भारतीय मुक्केबाजों के बदलेंगे भार वर्ग, AIBA ने ओलंपिक डिवीजन में किया फेरबदल

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जिन वजन वर्गों को अंतिम रूप दिया गया है उनमें पुरूषों की 52 किग्रा, 57 किग्रा, 63 किग्रा, 69 किग्रा, 75 किग्रा, 81 किग्रा, 91 किग्रा और + 91 किग्रा जबकि महिलाओं में 51 किग्रा, 57 किग्रा, 64 किग्रा, 69 किग्रा और 75 किग्रा शामिल हैं।

नयी दिल्ली। भारत के कुछ नामी मुक्केबाजों जैसे अमित पंघल, शिव थापा और मनीष कौशिक को अगर ओलंपिक में खेलने का अपना सपना बरकरार रखना है तो उन्हें अब अधिक भार वर्ग में अपना भाग्य आजमाना होगा क्योंकि इस खेल की विश्व संस्था ने उनके वर्तमान डिवीजन को तोक्यो ओलंपिक 2020 से हटा दिया है। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) ने ओलंपिक के लिये पुरूषों के आठ और महिलाओं के पांच वजन वर्गों को अंतिम रूप दिया है। जिन वजन वर्गों को अंतिम रूप दिया गया है उनमें पुरूषों की 52 किग्रा, 57 किग्रा, 63 किग्रा, 69 किग्रा, 75 किग्रा, 81 किग्रा, 91 किग्रा और + 91 किग्रा जबकि महिलाओं में 51 किग्रा, 57 किग्रा, 64 किग्रा, 69 किग्रा और 75 किग्रा शामिल हैं। 

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एआईबीए ने इस साल सितंबर से मुकाबलों की समीक्षा प्रणाली शुरू करने का भी फैसला किया है जिसके तहत टीमों को एक टूर्नामेंट में दो बाउट के फैसलों को चुनौती देने की अनुमति मिलेगी। बदलाव का मतलब है कि एशियाई खेलों में 49 किग्रा में स्वर्ण पदक जीतने वाले पंघल को अब 52 किग्रा में खेलना होगा जबकि थापा और कौशिक को 60 किग्रा को भूलकर 63 किग्रा में भाग्य आजमाना होगा। थापा तीन बार के एशियाई चैंपियनशिप के पदक विजेता और विश्व कांस्य पदक विजेता हैं जबकि कौशिक ने पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था। भारतीय मुक्केबाजी के हाई परफोरमेन्स निदेशक सैंटियागो नीवा ने पीटीआई से कहा, ‘‘हम इसके लिये तैयार थे। हम जानते थे कि वजन वर्गों में बदलाव होगा और अगले महीने एशियाई चैंपियनशिप के बाद मुक्केबाजों के वजन वर्ग बदल दिये जाएंगे। इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं है। अगर उन्हें ओलंपिक पदक का सपना बरकरार रखना है तो अधिक भार वर्ग में जाना ही होगा।’’

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 पंघल पहले ही अधिक वजन वर्ग में खेल रहे हैं और उन्होंने पिछले महीने स्ट्रैंडजा मेमोरियल में स्वर्ण जीता था। थापा अभी जी बी अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट में भाग लेने के लिये हेलंसिकी, फिनलैंड में हैं जबकि कौशिक जर्मनी में अभ्यास कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने तोक्यो महिलाओं के वजन वर्गों में बढ़ोतरी करने के लिये कहा था जिसके बाद बदलाव जरूरी हो गया था। पहले महिलाएं तीन वर्गों 51 किग्रा, 60 किग्रा और 75 किग्रा में भाग ले रही थी जबकि पुरूषों के दस वजन वर्ग थे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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