Unlock 3 के 29वें दिन ठीक होने वालों की संख्या 26 लाख पार, आ गये अनलॉक-4 के दिशानिर्देश

coronavirus

केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक-4 के लिए दिशा-निर्देश जारी किए। इन दिशा-निर्देशों के तहत मेट्रो रेल को सात सितंबर से चरणबद्ध तरीके से संचालित करने की अनुमति दी जाएगी जबकि 21 सितंबर से 100 व्यक्तियों की अधिकतम सीमा के साथ सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक कार्यक्रमों की अनुमति होगी।

भारत में कोविड-19 से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 26 लाख के आंकड़े को पार कर जाने और इसकी दर 76.47 प्रतिशत होने पर केंद्र ने कहा है कि तत्परता से जांच, संक्रमितों का व्यापक रूप से पता लगाने और कारगर उपचार करने के कारण यह संभव हुआ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि वैश्विक औसत की तुलना में भारत में कोविड-19 से होने वाली मृत्यु की दर कम है। इसमें लगातार कमी आ रही है और फिलहाल यह 1.81 प्रतिशत है। मंत्रालय ने कहा कि भारत में कोविड-19 मामलों के प्रबंधन की अहम विशेषता यह है कि इससे उबरने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अधिक संख्या में लोग संक्रमण मुक्त हो रहे हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी मिल रही है तथा घर पर भी पृथक रहने से उन्हें छुटकारा मिल रहा है। मंत्रालय ने कहा कि देश भर में सभी स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा राष्ट्रीय मानक उपचार प्रोटोकॉकल का अनुपालन करने के और घर पर पृथक रह रहे संक्रमितों की प्रतिदिन की निगरानी किये जाने के चलते इतनी संख्या में संक्रमित मरीज इस रोग से उबरे हैं। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 65,050 मरीज इस रोग से उबरे हैं तथा ऐसे लोगों की कुल संख्या बढ़ कर 26,48,998 हो गई है। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के मरीजों के उबरने की दर निरंतर बढ़ रही है, जबकि इस महामारी से होने वाली मृत्यु की दर लगातार घट रही है। जिन राज्यों में अधिक मृत्यु दर है, उनसे केंद्र सरकार नियमित रूप से बात कर रही है। गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में निपुण चिकित्सक रखने पर ध्यान दिया जा रहा है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नयी दिल्ली, हर मंगलवार और शुक्रवार को टेलीफोन पर अपने परामर्श के जरिये राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में चिकित्सकों की क्लीनिकल उपचार क्षमताएं तथा कौशल को बेहतर कर रहा है। मंत्रालय ने कहा कि बेहतर एंबुलेंस सेवा से मरीजों को अस्पताल पहुंचने में कम समय लगा तथा समय पर उन्हें चिकित्सीय सहायता दिये जाने उबरने की दर अब 76.47 प्रतिशत हो गई है। मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड-19 के कुल इलाजरत मरीजों की संख्या 7,52,424 है, जो कुल मामलों का महज 21.72 प्रतिशत है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि मरीजों के इस रोग से उबरने की दर में निरंतर एवं सतत वृद्धि होने से संक्रमण मुक्त हुए मरीजों और इलाजरत मरीजों के बीच अंतर करीब 19 लाख का है। भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 76,472 नए मामले सामने आने के साथ ही देश में शनिवार को संक्रमण के मामले 34 लाख के आंकड़े को पार कर गए। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकडों के अनुसार पिछले 24 घंटे में देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 34,63,972 हो गए हैं। वहीं 1,021 लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़ कर 62,550 हो गई है।

