Good Friday 2024: प्यार और धर्म की राह पर चलना सिखाते हैं प्रभु यीशु, जानिए गुड फ्राइडे को क्यों मनाया जाता है शोक
मुख्य रूप से गुड फ्राइडे का दिन ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह से संबंधित है। ईसा मसीह को ईसाई धर्म का मुख्य देवता माना जाता है। इस साल आज यानी की 28 फरवरी को गुड फ्राईडे मनाया जा रहा है।
मुख्य रूप से गुड फ्राइडे का दिन ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह से संबंधित है। ईसा मसीह को ईसाई धर्म का मुख्य देवता माना जाता है। ईसा मसीह ने दुनिया को प्रेम का संदेश दिआ था। बता दें कि गुड फ्राइडे को ब्लैक फ्राइडे, ग्रेट फ्राइडे या फिर होली फ्राइडे के नाम से भी जाना जाता है। इस साल आज यानी की 28 फरवरी को गुड फ्राईडे मनाया जा रहा है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि ईसाई धर्म के लिए गुड फ्राइडे का दिन इतना महत्व क्यों रखता है।
क्यों मनाते हैं गुड फ्राइडे
ईसाई धर्म ग्रंथों के मुताबिक ईसा मसीह रोम में काफी ज्यादा लोकप्रिय थे। ऐसे में रोम के धर्म गुरुओं को अपनी लोकप्रियता खोने का डर सताने लगा था। तब प्रभु यीशु पर यहूदी शासकों ने राजद्रोह का आरोप लगाते हुए उनको मृत्युदंड की सजा सुनाई। इस दौरान प्रभु ईसा मसीह को कई तरह की यातनाएं दी गईं और फिर उनको सूली पर लटका दिया गया।
बताया जाता है कि प्रभु यीशु ने जिस दिन अपने प्राण त्यागे थे, उस दिन शुक्रवार का दिन था। माना जाता है कि मौत के दो दिन बाद यानी की रविवार को प्रभु यीशू दोबारा जीवित हो गए थे। इसलिए हर साल ईस्टर सन्डे से पहले पड़ने वाले शुक्रवार को गुड फ्राइडे मनाया जाता है।
ऐसे मनाया जाता है यह दिन
इस दिन लोग चर्च जाकर लोग प्रार्थना करते हैं और प्रभु यीशु के बलिदान को याद करते हैं। साथ ही इस दिन लोग चर्च में प्रार्थना के दौरान प्रभु यीशी से अपनी गलतियों के लिए माफी मांगते हैं। साथ ही यीशु द्वारा बताए गए विश्वास और प्रेम के मार्ग पर चलने की शपथ लेते हैं।
गुड फ्राइडे के दिन काले कपड़े पहनकर प्रभु यीशु के प्रति शोक प्रकट किया जाता है। इसलिए इस दिन चर्च में न तो घंटी बजती है और न ही कैंडिल जलाई जाती है। क्योंकि लोगों की भलाई के लिए प्रभु यीशू सूली चढ़े थे। इसलिए गुड फ्राइडे के दिन को बेहद पवित्र माना जाता है।
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