पूरब और पश्चिम की संस्कृति देखने को मिलती है गोवा में
पूरब और पश्चिम की संस्कृति और शताब्दियों से धार्मिक गतिविधियों पर नजर डाली जाए, तो गोवा की जीवनशैली पूरे भारत से अलग है। हिंदू और कैथलिक समुदाय मिली−जुली संस्कृति प्रस्तुत करते हैं।
गोवा पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगह है। इसे पर्यटक स्वर्गलोक भी कहते हैं। गोवा के खूबसूरत नजारे सभी को लुभाते हैं। बेजोड़ वास्तुकला से युक्त मंदिर, गिरजाघर और पुराने घर गोवा को पूरे देश का सबसे बेहतर पर्यटक स्थल बनाते हैं। मगर सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र हैं यहां के समुद्र तट। गोवा की आत्मा यहां की संस्कृति और खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों में है। नए साल का जश्न हो या अपने आप को थोड़ा तरोताजा करना हो, गोवा से बेहतर कोई जगह नहीं। बच्चे, युवा और बुजुर्ग हर किसी की पहली पसंद है गोवा। ठंड के दिनों में गोवा का मौसम बेहद सुहावना होता है। सर्दी की छुटि्टयां दिल खोल कर मनाई जा सकती हैं। यों भी छुटि्टयों की राजधानी ही है गोवा।
उन्नीस दिसम्बर 1961 को गोवा को पुर्तगालों से भारतीय सेना ने आजाद करवाया और दमन−दीव के साथ इसे मिलाया गया। 30 मई 1987 को गोवा गणतंत्र भारत का 25वां राज्य बनाया गया। इससे पहले बरसों तक गोवा पर कई शासकों का शासन रहा जैसे राष्ट्रकूट, कादम्बास, सिलाहारास, चालुक्य, बहामनी मुस्लिम और सबसे ज्यादा पुर्तगालों का। एक किवंदती के अनुसार गोवा को भगवान परशुराम ने बनाया था, जो भगवान विष्णु के अवतार माने जाते थे।
पूरब और पश्चिम की संस्कृति और शताब्दियों से धार्मिक गतिविधियों पर नजर डाली जाए, तो गोवा की जीवनशैली पूरे भारत से अलग है। हिंदू और कैथलिक समुदाय मिली−जुली संस्कृति प्रस्तुत करते हैं। यहां का समुदाय एक दूसरे के धर्म और संस्कृति का बेहद सम्मान करता है। पूरे देश के त्योहार गोवा में देखे जा सकते हैं जैसे गणेश−चतुर्थी, दिवाली, क्रिसमस, ईस्टर और ईद। ये सभी त्योहार गोवा में उतने ही उत्साह से मनाए जाते हैं, जितने बाकी राज्यों में।
गोवा के उत्तर में महाराष्ट्र की सीमा है तो दक्षिण पूर्व में कर्नाटक। गोवा के पश्चिम में मशहूर अरब सागर की तट रेखा है। गोवा में कई नदियां हैं जैसे− तिराकोल, मांडोवी, जुआरी, चपोरा, साल और तलपोना, जिनके किनारे गोवा में खूबसूरती और रोमांस भरते हैं। शयादरी पहाड़ का बेहद हरा−भरा इलाका यह दर्शाता है कि गोवा में हर तरफ पानी है। यहां की प्राकृतिक खूबसूरती आश्चर्य में डाल देने वाले समुद्री तट और सूर्य की मनमोहक रोशनी यहां आने वाले हर पर्यटक को आकर्षित करती है। यहां के समुद्र तट और हर तरफ हरियाली पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है, खास कर गोवा का शांत वातावरण, लोगों का उमंग भरा स्वागत और दोस्ताना व्यवहार इसे और खास बनाता है। यहां का पूरा माहौल उमंग से भर देता है।
मई−जून में गोवा का मौसम बेहद गर्म होता है पर मानसून आते−आते यहां का मौसम सुहावना हो जाता हैं। हालांकि गोवा अपने−आप में इतना खूबसूरत है कि बारिश के बाद यहां की हरियाली देखते बनती है।
गोवा युवाओं की सबसे प्रिय जगह है। छुटि्टयों की मौज मस्ती हो, हनीमून के लिए जाना हो या त्योहार का मजा लेना हो, तो गोवा चले जाएं। यहां के लोग हमेशा अपने आप को तरोताजा और जिंदादिल रखते हैं। बच्चे हों या बुजुर्ग, हर कोई यहां जाकर अपने आप को गोवा के रंग में रंग लेता है। समुद्र के किनारों पर लहरों से मस्ती और सुनहरी धूप के साथ गोवा के समुद्री खान−पान का मजा ही कुछ और है।
गोवा जाने का सबसे अच्छा समय है, सितम्बर आखिर से मार्च तक। इस दौरान यहां मौसम सुहावना होता है। गोवा जाने के लिए आप हवाई यातायात का इस्तेमाल कर सकते हैं दिल्ली से ट्रेन भी जाती हैं। गोवा शहर में घूमने के लिए बस सेवा उपलब्ध है।
- ईशा
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