IIFA Awards 2023 | लंबे समय से बिग बी के साथ में काम क्यों नहीं कर रहे हैं अभिषेक बच्चन? एक्टर ने खुद बताई वजह
बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन का कहना है कि उनके लिए अपने पिता अमिताभ बच्चन के साथ काम करना हमेशा खुशी की बात होती है, और वे दोनों एक ऐसी पटकथा का इंतजार कर रहे हैं, जो दर्शकों के लिए “यादगार” साबित हो।
अबू धाबी। अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी (आईफा) पुरस्कार सभी बॉलीवुड सेलेब्स के लिए काफी खास होता है। बड़े समारोह के लिए सितारे पहले ही यस द्वीप पहुंच चुके हैं। प्री-इवेंट स्टार-स्टडेड था। इस साल अवॉर्ड शो को अभिषेक बच्चन और विक्की कौशल होस्ट करेंगे। हालांकि अभिषेक की पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन इसमें शामिल नहीं होंगी। वजह- उनकी बेटी आराध्या का स्कूल हैं। आराध्या की पढ़ाई को देखते हुए ऐश्वर्या राय बच्चन इवेंट में शामिल नहीं हुई है। इसके अलावा अभिषेक बच्चन अवॉर्ड शो में आ चुके हैं और स्टेज पर लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: हॉलीवुड की पत्रकार से शादी करेंगे सलमान खान? मैरिज प्रपोजल पर भाईजान ने दिया मजेदार जवाब, देखें वीडियो
बॉलीवुड अभिनेता अभिषेक बच्चन का कहना है कि उनके लिए अपने पिता अमिताभ बच्चन के साथ काम करना हमेशा खुशी की बात होती है, और वे दोनों एक ऐसी पटकथा का इंतजार कर रहे हैं, जो दर्शकों के लिए “यादगार” साबित हो। अमिताभ (80) और अभिषेक (47) ने बंटी और बबली , राम गोपाल वर्मा निर्देशित सरकार और सरकार राज , करण जौहर की कभी अलविदा ना कहना और फिल्म निर्माता आर. बाल्की की फिल्म “पा” फिल्म में काम किया है। ‘पा’ फिल्म में अमिताभ ने “प्रोजेरिया” से पीड़ित बच्चे का किरदार निभाया है जबकि अभिषेक ने बच्चे के पिता की भूमिका निभाई है। अभिषेक ने कहा कि वे दोनों साथ काम करना पसंद करते हैं, लेकिन वे अपनी पसंद को लेकर जिम्मेदार होना चाहते हैं।
इसे भी पढ़ें: Actress Saumya Tandon Kashmir की खूबसूरती पर हो गयीं फिदा, धरती के स्वर्ग पर सबसे आने की अपील की
अभिषेक ने यहां भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (आईफा) से इतर पत्रकारों से कहा, “हम एक साथ बहुत शानदार, यादगार काम कर चुके हैं, इसलिए हम इसे आगे भी जारी रखना चाहते हैं। यही वजह है कि हम सही पटकथा का इंतजार करते हैं और जब हमें सही पटकथा मिलेगी, तब हम साथ काम करेंगे।” अभिनेता पिता-पुत्र की जोड़ी बाल्की की आगामी फीचर घूमर में अभिनय करेगी। यह फिल्म हंगरी के निशानेबाज, दिवंगत केरोली टैकस की कहानी से प्रेरित है, जिन्होंने अपने दाएं हाथ में चोट लगने के बाद बाएं हाथ से दो ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते थे।
अन्य न्यूज़