भारत डब्ल्यूटीओ के मूलभूत सिद्धान्तों के बारे में अपने रूख पर कायम: प्रभु

''India stood firm on its stand on fundamental principles of WTO''

वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि भारत पिछले माह अर्जेन्टीना में डब्ल्यूटीओ मंत्रियों की हुई बैठक में बहुपक्षता के मूलभूत सिद्धान्त पर कायम है तथा नियम आधारित वैश्विक व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अन्य सदस्यों के साथ काम करना जारी रखेगा।

नयी दिल्ली। वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि भारत पिछले माह अर्जेन्टीना में डब्ल्यूटीओ मंत्रियों की हुई बैठक में बहुपक्षता के मूलभूत सिद्धान्त पर कायम है तथा नियम आधारित वैश्विक व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अन्य सदस्यों के साथ काम करना जारी रखेगा।

प्रभु ने डब्ल्यूटीओ में भारत के रूख के बारे में संसद के दोनों सदनों में आज अपनी ओर से दिये गये एक बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि देश के सहयोगी भागीदारों ने मंत्री स्तरीय बैठक में न केवल खाद्य सुरक्षा मामले का स्थायी समाधान निकालने बल्कि विकासशील देशों के हितों के अन्य मुद्दों को अपना समर्थन दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत बहुपक्षीय, नियम आधारित आम सहमति से निर्णय लेना, एक स्वतंत्र एवं विश्वसनीय विवाद निस्तारण और अपीलीय प्रक्रिया, विकास की केन्द्रीयता तथा सभी विकासशील देशों हेतु विशेष एवं भागीदारी उपचार सहित डब्ल्यूटीओ के मूलभूत सिद्धान्तों पर अपने रूख पर कायम रहा है।’’ डब्ल्यूटीओ की 11वीं मंत्री स्तरीय बैठक सार्थक नहीं रही क्योंकि अमेरिका सार्वजनिक खाद्य भंडारण मुद्दे का स्थायी समाधान निकालने की अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हट गया।

भारत के लिए यह एक प्रमुख मुद्दा है।अर्जेन्टीना में हुआ चार दिवसीय यह सम्मेलन किसी घोषणा या ठोस समाधान के बिना ही खत्म हुआ। किन्तु मात्स्यिकी तथा ई-कामर्स से जुड़ मुद्दों पर कुछ प्रगति हुई। प्रभु ने कहा कि मंत्री स्तरीय घोषणा के अभाव में मौजूदा आदेश एवं निर्णय वैध रहेंगे और उन्हें आगे बढ़ाया जाएगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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