विश्व कप स्टेडियम के बाहर ईरान सरकार के समर्थकों और विरोधियों में हुई झड़प

World Cup stadium
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‘महिला, जिंदगी, आजादी’ के नारों वाले टीशर्ट पहने प्रशंसकों को उन्होंने अपमानजनक शब्द भी कहे। इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में ईरान के खिलाड़ियों ने प्रदर्शनकारियों के समर्थन में राष्ट्रगीत नहीं गाया था।

विश्व कप में ईरान के दूसरे मैच से पहले काफी तनाव पैदा हो गया जब ईरान सरकार के समर्थकों ने सरकार का विरोध करने वालों को परेशान किया और स्टेडियम के सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों के झंडे, टीशर्ट और अन्य सामान जब्त कर लिये। वेल्स के खिलाफ मैच से पहले अहमद बिन अली स्टेडियम पर पर्शिया (आधुनिक ईरान) की क्रांति से पहले के ध्वज लेकर आये प्रशंसकों को सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया। बाकियों के हाथ से ये झंडे ईरान सरकार समर्थकों ने छीनकर फाड़ दिये।

‘महिला, जिंदगी, आजादी’ के नारों वाले टीशर्ट पहने प्रशंसकों को उन्होंने अपमानजनक शब्द भी कहे। इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में ईरान के खिलाड़ियों ने प्रदर्शनकारियों के समर्थन में राष्ट्रगीत नहीं गाया था। उन्होंने आज हालांकि राष्ट्रगीत गाया। स्टेडियम के बाहर मीडिया को इंटरव्यू दे रही तीन अलग अलग महिलाओं को ईरान सरकार समर्थकों ने घेर लिया और इंटरव्यू में बाधा डाली। उन्होंने ‘ इस्लामिक रिपब्लिक आफ ईरान’ नारे भी लगाये।

कई महिलायें घबराई हुई दिखीं क्योंकि इन लोगों ने फारसी में उनके खिलाफ कुछ कहा और अपने फोन पर उनके क्लोज अप फोटो भी लिये। एक महिला मरियम तो रोने लगी क्योंकि इन लोगों ने उसके पास घेरा बनाकर उसके चेहरे की तस्वीरें ली। उसने अपने चेहरे पर ‘ महिला, जिंदगी , आजादी’ नारा पुतवा रखा था। मूल रूप से ईरान की नागरिक मरियम अब लंदन में रहती है। उन्होंने कहा ,‘‘ हम महिलाओं के अधिकारों के आंदोलन के बारे में जागरूकता जगाना चाहते हैं। मैं यहां किसी से लड़ने नहीं आयी लेकिन ये लोग मुझ पर हमला करके मुझे आतंकवादी कह रहे हैं।मैं इतना ही कहना चाहती हूं कि अगर सड़कों पर लोग मारे जा रहे हैं तो फुटबॉल कोई मायने नहीं रखता।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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