'तांडव' की टीम की माफी के बाद भी नहीं थम रहा विवाद, कई शहरों में वेब सीरीज के खिलाफ FIR दर्ज

Tandav
रेनू तिवारी । Jan 19 2021 5:41PM

लॉकडाउन के दौरान ओटीटी प्लेटफॉर्म मनोरंजन के क्षेत्र में तीसरे पर्दे के तौर पर उभरा है। इस प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने वाली फिल्मों या वेब सीरीजों का सेंसर नहीं किया जाता, यानी कि ओटीटी के लिए किसी तरह का कोई सेंसर बोर्ड नहीं है जिसके कारण ओटीटी के काफी कंटेंट विवादों में घिरे रहते हैं।

लॉकडाउन के दौरान ओटीटी प्लेटफॉर्म मनोरंजन के क्षेत्र में तीसरे पर्दे के तौर पर उभरा है। इस प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने वाली फिल्मों या वेब सीरीजों का सेंसर नहीं किया जाता, यानी कि ओटीटी के लिए किसी तरह का कोई सेंसर बोर्ड नहीं है जिसके कारण ओटीटी के काफी कंटेंट विवादों में घिरे रहते हैं। पिछले साल अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन हाउस में बनीं वेब सीरीज पाताल लोक अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई थी। जिसमें पालतू कुतिया का नाम सावित्री रखा गया था जिसे लेकर काफी विवाद हो गया था। अब सैफ अली खान की हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज 'तांडव' को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कुछ हिंदू संगठनों ने सैफ अली खान की फिल्म 'ताडंव' पर पूजनीय देवी-देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाया है। लगातार ओटीटी प्लेटफॉर्म पर विवादित कंटेंट आने के बाद आपत्तिजनक कंटेंट को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय अलर्ट हो गया है। वह जल्द ही ओटीटी के लिए नयी गाइडलाइंस जारी करेगा।  

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तांडव के निर्माताओं  ने मांगी माफी

अमेजन प्राइम वीडियो पर प्रसारित ‘तांडव’ वेब सीरीज के एक दृश्य को लेकर शुरू हुए विवाद के मामले में इसके निर्माताओं ने सोमवार को कहा कि अगर गैर-इरादतन तरीके से इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं तो वे बिना शर्त माफी मांगते हैं। इस सीरीज में हिंदू देवताओं के चित्रण को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। वेब सीरीज के निर्देशक अली अब्बास जफर ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट किया और पूरी टीम की तरफ से मांफी मांगी। ट्वीट के कैप्शन में उन्होंने लिखा- ‘हमारी ओर से गंभीरता के साथ माफी’ इस बयान को ‘तांडव’ के कास्ट और क्रू की ओर से आधिकारिक बयान बताया गया। इसमें कहा गया कि ‘तांडव’ की टीम सीरीज पर दर्शकों की प्रतिक्रियाओं पर करीब से नजर रख रही है। 

अली अब्बास जफर ने जारी किया बयान 

उन्होंने एक नोट जारी किया जिसमें उन्होंने लिखा- ‘‘आज एक चर्चा के दौरान सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने हमें बताया कि उन्हें वेब सीरीज के विभिन्न पहलुओं को लेकर बड़ी संख्या में शिकायतें और अर्जियां मिली हैं जो इसकी सामग्री द्वारा लोगों की भावनाओं को आहत करने संबंधी गंभीर चिंताओं और आशंकाओं के बारे में हैं।’’ 

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नोट में आगे कहा गया कि ‘‘तांडव काल्पनिक कहानी पर आधारित है और किसी भी गतिविधि, व्यक्ति या घटना से इसकी समानता होना विशुद्ध संयोग है। इसके निर्माताओं और कलाकारों का किसी व्यक्ति, जाति, समुदाय, धर्म की भावनाओं या धार्मिक आस्थाओं को आहत करने या किसी संस्था, राजनीतिक दल अथवा व्यक्ति (जीवित या मृत) का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था। तांडव की पूरी यूनिट, लोगों द्वारा जताई गयी चिंताओं पर संज्ञान लेती है और यदि इससे गैर-इरादतन तरीके से किसी व्यक्ति की भावनाओं को चोट पहुंची है तो हम बिना शर्त माफी मांगते हैं।

क्यों हुआ विवाद

शो पर शुरू हुए विवाद के केंद्र में एक दृश्य है जिसमें कॉलेज छात्र शिवा का किरदार अदा कर रहे मोहम्मद जीशान अय्यूब को एक नाटक में भगवान महादेव का चित्रण करते हुए दिखाया गया है। शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने रविवार को इस विषय पर अमेजन प्राइम वीडियो से स्पष्टीकरण मांगा था। मंत्रालय में एक सूत्र ने कहा था, ‘‘मंत्रालय ने शिकायतों पर संज्ञान लिया है और अमेजन प्राइम वीडियो से स्पष्टीकरण देने को कहा है।’’ 

तांडव पर हो रही है सियासत

मुंबई उत्तर-पूर्व से भाजपा सांसद मनोज कोटक, मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंग तथा राज्य विधानसभा के प्रोटेम अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा समेत कुछ नेताओं ने सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर से वेब सीरीज पर रोक लगाने की मांग की थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार शल-भमणि त्रिपाठी ने कहा कि ‘तांडव’ के निर्माताओं को धार्मिक भावनाएं आहत करने की कीमत चुकानी होगी। इस मामले में लखनऊ के हजरतगंज थाने, ग्रेटर नोयडा, भोपाल में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। उत्तर प्रदेश पुलिस के चार सदस्य मामले में विस्तृत जांच के लिए मुंबई रवाना हो चुके हैं। त्रिपाठी ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश पुलिस एक कार में मुंबई के लिए रवाना हो गयी है। प्राथमिकी में कठोर धाराएं हैं। तैयार रहो, धार्मिक भावनाएं आहत करने के लिए कीमत अदा करनी होगी।

ओटीटी प्लेटफार्म्स लगाम लगाने की जरुरत

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस वेब सीरीज की विषय वस्तु पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हमारी आस्था पर चोट और हमारे देवी-देवताओं का अपमान करने का अधिकार किसी को नहीं है। ओटीटी प्लेटफार्म्स पर परोसी जा रही अश्लीलता हमारे किशोरों के लिये ठीक नहीं है इसलिये इन मंचों पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है। केंद्र सरकार इस पर स्वत: संज्ञान ले रही है।’’

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