प्रेम कहानियों के पुनरावर्तन के बारे में कोई सवाल नहीं करता: आदिति
![Aditi Rao Hydari says no ask questions about reunion of love stories Aditi Rao Hydari says no ask questions about reunion of love stories](https://images.prabhasakshi.com/2017/9/_650x_2017091917550319.jpg)
हिन्दी फिल्म जगत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मुद्दे पर अनेक फिल्में बन रहीं हैं लेकिन अभिनेत्री आदिति राव हैदरी का मानना है कि एक ही तरह की बार-बार बनने वाली प्रेम कहानियों के बजाय ऐसी फिल्में बनाना बेहतर है।
नयी दिल्ली। हिन्दी फिल्म जगत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मुद्दे पर अनेक फिल्में बन रहीं हैं लेकिन अभिनेत्री आदिति राव हैदरी का मानना है कि एक ही तरह की बार-बार बनने वाली प्रेम कहानियों के बजाय ऐसी फिल्में बनाना बेहतर है। रवीना टंडन की ‘मातृ’ और श्रीदेवी की ‘मॉम’ में प्रतिशोध लेने वाली मां का चरित्र देखने को मिला था और अब ‘भूमि’ में संजय दत्त बदला लेने वाले एक पिता की भूमिका में नजर आएंगे। भूमि में संजय दत्त पिता की भूमिका में हैं जो अपनी बेटी (आदिति) के लिए संघर्ष करते हैं। ओमंग कुमार के निर्देशन में बनी फिल्म में यह 30 वर्षीय अभिनेत्री एक महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगी। उन्होंने बताया कि यह फिल्म समाज में घटित होने वाली घटनाओं का परिचायक है।
अभिनेत्री ने बताया, ‘‘महिलाओं के खिलाफ लगातार हिंसा के कई मामले हो रहे हैं, हम व्यवस्था से यह सवाल क्यों नहीं पूछते हैं? कुछ चीजें हमारे समाज में लगातार देखने को मिल रही हैं। मसलन झूठी शान की खातिर हत्या, बलात्कार या किसी तरह का यौन उत्पीड़न। अथवा क्या असहमति रखने वाले लोगों को चुप कराया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘या तो सामान्य प्रेम कहानियां या हास्य विनोद पर आधारित फिल्म होगी। क्या यह बार-बार दोहराव नहीं है? ऐसा कई बार हुआ है। हर तरह की हिंसा अलग है, हर माता- पिता बच्चे का रिश्ता अलग है। मैं आश्वस्त हूं कि ‘मॉम’ अलग है। लेकिन ऐसी कहानियां दर्शकों तक नहीं पहुंचती है। मैं आशान्वित हूं कि ‘भूमि’ से ऐसा होगा।’’ आदिति ने बताया कि उनकी आने वाली फिल्म में एक मध्यम वर्गीय परिवार की कहानी है और इसमें दिखाया गया है कि किस तरह पिता अपनी बेटी के लिए उठ खड़ा होता है। यह फिल्म इस शुक्रवार को सिनेमा घरों में प्रदर्शित हो रही है।
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