लॉकडाउन को लेकर केजरीवाल और सत्येंद्र जैन के बयान अलग-अलग

Arvind Kejriwal

एक रिपोर्ट सामने आई है जिसके मुताबिक नीति आयोग ने कहा है कि राजधानी में अभूतपूर्व हालात पैदा हो गए हैं जो आने वाले हफ्तों में और भी ज्यादा बिगड़ सकते हैं।

नयी दिल्ली। क्या दिल्ली में सबकुछ ठीक है ? यह सवाल बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से सोमवार को जब पत्रकारों ने सवाल पूछा कि क्या राजधानी में लॉकडाउन लगाए जाने की जरूरत है तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया और अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लॉकडाउन लगाए जाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यही उठता है कि क्या मुख्यमंत्री स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों या फिर कहें कि खुद अपने करीबी सत्येंद्र जैन से इस विषय में बातचीत किए होंगे ? वैसे किसी भी मुद्दे पर आगे बढ़ने के लिए सरकार अपने मंत्रिमंडल से उस विषय पर विस्तृत चर्चा जरूर करती है। ऐसे में केजरीवाल ने अपने मंत्रिमंडल से भी इसको लेकर बातचीत जरूर की होगी। 

इसे भी पढ़ें: केजरीवाल ने केंद्र को भेजा प्रस्ताव, छोटे स्तर पर लॉकडाउन लगाने की मांगी अनुमति 

एक रिपोर्ट सामने आई है जिसके मुताबिक नीति आयोग ने कहा है कि राजधानी में अभूतपूर्व हालात पैदा हो गए हैं जो आने वाले हफ्तों में और भी ज्यादा बिगड़ सकते हैं। रिपोर्ट में यह आशंका जताई गई है कि दिल्ली में प्रति 10 लाख कोरोना पीड़ितों की दर मौजूदा 361 से बढ़कर सकती है। लेकिन यह कितनी बढ़ेगी इसका अनुमान भी जताया गया है। रिपोर्ट में कहा गया कि मौजूदा समय में यह 361 है जो बढ़कर 500 तक पहुंच सकती है। अब सवाल खड़ा होता है कि ऐसा क्या हुआ कि दिल्ली में इतने ज्यादा मामले बढ़ने की आशंका जाहिर की गई ? नीति आयोग ने अपनी रिपोर्ट में इसके पीछे त्यौहारों में कोरोना प्रोटोकॉल की उड़ी धज्जियों को जिम्मेदार ठहराया है। यही वजह है कि दिल्ली में अर्द्धसैनिक बलों की मेडिकल टीम को बुलाया गया है। बता दें कि अर्द्धसैनिक बलों के कम से कम 75 डॉक्टर एवं 250 चिकित्सा कर्मी दिल्ली पहुंच रहे हैं। हालांकि, सत्येंद्र जैन का मानना है कि दिल्ली में कोरोना की थर्ड वेव चल रही है लेकिन प्रभाव अब पहले से कम हुआ है। 

इसे भी पढ़ें: दिल्ली को संभालने के लिए केंद्र की पहल, निजी अस्पतालों की निगरानी के लिए बनाई गई विशेषज्ञों की 10 टीमें 

बीते दिन राजधानी में कोरोना के संक्रमण के 3,797 नए मामले सामने आए जिनको मिलाकर संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4 लाख 89 हजार से अधिक हो गई। जबकि संक्रमण की वजह से 99 और मरीजों ने अपना दम तोड़ दिया, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 7,713 हो गई। वहीं, जानकारों का मानना है कि त्यौहारों की वजह से बहुत सी लैब बंद थी इस वजह से मामले पिछले दिनों की तुलना में सोमवार को कम आए लेकिन नीति आयोग की रिपोर्ट ने जो आशंका जताई है उसपर गौर किया जाना चाहिए। ज्ञात हो तो जुलाई के आखिरी सप्ताह में अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली कोरोना को 'नियंत्रण' में लाने में कामयाब रही है और दूसरे राज्यों की तरह यहां पर लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं पड़ी है। उन्होंने कहा था कि ऐसे समय जब देश और दुनिया में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में लगातार कमी आ रही है। जुलाई के आखिरी में हालात संभल गए थे लेकिन नवंबर में हालात ठीक इसके उलट है और केजरीवाल ने एलजी अनिल बैजल को एक प्रस्ताव भेजा है। जिसमें छोटे स्तर पर लॉकडाउन लगाने की मांग की है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़