अनलॉक 4 दिशा-निर्देश

केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को अनलॉक-4 के लिए दिशा-निर्देश जारी किए। इन दिशा-निर्देशों के तहत मेट्रो रेल को सात सितंबर से चरणबद्ध तरीके से संचालित करने की अनुमति दी जाएगी जबकि 21 सितंबर से 100 व्यक्तियों की अधिकतम सीमा के साथ सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक कार्यक्रमों की अनुमति होगी। स्कूल, कॉलेज, अन्य शैक्षणिक संस्थान 30 सितंबर तक बंद रहेंगे। हालांकि कक्षा नौ से 12वीं तक के छात्रों के लिए कुछ छूट दी गई है। गृह मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण निर्देश में कहा कि राज्य सरकारें केंद्र से परामर्श किए बगैर निरुद्ध क्षेत्रों के बाहर कोई स्थानीय लॉकडाउन लागू नहीं करेंगी। मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 50 प्रतिशत तक शिक्षण, गैर-शिक्षण कर्मचारियों को ऑनलाइन शिक्षण, टेली-काउंसलिंग से संबंधित कार्य के लिए स्कूलों में बुलाया जा सकता है। दिशा-निर्देशों के अनुसार निरुद्ध क्षेत्र के बाहर स्थित स्कूलों में नौवीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक के छात्रों को अपने शिक्षकों से मार्गदर्शन लेने के लिए स्वैच्छिक आधार पर स्कूल जाने की अनुमति दी जा सकती है। इनके अनुसार ऐसा उनके अभिभावकों की लिखित सहमति से होगा। गृह मंत्रालय के परामर्श से आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय तथा रेल मंत्रालय द्वारा क्रमबद्ध तरीके से सात सितम्बर से मेट्रो रेल के परिचालन की अनुमति दी जाएगी। इस संबंध में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की जाएगी। गृह मंत्रालय द्वारा अनलॉक-4 के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार, 21 सितंबर से 100 व्यक्तियों की अधिकतम सीमा के साथ सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक कार्यक्रमों की अनुमति दी जाएगी। दिशा-निर्देशों के अनुसार हालांकि इस तरह के कार्यक्रमों में मास्क पहनना, भौतिक दूरी का पालन करना, थर्मल स्कैनिंग और हाथ धोना या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना आवश्यक होगा।

दिल्ली में संक्रमण के 1,954 नए मामले

दिल्ली में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,954 नए मामले सामने आने के साथ ही शहर में संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,71,366 तक पहुंच गई। अगस्त में अब तक एक दिन में सामने आने वाला यह सर्वाधिक आंकड़ा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ताजा बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 15 मरीजों की मौत के बाद इस घातक वायरस से अब तक 4,404 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके मुताबिक, दिल्ली में वर्तमान में 14,040 मरीज उपचाराधीन हैं।

इसे भी पढ़ें: कोरोना से बचाव के निर्देश ना मानने वालों पर कड़ा जुर्माना होना ही चाहिए

दिल्ली मेट्रो की सेवाएं सात सितम्बर से

कोविड-19 महामारी के मद्देनजर गत 22 मार्च से बंद दिल्ली मेट्रो के परिचालन को सात सितम्बर से ‘‘क्रमबद्ध तरीके’’ से बहाल करने मंजूरी मिल गई है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि वह दिल्ली मेट्रो का संचालन सात सितंबर से चरणबद्ध रूप से शुरू किये जाने की अनुमति मिलने से ‘‘खुश’’ हैं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने एक बयान में कहा, ‘‘अनलॉक-चार के तहत गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार दिल्ली मेट्रो सात सितम्बर से क्रमबद्ध तरीके से लोगों के लिए अपनी सेवाओं को फिर से शुरू करेगी।’’ अधिकारियों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा एक विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी किए जाने के बाद मेट्रो की कार्य पद्धति और आम जनता द्वारा इसके इस्तेमाल के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।

जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 के 546 नये मामले

जम्मू-कश्मीर में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 546 नये मामले सामने आए, जबकि इस संक्रमण से ग्रस्त सात और लोगों की मौत हो गयी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। केंद्र शासित प्रदेश में संक्रमण के कुल 36,377 मामले हो चुके हैं, जबकि मृतकों की संख्या 685 हो गई है। अधिकारियों ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर में पिछले 24 घंटों में शनिवार शाम पांच बजे तक कोरोना वायरस से संक्रमित सात लोगों की मौत हो गई।’’ उन्होंने बताया कि इनमें से चार मौतें कश्मीर में और तीन मौतें जम्मू में हुई हैं। उन्होंने बताया कि नये मामलों में, 214 जम्मू क्षेत्र से सामने आये हैं, जबकि 332 कश्मीर क्षेत्र से सामने आए हैं। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू जिले में सबसे अधिक 134 नए मामले सामने आए, इसके बाद श्रीनगर में 102 मामले आए हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में अब कोविड-19 के 7,672 मरीजों की इलाज चल रहा है, जबकि 28,020 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं।

उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष पृथकवास में

उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल शनिवार को अपनी ओर से पृथवास में चले गए। उन्होंने यह कदम उत्तराखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद उठाया। उनके जनसंपर्क अधिकारी तेजेंद्र नेगी ने बताया कि अग्रवाल दो दिन पहले भगत के संपर्क में आए थे। उन्होंने बताया कि अगले कुछ दिन में अग्रवाल कोविड-19 जांच कराएंगे, लेकिन अभी एहतियातन वह अपनी ओर से पृथकवास में चले गए हैं। नेगी ने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टरों की सलाह के अनुसार कार्य करेंगे।

तमिलनाडु में 6,000 से अधिक नये मामले

तमिलनाडु में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 6,000 से अधिक नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में कोविड-19 के मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 4.15 लाख से अधिक हो गई, जबकि संक्रमण के कारण 87 और मौतें होने से मृतकों की संख्या 7,137 हो गई। राज्य में कई दिनों के बाद 6,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं, हालांकि पिछले कई दिनों से हर दिन करीब 5,000 मामले आ रहे थे। तमिलनाडु में दूसरे राज्यों और विदेशों से लौटे लोगों सहित 6,352 लोगों को संक्रमित पाया गया है, जिससे संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 4,15,590 हो गई है। एक सरकारी बुलेटिन में कहा गया कि 6,045 लोगों को आज ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है, जिसके बाद अब तक इस घातक बीमारी से ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 3,55,727 हो गई है। बुलेटिन में बताया गया कि राज्य में अब 52,726 मरीजों का उपचार चल रहा है। राज्य में अब तक 44,99,670 लोगों की आरटी-पीसीआर जांच की जा चुकी है। आज 78,973 जांच हुईं।

12.69 लाख मामलों का निस्तारण

उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने शनिवार को कहा कि देशभर की जिला अदालतों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए लॉकडाउन के दौरान 12.69 लाख मामलों का निस्तारण किया। उच्चतम न्यायालय की ई-समिति की वेबसाइट की शुरूआत के मौके पर न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, ‘‘आलोचना में जिज्ञासा का तत्व होता है लेकिन हमें सकारात्मक पक्ष के बारे में भी बात करनी चाहिए। जिला अदालतों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए लॉकडाउन के दौरान 12.69 लाख मामलों का निस्तारण किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘न्यायपालिका की अक्सर आलोचना की जाती है लेकिन एक बदलाव के लिए, चलो न्यायपालिका की सकारात्मकता के बारे में बात करते हैं।’’ न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि वेबसाइट को शुरू करने का उद्देश्य समिति की ई-पहलों को सामने रखना है। उन्होंने कहा कि यह एक नागरिक केंद्रित वेबसाइट है जो हर नागरिक को ई-समिति की सभी पहलों के लिए आसान पहुंच प्रदान करती है। यह डेटा का भंडार है। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि वेबसाइट के माध्यम से ई-भुगतान और ई-सेवाओं आदि सहित अन्य सुविधाओं को एकीकृत करने का भी प्रयास किया है।

एक-एक दिन के अंतराल पर घर से करेंगे काम

कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्दनेजर गोवा सचिवालय में केवल 50 प्रतिशत लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कर्मचारियों को एक-एक दिन के अंतराल पर घर से काम करने का निर्देश दिया गया है। राज्य सरकार ने शनिवार को यह जानकारी दी। राज्य के पोरवोरिम स्थित सचिवालय के विभिन्न विभागों में काम करने वाले कई कर्मचारियों ने दावा किया था कि उनमें से 50 से अधिक लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद यह परिपत्र जारी किया गया। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा परिपत्र के अनुसार, ‘‘सचिवालय, विभागों / कार्यालयों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर यह निर्देश दिया गया है कि सचिवालय में एक दिन में 50 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी उपस्थित नहीं रहेंगे और इसके लिए कर्मचारियों के एक-एक दिन के अंतराल पर घर से काम करने का निर्देश दिया गया है।” यह आदेश 31 अगस्त को लागू होगा और 11 सितंबर तक मान्य रहेगा।

