वनडे में दो गेंदों का उपयोग नाकामी को न्योता देने जैसा: सचिन तेंदुलकर

Two new cricket balls in ODIs is recipe for disaster, says Tendulkar
[email protected] । Jun 22 2018 6:43PM

एकदिवसीय मैचों में हाल ही में लगे रनों के अंबार से चिंतित चैम्पियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने इस प्रारूप में दो नयी गेंदों के इस्तेमाल की आलोचना करते हुए कहा कि यह नाकामी को न्यौता देने जैसा है

नयी दिल्ली। एकदिवसीय मैचों में हाल ही में लगे रनों के अंबार से चिंतित चैम्पियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने इस प्रारूप में दो नयी गेंदों के इस्तेमाल की आलोचना करते हुए कहा कि यह नाकामी को न्यौता देने जैसा है जिस पर भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी सहमति जतायी। इंग्लैंड ने हाल ही में आस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में सर्वोच्च स्कोर बनाया।

तेंदुलकर ने ट्विटर पर लिखा, ‘वनडे में दो नयी गेंदों का इस्तेमाल नाकामी को न्यौता देने जैसा है। गेंद को उतना समय ही नहीं मिलता कि रिवर्स स्विंग मिल सके। हमने डैथ ओवरों में लंबे समय से रिवर्स स्विंग नहीं देखी।’

कोहली ने इस पर सहमति व्यक्त करते हुए कि पिच के सपाट होने पर यह गेंदबाजों के लिये लगातार ‘बेहद कड़ा ’ बन गया है। कोहली ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह गेंदबाजों के लिये बेहद कड़ा बन गया है। मैंने तब भी वनडे क्रिकेट खेली थी जब केवल एक नयी गेंद का उपयोग होता था और पारी के आखिरी क्षणों में रिवर्स स्विंग बड़ा कारक होता था जो कि एक बल्लेबाज के तौर पर मुझे लगता है कि अधिक चुनौतीपूर्ण था।’

इंग्लैंड ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में छह विकेट पर 481 रन बनाये । अगले वनडे में 312 रन का लक्ष्य 45 ओवरों में हासिल कल लिया। रिवर्स स्विंग के महारथी पाकिस्तान के वकार युनूस ने तेंदुलकर का समर्थन करते हुए कहा, ‘यही वजह है कि अब आक्रामक तेज गेंदबाज नहीं निकलते। सभी रक्षात्मक खेलते हैं। सचिन से पूरी तरह सहमत हूं। रिवर्स स्विंग लुप्त ही हो गई है।’ आईसीसी ने अक्तूबर 2011 में वनडे में दो नयी गेंदों का प्रयोग शुरू किया था।

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