एयर इंडिया प्रमुख की SBI चेयरमैन से मुलाकात, जेट एयरवेज के विमान लेने पर हुई चर्चा

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सूत्रों के मुताबिक, आंतरिक चर्चा के बाद, एयर इंडिया के चेयरमैन प्रस्ताव को मंजूरी के लिए सरकारी एयरलाइन कंपनी के निदेशक मंडल के पास ले जाएंगे और अगर सब कुछ सही रहा तो प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी के लिए नागर विमानन मंत्रालय के पास भेजा जाएगा।

मुंबई। जेट एयरवेज के विमानों को पट्टे पर लेने को लेकर एयर इंडिया के चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने शुक्रवार को भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार के साथ शुरुआती चरण की बातचीत की। मामले से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी। एयर इंडिया की उड़ान परिचालन बंद कर चुकी जेट एयरवेज के पांच बड़े विमानों को पट्टे पर लेने की योजना है। एयर इंडिया के मुख्यालय में हुई यह बातचीत एक घंटे से ज्यादा समय तक चली।

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सूत्रों ने बताया की कुमार के साथ बैठक के दौरान लोहानी ने जेट एयरवेज के पांच बी777एस विमान को पट्टे पर लेने के प्रस्ताव पर चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक, आंतरिक चर्चा के बाद, एयर इंडिया के चेयरमैन प्रस्ताव को मंजूरी के लिए सरकारी एयरलाइन कंपनी के निदेशक मंडल के पास ले जाएंगे और अगर सब कुछ सही रहा तो प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी के लिए नागर विमानन मंत्रालय के पास भेजा जाएगा। एयर इंडिया के निदेशक मंडल की बैठक 27 अप्रैल को होनी है। इस प्रस्ताव को चर्चा के लिए रखा जा सकता है। 

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गहराते कर्ज संकट और लगातार घटते राजस्व से जूझ रही जेट एयरवेज ने बुधवार रात से अपनी उड़ानों को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया। जेट एयरवेज के पास 16 बड़े विमान हैं। इनमें 10 बी 777- 300ईआर और छह एयरबस ए330एस विमान हैं। जेट एयरवेज के कर्ज पुनर्गठन कार्यक्रम के तहत स्टेट बैंक के नेतृत्व वाला बैंकों का समूह इन दिनों एयरलाइन के प्रबंधन की देखरेख कर रहा है। 

एयर इंडिया के चेयरमैन ने बुधवार को स्टेट बैंक प्रमुख को पत्र लिखकर जेट एयरवेज के पांच बोइंग 777एस विमानों को पट्टे पर लेने में अपनी रुचि दिखाई। एयर इंडिया इन विमानों को अपने अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर सेवा में लगाना चाहती है।

एयर इंडिया नये अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ान सेवायें शुरू करना चाहती है। इसके साथ ही उसकी मौजूदा अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ानों की संख्या बढ़ाने की भी मंशा है। सूत्रों ने कहा की लेकिन ऐसा करने के लिए उसके पास अतिरिक्त विमान नहीं है। यदि एयर इंडिया ऋणदाताओं के साथ यह सहमति बनाने में कामयाब होती है तो वह अंतरराष्ट्रीय परिचालन को और बढ़ा सकती है। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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