कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक और अच्छी खबर, कोवैक्सीन की बूस्टर डोज से मिलेगी लंबी सुरक्षा
जानकारी के मुताबिक बताया गया है कि कोवैक्सीन की बूस्टर डोज BBV152 लगाने (दो डोज लेने के 6 महीना के बाद) 90% वॉलिंटियर्स में कोरोनावायरस के खतरनाक वेरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी पाई गई है। रिसर्च में यह बात भी सामने आया है कि कोवैक्सीन का यह बूस्टर डोज पूरी तरह से सुरक्षित है और ब्रेकआउट संक्रमण को रोकने के लिए लगातार प्रतिरक्षा सुनिश्चित करता है।
देश में कोरोनावायरस महामारी का दौर एक बार फिर से देखा जा रहा है। कोरोनावायरस के मामलों में वृद्धि के बीच 10 जनवरी से बूस्टर डोज देने की भी तैयारी चल रही है। जानकारी के मुताबिक 10 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और अन्य बीमारियों से ग्रसित 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज की खुराक दी जा सकती है। इन सबके बीच एक अच्छी खबर आई है। दरअसल, स्वदेशी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की बूस्टर डोज के परिणाम शानदार आए है। भारत बायोटेक और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी पुणे के एक अध्ययन से पता चला है कि कोवैक्सीन की बूस्टर डोज कोरोनावायरस के खिलाफ लंबे समय तक सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
जानकारी के मुताबिक बताया गया है कि कोवैक्सीन की बूस्टर डोज BBV152 लगाने (दो डोज लेने के 6 महीना के बाद) 90% वॉलिंटियर्स में कोरोनावायरस के खतरनाक वेरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी पाई गई है। रिसर्च में यह बात भी सामने आया है कि कोवैक्सीन का यह बूस्टर डोज पूरी तरह से सुरक्षित है और ब्रेकआउट संक्रमण को रोकने के लिए लगातार प्रतिरक्षा सुनिश्चित करता है। कंपनी की ओर से यह भी बताया गया है कि बूस्टर डोज कोरोनावायरस के अल्फा, बीटा, डेल्टा और डेल्टा प्लस के खिलाफ भी एंटीबॉडी बना सकता है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि इम्यूनिटी बनाए रखने के लिए भी यह बेहद ही जरूरी है। जिन लोगों को बूस्टर डोज के ट्रायल में शामिल किया गया उनकी एंटीबॉडी पहले ली गई दो खुराकों के मुकाबले 5 गुना तक बढ़ गई।Bharat Biotech says its trial of Covaxin booster jabs has demonstrated "long-term safety with no serious adverse events"
— ANI (@ANI) January 8, 2022
"90% of recipients had a detectable neutralizing antibody response against the wild-type strain (6 months after the second dose)," the Covaxin maker says pic.twitter.com/4Ldgdx2zoc
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कोवैक्सीन लगवाने के बाद न पैरासिटामॉल और न दर्द निवारक दवा की जरूरत: भारत बायोटेक
कोविड रोधी टीका ‘कोवैक्सीन’ की निर्माता भारत बायोटेक ने बुधवार को कहा कि उसका टीका लगवाने के बाद न पेरासिटामॉल लेने और न ही कोई दर्द निवारक दवा लेने की सलाह दी गई है। भारत बायोटेक ने ट्विटर पर कहा, “ हमें प्रतिपुष्टि (फीडबैक) मिली है कि कुछ टीकाकरण केंद्र बच्चों को कोवैक्सीन की खुराक लगाने के बाद पैरासिटामॉल 500 एमजी लेने को कह रहे हैं।” कंपनी ने स्पष्ट किया कि कोवैक्सीन टीका लगवाने के बाद न पैरासिटामॉल और न ही किसी दर्द निवारक दवा को लेने की सलाह दी जाती है। टीका निर्माता कंपनी ने कहा कि 30 हजार से ज्यादा लोगों पर किए गए क्लिनिकल परीक्षण के दौरान करीब 10-20 फीसदी लोगों ने दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी थी लेकिन उनके दुष्प्रभाव हल्के थे और एक-दो दिन में बिना दवाई लिए ठीक हो गए थे तथा किसी दवाई की जरूरत नहीं पड़ी थी। उसने कहा कि दवाई डॉक्टर के परामर्श के बाद ही लेने की सलाह दी जाती है।
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