India Pakistan Partition: देश के बंटवारे के दौरान तबाह हो गई थी लाखों लोगों की जिंदगियां, जानिए कैसा था विभाजन का दंश

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विभाजन किसी देश की भूमि, सीमा या संपत्ति का नहीं होता है। विभाजन लोगों की भावनाओं का होता है। अपने घर को छोड़कर किसी और स्थान पर नए सिरे से जिंदगी शुरू करना कहां आसान होता है। देश के बंटवारे के दौरान भी कुछ ऐसी ही भयावह स्थिति थी।

जब किसी देश का विभाजन या बंटवारा होता है तो वह सिर्फ भूमि या सीमा का नहीं होता है। बल्कि विभाजन तो लोगों की जिंदगी और भावनाओं का होता है। विभाजन वह दर्द होता जो कई गहरे जख्म दे जाता है। विभाजन न सिर्फ उस समय के लोगों को बल्कि आने वाली कई नस्लों को भी प्रभावित करता हैं। जब भारत का बंटवारा हुआ तो ऐसा ही कुछ मंजर देखने को मिला था। जिसकी AI ने तस्वीरें बनाई हैं। उस दौरान विभाजन के समय यहां की और यहां के लोगों की क्या स्थिति थी। उसको समझने और दिखाने की कोशिश की है। भारत साल 1947 को आजाद हुआ था और इसी साल भारत का विभाजन भी हुआ था। देश के विभाजन से ही पाकिस्तान बना है।

काफी खराब थी स्थिति

उस दौरान विभाजन होने पर कई लोगों को अपना घर-बार छोड़ना पड़ा था। इस दौरान करीब 10 लाख लोग मारे गए थे। इस दौरान संघर्ष अपनी चरम सीमा पर था। बताया जाता है कि इस दौरान हजारों की संख्या में महिलाओं का बलात्कार हुआ था। इस दौरान पंजाब, बंगाल, कश्मीर, हैदराबाद और सिंध में कई दंगे भड़के थे। इस दौरान कई लोगों की जिंदगियां तबाह हो गई थीं।

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अंग्रेजों ने किया बंटवारा

दरअसल, अंग्रेजों ने भारत को छोड़ने के बाद इसका विभाजन किया था। इस दौरान आशय था कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र पाकिस्तान का हिस्सा बनें। इस दौरान जो पाकिस्तान के हिस्से में रहते थे, उनमें सिख और हिंदुओं की संख्या अधिक थी। जिस कारण वह लोग भारत की ओर भागे। हालांकि इस दौरान कई लोगों को बस ट्रेन और बस आदि की सुविधा मिली तो कइयों ने पैदल ही सफर को पूरा किया। 

संपत्तियों का बंटवारा

इस विभाजन के दौरान न सिर्फ क्षेत्रों का बंटवारा किया गया था, बल्कि संपत्तियों का भी बंटवारा हुआ था। संपत्तियों के बंटवारे में कई जगह लूटपाट की भयंकर स्थिति भी बनीं थी। जमीन की सरहदों से लेकर लाइब्रेरियों की किताबों और कुर्सी मेज आदि का भीं बंटवारा किया गया था। विभाजन के दौरान क्या भारत के पास रहेगा और क्या पाकिस्तान के हिस्से में जाएगा। इसका निर्णय भी बड़ी जटिलता से किया गया था।

धर्म

विभाजन के दर्द को लोग आज भले ही याद नहीं करते लेकिन कई बार कई जगह पर इसका जिक्र आज भी किया जाता है। देश के विभाजन के दौरान लोगों को धर्म के आधार पर एक जगह से दूसरी जगह प्रवास करना पड़ा था।

पाकिस्तान और भारत 

जब देश का विभाजन हुआ तो पाकिस्तान में रहने वाले अधिकतर हिंदुओं ने भारत पलायन किया और यहां पर रहने वाले अधिकतर मुस्लिमों ने पाकिस्तान की ओर रुख किया था।

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