हिमाचल प्रदेश में एक और की मौत

हिमाचल प्रदेश में शनिवार को 93 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के साथ ही कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 5,731 हो गई है जबकि एक और मरीज की मौत हो जाने से राज्य में इस संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 33 हो गई। अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) आर. डी. धीमान ने बताया कि राज्य में कुल उपचाराधीन मरीज 1,500 हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि कांगड़ा के टांडा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 56 साल की एक महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। धीमान के मुताबिक, पांच और मरीजों के संक्रमणमुक्त होने से राज्य में अब तक कोविड-19 के 4,154 रोगी ठीक हो चुके हैं और 42 दूसरे राज्यों में पलायन कर गये हैं।

कर्नाटक में 8324 नये मामले सामने आए

कर्नाटक में शनिवार को कोविड-19 के 8,324 नये मरीजों के सामने आने के साथ राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,27,076 हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि शनिवार को कोरोना वायरस से 115 और लोगों की मौत हुई जिन्हें मिलाकर अब तक राज्य में 5,483 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अब तक 2,35,128 लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं । उनमें 8,110 मरीजों को शनिवार को ही अस्पतालों से छुट्टी दी गयी। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के मुताबिक, राज्य में 86,446 मरीज उपचाराधीन हैं जिनमें से 721 मरीज गंभीर हालत होने की वजह से गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में हैं। इसके मुताबिक, शनिवार को सामने आए नए मामलों में से अकेले बेंगलुरु शहरी क्षेत्र में 2,721 नये मरीज हैं। शहर में अबतक कोरोना वायरस के 1,24,442 मामले सामने आ चुके हैं और 1911 लोगों की इस बीमारी से जान जा चुकी है। फिलहाल यहां 37,315 मरीज उपचाररत हैं जिनमें 285 आईसीयू में हैं। शनिवार को यहां 2,174 मरीजो को छुट्टी दिये जाने के साथ ही अबतक शहर में 85,215 मरीज इस महामारी से निजात पा चुके हैं। नए मामलों में बेल्लारी के 468, शिवमोगा के 333, हासन के 325 , दावणगेरे के 319, मैसूर 309,धारवाड़ के 290, बेलगावी के 276, दक्षिण कन्नड़ के 272 और कोप्पाल के 238 नये मरीज हैं। राज्य में अब तक 27.86 लाख नमूनों की जांच की जा चुकी है।

इसे भी पढ़ें: 100 साल पहले दुनिया जिस तरह महामारी के आगे बेबस थी वही हाल अब भी है

अहमदाबाद में 164 नए मामले सामने आए

गुजरात के अहमदाबाद में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 164 नये मामले सामने आये, जिसके साथ ही जिले में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़ कर 31,177 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग के अनुसार जिले में इस संक्रमण के कारण तीन और मरीजों की मौत हो गई जिसके बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,724 हो गई है। विभाग के अनुसार जिले में आज 160 मरीजों को विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गयी। वहीं, अहमदाबाद शहर में संक्रमण के 143 नये मामले सामने आये हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में 21 मामले सामने आये हैं ।

गुजरात में 1,282 नये मरीज सामने आए

गुजरात में शनिवार को 1,282 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई जिन्हें मिलकार राज्य में अबतक 93,883 लोगों के कोविड-19 होने की पुष्टि हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस अवधि में 13 संक्रमितों की मौत हुई है, जिन्हें मिलाकर अबतक राज्य में 2,991 लोग इस महमारी में अपनी जान गंवा चुके हैं। विभाग के मुताबिक शनिवार को 1,111 लोगों को संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। इस प्रकार अब तक राज्य में 75,662 मरीज ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में अब कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर 80.59 प्रतिशत है। विभाग के मुताबिक गत 24 घंटे में 74,234 नमूनों की जांच की गई। इस प्रकार प्रति 10 लाख आबादी पर रोजाना 1,142.06 नमूनों की दर से जांच की जा रही है।

