमौजूदगी में भारतीय रक्षा पंक्ति पहले ही थोड़ी कमजोर है। भारतीय कोच इगोर स्टिमक को इस अहम मुकाबले में अली के अलावा जैकसन सिंह की भी सेवाएं नहीं मिलेगी। अली मोहन बागान के एएफसी कप के मैच के दौरान चोटिल हुए जबकि केरल ब्लास्टर के खिलाड़ी जैकसन इंडियन सुपर लीग में मुंबई एफसी के खिलाफ मैच में चोटिल हो गये। मध्यपंक्ति में सहल अब्दुल समद और मनवीर सिंह पर कतर की अग्रिम पंक्ति की धार कुंद करने के साथ भारतीय अग्रिम पंक्ति के लिए मौके बनाने की चुनौती होगी।

भारतीय कोच स्टिमक ने कहा, ‘‘ हमने हर खिलाड़ी और मैदान की स्थिति से कतर का विश्लेषण किया है और अच्छी तरह से जानते हैं कि गति और ताकत के मामले में वे क्या करने में सक्षम हैं। उनके रक्षात्मक और आक्रामक खेल का कोई तोड़ निकालना मुश्किल है। उन्होंने इसका प्रदर्शन अफगानिस्तान के खिलाफ आठ गोल करके किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत मुश्किल होने वाला है, कतर इस ग्रुप से जीत का प्रबल दावेदार है। इस मैच में हम से ज्यादा उम्मीदें नहीं हैं लेकिन हम जानते हैं कि हमें अपने मौके को दोनों हाथों से लपकना होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने कुवैत के खिलाफ पहली बाधा को पार की और अब मैं चाहता हूं कि खिलाड़ी कतर के खिलाफ अपने कौशल का प्रदर्शन करें।’’

भारत और कतर के अलावा ग्रुप ए में कुवैत और अफगानिस्तान की टीमें हैं। ग्रुप में शीर्ष दो स्थान पर रहने वाली टीमें फीफा विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर के साथ 2027 एएफसी एशियाई कप के लिए अपनी जगह पक्की करेगी। भारतीय टीम फीफा विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में एक बार भी नहीं पहुंची है और कुवैत पर टीम की 1-0 से जीत के बाद यह उम्मीदें जाग गयी है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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