एशियाई चैंपियन्स ट्राफी के फाइनल में कोरिया से हारी भारतीय महिला टीम
भारतीय महिला हाकी टीम अपने खिताब का बचाव करने में नाकाम रही और आज यहां पांचवीं महिला एशियाई चैंपियन्स ट्राफी के फाइनल में मेजबान दक्षिण कोरिया से 0-1 से हार गयी।
डोंगाई सिटी (कोरिया)। भारतीय महिला हाकी टीम अपने खिताब का बचाव करने में नाकाम रही और आज यहां पांचवीं महिला एशियाई चैंपियन्स ट्राफी के फाइनल में मेजबान दक्षिण कोरिया से 0-1 से हार गयी। दक्षिण कोरिया ने अपने ठोस रक्षण का बेजोड़ नमूना पेश किया। उसकी तरफ से योंगसिल ली ने 24वें मिनट में मैदानी गोल दागा जो आखिर में निर्णायक साबित हुआ। भारतीय रक्षापंक्ति की शुरू में दक्षिण कोरिया ने अच्छी परीक्षा ली। उन्होंने मध्यपंक्ति में गेंद को अपने कब्जे में रखा और भारतीयों पर दबाव बनाया। भारत ने हालांकि उसके प्रयासों को अच्छी तरह से नाकाम किया। दक्षिण कोरिया के पास कुछ अच्छे मौके थे लेकिन पहले 15 मिनट में कोई गोल नहीं हुआ। कोरिया ने हालांकि दूसरे पीरियड में दबदबा बनाया तथा दो मिनट के अंदर तीन पेनल्टी कार्नर हासिल किये। भारतीय गोलकीपर सविता ने अच्छा प्रदर्शन करके टीम पर से खतरा टाला। कोरिया को आखिर में 24वें मिनट में गोल करने में सफलता मिली जब भारतीय जवाबी हमले का बचाव करने की अच्छी स्थिति में नहीं थे। मी ह्यून पार्क दायें छोर की बेसलाइन से गेंद आगे लेकर बढ़ी। उन्होंने भारतीय गोल की तरफ गेंद बढ़ायी और ली ने डिफलेक्ट से उसे गोल में पहुंचाया। एक गोल से पिछड़ने के बाद भारतीय लय हासिल करने के लिये जूझते रहे।
भारत ने बराबरी का गोल करने के लिये काफी प्रयास किये लेकिन दक्षिण अफ्रीकी हर बार पूरी तरह से मुस्तैद थे। मेजबान टीम ने दूसरे हाफ में अपना अधिकतर समय गोल बचाने में लगाया। कोरिया के पास 43वें मिनट में दूसरा गोल करने का मौका था लेकिन मी ह्यून पार्क का शाट सविता ने बचा दिया। कोरिया को इसके एक मिनट बाद चौथा पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन फिर से सविता ने उसे बढ़त मजबूत नहीं करने दी।आखिरी क्वार्टर में कोरियाई खिलाड़ी अपने हाफ में ही मंडराते रहे। उन्होंने भारतीय फारवर्ड को मौका नहीं दिया। अंतिम क्षणों में भारतीय टीम बराबरी का गोल करने के लिये बेताब दिखी। उसने गोलकीपर सविता की जगह अतिरिक्त खिलाड़ी भी उतारा लेकिन वे कोरिया की मजबूत रक्षापंक्ति में सेंध नहीं लगा पाये। दक्षिण कोरिया ने तीसरी बार एशियाई चैंपियन्स ट्राफी जीती है। इससे पहले उसने 2010 और 2011 में खिताब जीता था। भारत दूसरी बार उप विजेता रहा। वह 2013 के फाइनल में जापान से हार गया था। भारतीय स्ट्राइकर वंदना कटारिया को टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी तथा युवा लालरेमसियामी को टूर्नामेंट की उदीयमान खिलाड़ी चुना गया। स्ट्राइकर नवनीत कौर और वंदना कटारिया तथा चीन की झियोमिंग सोंग ने टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल किये।
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