आंध्र प्रदेश में लगातार चौथे दिन 10000 से अधिक नये मरीज

आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों में तीव्र वृद्धि जारी है और शनिवार को लगातार चौथे दिन इस महामारी के 10,000 से अधिक नये मामले सामने आए। शनिवार सुबह नौ बजे तक पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 10,548 मरीज सामने आने के बाद राज्य में कुल रोगियों की संख्या बढ़कर 4,14,164 हो गयी है। सरकार के ताजा बुलेटिन में बताया गया कि पिछले 24 घंटे में 8,976 मरीज स्वस्थ हुए जबकि 82 मरीजों ने अपनी जान गंवायी। राज्य में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 3,12,687 पहुंच गयी है जबकि अब तक 3,796 लोगों की मृत्यु हो गयी है। बुलेटिन के मुताबिक राज्य में इस समय 97,681 रोगी उपचाररत हैं। आंध्र प्रदेश में संक्रमण की दर और बढ़कर 11.49 फीसद हो गयी है । प्रति दस लाख पर 67,478 परीक्षण होने की दर से 36,03,345 जांच की गयी हैं। पिछले तीन दिनों से पूर्वी गोदावरी जिले में 1000 से अधिक नये मामले सामने आते ही जा रहे हैं और एसपीएस नेल्लोर में भी यही हाल है।

बिहार में पांच और लोगों की मौत

बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे में 12 और लोगों की मौत हो जाने से इससे मरने वालों की संख्या शनिवार को 679 पहुंच गई। वहीं राज्य में अभी तक कुल 1,32,935 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से पटना में दो जबकि बेगूसराय, मुजफ्फरपुर एवं वैशाली में एक—एक व्यक्ति की मौत हुई है। राज्य में संक्रमण से अभी तक 679 लोगों की मौत हुई है। इनमें से पटना में 156, भागलपुर में 47, गया में 42, रोहतास में 31, मुंगेर एवं नालंदा में 28—28, मुजफ्फरपुर में 27, वैशाली में 25, भोजपुर में 24, पूर्वी चंपारण में 23, समस्तीपुर एवं सारण में 22—22, बेगूसराय एवं दरभंगा में 19—19, पश्चिम चंपारण एवं सिवान में 15—15, नवादा में 13, अररिया में 10, कैमूर में 9, कटिहार, खगड़िया एवं सीतामढ़ी में 8—8, औरंगाबाद, बक्सर, जहानाबाद, मधेपुरा एवं सुपौल में 7—7, जमुई, किशनगंज एवं मधुबनी में 6—6, अरवल, बांका एवं पूर्णिया में 5—5, लखीसराय एवं में 4—4, शेखपुरा में 3, गोपालगंज एवं सहरसा में 2—2 तथा शिवहर जिले में एक व्यक्ति की मौत हुई है। वहीं शुक्रवार शाम 4 बजे से शनिवार शाम 4 बजे तक संक्रमण के 2087 नए मामले सामने आए। इन 2087 नए मामलों में देवघर, लखनऊ, दुमका एवं उत्तरी दिल्ली निवासी पांच व्यक्तियों का पटना, भागलपुर एवं मुजफ्फरपुर में एकत्रित नमूना भी शामिल है। राज्य में अभी तक कुल 1,32,935 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इनमें से पटना जिला के 20,635, मुजफ्फरपुर के 5795, भागलपुर के 5307, बेगूसराय के 5221, पूर्वी चंपारण के 4915, गया के 4536, कटिहार के 4522, नालंदा के 4518, मधुबनी के 4371, रोहतास के 4311, सारण के 4240, पूर्णिया के 3869, पश्चिम चंपारण के 3456, भोजपुर के 3432, वैशाली के 3426, समस्तीपुर के 3247, सहरसा के 3154, सिवान के 2953, बक्सर के 2883, अररिया के 2865, गोपालगंज के 2621, सीतामढ़ी के 2603, औरंगाबाद के 2601, सुपौल के 2383, मुंगेर के 2335, दरभंगा के 2242, खगड़िया के 2218, नवादा के 2118, किशनगंज के 2041, मधेपुरा के 2006, लखीसराय के 1756, शेखपुरा के 1696, बांका के 1610, जमुई के 1526, अरवल के 1271, कैमूर के 1249 एवं शिवहर जिले के 732 मामले शामिल हैं। पिछले 24 घंटे के भीतर 1,06,481 नमूनों की जांच की गयी और कोरोना वायरस संक्रमित 2629 मरीज ठीक हुए।

