Open AI का The New York Times पर आरोप, ChatGPT को किया गया हैक, जानें पूरी डिटेल्स
चैटजीपीटी निर्माता ने एक संघीय अदालत से द न्यूयॉर्क टाइम्स के मुकदमे के कुछ हिस्सों को खारिज करने के लिए कहा है। इसमें उन्होंने बताया कि अखबार ने भ्रामक परिणाम दिखाने के लिए कंपनी के एआई टूल को हैक कर लिया है। ताकि ये कॉपीराइट मुकदमा चलाने के लिए इसका इस्तेमाल किया है।
पिछले साल 2023 के दिसंबर में टाइम्स ने ओपन एआई और माइक्रोसॉफ्ट पर कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया है। इस मामले में एक नई जानकारी तब सामने आई, जब ओपनएआई सीईओ ने इस मुकदमों को खारिज करते हुए कहा कि पब्लिकेशन ने चैटजीपीटी को हैक करने के लिए किसी को हायर किया है।
बता दें कि, चैटजीपीटी निर्माता ने एक संघीय अदालत से द न्यूयॉर्क टाइम्स के मुकदमे के कुछ हिस्सों को खारिज करने के लिए कहा है। इसमें उन्होंने बताया कि अखबार ने भ्रामक परिणाम दिखाने के लिए कंपनी के एआई टूल को हैक कर लिया है। ताकि ये कॉपीराइट मुकदमा चलाने के लिए इसका इस्तेमाल किया है।
- इसके साथ ही मैनहट्टन संघीय अदालत में एक फाइलिंग के दौरान Open AI ने कहा कि टाइम्स अपने कठोर पत्रकारिता मानकों को पूरा नहीं करते हैं। सच्चाई इससे परे है, जो इस मामले के दौरान सामने आई है।
- टाइम्स ने अपनी बात सिद्ध करने के लिए ओपनएहाई के प्रोडक्ट्स को हैक किया है और इसके लिए किसी को भुगतान भी किया था।
- कंपनी ने आगे कहा कि हालांकि, उन्हें अत्यधिक विषण परिणाम जनरेट करने के लिए हजारों प्रयास करने पड़े होंगे।
- साथ ही अखबार ने केवल भ्रामक संकेतों का इस्तेमाल करके बग को टारगेट किया है। ऐसा करना ओपनएआई के इस्तेमाल की शर्तों का स्पष्ट रुप से उल्लंघन करना है।
फिलहाल, बता दें कि दिसंबर में न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने कॉपीराइट का उल्लंघन करने के लिए Open AI और माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ मुकदमा दायर किया था। इस मामले में ये दावा किय गया था कि कंपनी ने अखबार के कंटेंट का इस्तेमाल अपने लार्ज लैंग्वेज मॉडल- एआई चैटबॉट्स की इन बिल्ट तकनीक को प्रशिक्षित करने के लिए किया था। इसके लिए कंपनी ने अखबार से कोई अनुमति नहीं ली थी और न तो कोई भुगतान किया था। वहीं कंपनी के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कहा कि इस मुकदमे ने उन्हें बिल्कुल भी चिंतित नहीं किया है।
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