कंडोम बनाने वाली कंपनी ने सऊदी अरब को लेकर किया ऐसा ऐलान, गल्फ बाजार में घमासान मचना तय!

कंपनी का भारत के बाहर पहला विनिर्माण संयंत्र होगा, जो इसके अंतरराष्ट्रीय विस्तार के सफर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। गल्फ इस्लामिक एंवेस्टमेंट के पास $3.5 बिलियन से ज्यादा की एसेट्स अंडर मैनेजमेंट है। सऊदी अरब में नया प्लांट लगाने का फैसला दिखाता है कि क्यूपिड गल्फ बाजार को लेकर गंभीर है और आने वाले समय में इस क्षेत्र को अपनी ग्रोथ का बड़ा केंद्र बनाना चाहती है।
हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी क्यूपिड लिमिटेड ने एक बड़ा ऐलान किया है। जिसके तहत वो भारत के अलावा अब सऊदी अरब में भी अपना जलवा बिखेरेगी। दरअसल कंपनी ने 29 दिसंबर को घोषणा की कि उसने सऊदी अरब में नया एफएमसीजी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने को मंजूरी दे दी है। यह फैक्ट्री किंगडम ऑफ सऊदी अरब (केएसए) में लगेगी और कंपनी की एफएमसीजी विस्तार रणनीति का अहम हिस्सा होगी। यह कंपनी का भारत के बाहर पहला विनिर्माण संयंत्र होगा, जो इसके अंतरराष्ट्रीय विस्तार के सफर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। गल्फ इस्लामिक एंवेस्टमेंट के पास $3.5 बिलियन से ज्यादा की एसेट्स अंडर मैनेजमेंट है। सऊदी अरब में नया प्लांट लगाने का फैसला दिखाता है कि क्यूपिड गल्फ बाजार को लेकर गंभीर है और आने वाले समय में इस क्षेत्र को अपनी ग्रोथ का बड़ा केंद्र बनाना चाहती है।
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प्रस्तावित संयंत्र का उद्देश्य क्यूपिड की एफएमसीजी विकास रणनीति को समर्थन देना और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) क्षेत्र से शुरू करते हुए विदेशी बाजारों में अपनी उपस्थिति को मजबूत करना है। संयंत्र क्षेत्रीय आपूर्ति क्षमताओं को बढ़ाएगा, बाजार में उत्पादों की पहुंच को तेज करेगा और केएसए और अन्य जीसीसी देशों में उत्पादों की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित करेगा। इस परियोजना को कंपनी के आंतरिक संसाधनों से वित्त पोषित करने का प्रस्ताव है और विस्तृत मूल्यांकन पूरा होने और आवश्यक नियामक और वैधानिक अनुमोदन प्राप्त होने के बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा। प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बाजारों के करीब विनिर्माण आधार स्थापित करके, क्यूपिड का लक्ष्य वैश्विक स्तर पर एफएमसीजी क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को मजबूत करना और पूरे क्षेत्र में सेवा दक्षता में सुधार करना है।
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कंपनी का कहना है कि इस नए मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के जरिए वह जीसीसी (गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल) देशों में अपनी सप्लाई चेन को बेहतर बना पाएगी। स्थानीय स्तर पर प्रोडक्शन होने से प्रोडक्ट्स जल्दी बाजार तक पहुंचेंगे। साथ ही स्टॉक की उपलब्धता बढ़ेगी और ग्राहकों तक समय पर सामान पहुंचाना आसान होगा। इसके अलावा, इससे कंपनी को नए ग्राहकों तक पहुंचने में मदद मिलेगी और क्षेत्रीय पकड़ और मजबूत होगी। खास बात यह है कि यह प्रोजेक्ट कंपनी अपने इंटरनल फंड्स से करेगी, यानी बड़े कर्ज़ का बोझ नहीं उठाना पड़ेगा।
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