असम में 15 सितंबर से चालू होंगी कक्षाएं

असम के शिक्षा मंत्री हेमंत विश्व सरमा ने शनिवार को कहा कि कक्षा 12 और स्नातक के अंतिम वर्ष की कक्षाएं 15 सितंबर से अनौपचारिक और प्रायोगिक रूप से शुरू की जाएंगी। एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि अनौपचारिक कक्षाएं 30 सितंबर तक चलेंगी और इस बीच यदि किसी छात्र में संक्रमण की पुष्टि होती है तो कक्षाएं बंद कर दी जाएंगी। सरमा ने कहा, “प्रधानाध्यापक छात्रों के छोटे छोटे समूह बनाएंगे जो अनौपचारिक कक्षाओं में आकर शिक्षकों से पढ़ेंगे।” उन्होंने कहा, “प्राथमिक या माध्यमिक-प्राथमिक स्कूलों में बच्चे अभी सप्ताह में एक बार मध्याह्न भोजन लेने आ रहे हैं। वे 15 सितंबर से सप्ताह में दो बार आएंगे और शिक्षक उन्हें पाठ्य सामग्री के साथ प्रश्न पत्र देंगे जो बच्चों को अगले सप्ताह जमा करना होगा।” उन्होंने कहा कि शिक्षकों को छात्रों के सामने उत्तर पुस्तिका जांचनी होगी और अगले सप्ताह का कार्य देना होगा। सरमा ने कहा, “शिक्षकों को एक सितंबर से आना होगा और वे अपने संस्थान को सेनिटाइज करने का काम का निरीक्षण करेंगे। हम इसके लिए धन उपलब्ध कराने की व्यवस्था कर रहे हैं और अगले कुछ दिनों में पैसा भेज दिया जाएगा।” मंत्री ने कहा कि हालांकि उन स्कूलों और कालेजों को नहीं खोला जाएगा, वर्तमान में जिनका प्रयोग पृथक-वास केंद्र के रूप में किया जा रहा है।

इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना कोरोना संक्रमित, ट्वीट कर दी जानकारी

कॉलेज छात्रों का मानसिक स्वास्थ्य सबसे बुरी तरह प्रभावित

आठ हजार से अधिक लोगों पर किए गए मानसिक स्वास्थ्य अध्ययन में पाया गया कि कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन से सबसे बुरी तरह कॉलेज के छात्र प्रभावित हुए हैं। ऑनलाइन मानसिक स्वास्थ्य मंच ‘योर दोस्त’ की तरफ से संचालित अध्ययन में पाया गया कि बुरी तरह प्रभावित लोगों का दूसरा तबका काम करने वाले पेशेवर लोग हैं। लॉकडाउन की शुरुआत में वे प्रभावित नहीं हुए लेकिन व्यग्रता, क्रोध और अकेलेपन की भावना से वे बुरी तरह प्रभावित हुए। कोरोना वायरस लॉकडाउन की शुरुआत में किए गए सर्वेक्षण और फिर जून में ‘अनलॉक एक’ की शुरुआत में किए गए सर्वेक्षण के आंकड़ों का विश्लेषण कर इस अध्ययन के निष्कर्ष पर पहुंचा गया। इसमें ‘योर दोस्त’ मंच पर विशेषज्ञों के साथ व्यक्ति विशेष की बातचीत के आंकड़ों को भी शामिल किया गया। अध्ययन के मुताबिक, प्रतिबंधों की शुरुआत में छात्रों के गुस्से और क्षोभ में छह फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई तथा अकेलेपन और बोरियत की भावना में 13 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। लॉकडाउन बढ़ने के साथ ही छात्र भावनात्मक रूप से बुरी तरह प्रभावित होते गए और उनकी भावनाओं में काफी गिरावट आई और खासकर उनके गुस्से, व्यग्रता, एकाकीपन, नाउम्मीदी में बढ़ोतरी हुई। अध्ययन में दिखाया गया है कि विभिन्न श्रेणियों में उनकी भावनाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। कोरोना वायरस की शुरुआत में अध्ययन में हिस्सा लेने वाले छात्रों की खुशी की भावनाओं में एक फीसदी की बढ़ोतरी हुई। बहरहाल, लॉकडाउन बढ़ने के साथ उनकी खुशी की भावनाएं 15 फीसदी तक कम हो गईं।

-नीरज कुमार दुबे

We're now on WhatsApp. Click to join.

Tags

All the updates here:

अन्य न्यूज़