पुरातत्व विभाग का बड़ा खुलासा, सोमनाथ मंदिर के नीचे दबी मिली 3 मंजिला इमारत

Somnath temple
अंकित सिंह । Dec 31 2020 3:40PM

इमारत को तीन मंजिला बताया जा रहा है। सोमनाथ मंदिर देश के करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक है। इसके अलावा यह भी पता लगा है कि यहां से कुछ ही दूरी पर स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल के स्टेचू के आसपास बौद्ध की गुफाएं भी हैं।

गुजरात का सोमनाथ मंदिर देश के भव्य मंदिरों में से एक है। यह भगवान भोले शंकर के 12 ज्योतिर्लिंगों में से महत्वपूर्ण ज्योतिर्लिंग है। सोमनाथ मंदिर को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। यह खुलासा आईआईटी गांधीनगर और आर्कियोलॉजी डिपार्टमेंट के जरिए किए गए एक रिसर्च के बाद किया गया है। रिपोर्ट में यह बताया गया है कि मंदिर के नीचे L शेप की एक और बड़ी इमारत है। इमारत को तीन मंजिला बताया जा रहा है। सोमनाथ मंदिर देश के करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक है। इसके अलावा यह भी पता लगा है कि यहां से कुछ ही दूरी पर स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल के स्टेचू के आसपास बौद्ध की गुफाएं भी हैं।

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दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग 1 साल पहले पुरातत्व विभाग को इसकी जांच के आदेश दिए थे। अब पुरातत्व विभाग ने 32 पन्नों की जांच रिपोर्ट सोमनाथ ट्रस्ट को सौंपा है। यह लगभग 5 करोड रुपए के आधुनिक मशीनों से मंदिर के नीचे की की गई है। आपको यह बताना भी जरूरी है कि पीएम मोदी सोमनाथ मंदिर के ट्रस्टी भी हैं। जमीन के लगभग 12 मीटर तक इन्वेस्टिगेशन करने पर यह पता चला कि यहां एक की इमारत है जिसका प्रवेश द्वार भी है। हालांकि 2017 में ही यह पता चल गया था कि यहां L शेप में एक इमारत पहले से मौजूद थे।

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सोमनाथ मंदिर प्रशासन ने एक बड़ा निर्णय लिया है। इस निर्णय में सोमनाथ मंदिर के 1400 कलशों को सोने से मढ़ने का निर्णय लिया गया है। यह दावा किया जा रहा है कि साल 2021 के अंत तक मंदिर के सभी कलशों को सुनहरा बनाने का भी काम पूरा कर लिया जाएगा। मंदिर के ट्रस्टी पीके लहरी ने बताया कि हम सोमनाथ मंदिर के 1400 से अधिक कलशों पर सोने की परत चढ़ा रहे हैं। अब तक लगभग 500 लोगों ने इस पहल के लिए दान दिया है। आपको बता दें कि सोमनाथ मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण स्वयं चंद्रदेव ने करवाया था।

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