आंध्र प्रदेश का कर्ज केंद्र से कम, नहीं होंगे श्रीलंका जैसे हालात : वाईएसआर कांग्रेस

Andhra Pradesh Economy
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उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश का सार्वजनिक ऋण 2021-22 के अंत में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (एसजीडीपी) का 32.4 प्रतिशत था, जो इसी अवधि के दौरान केंद्र के सकल घरेलू उत्पाद के 57 प्रतिशत के ऋण से कम था।

नयी दिल्ली| वाईएसआर कांग्रेस के महासचिव वी. विजय साई रेड्डी ने बृहस्पतिवार को कहा कि आंध्र प्रदेश का कर्ज केंद्र सरकार से काफी कम है और राज्य में श्रीलंका जैसे हालात नहीं होंगे।

उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश का सार्वजनिक ऋण 2021-22 के अंत में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (एसजीडीपी) का 32.4 प्रतिशत था, जो इसी अवधि के दौरान केंद्र के सकल घरेलू उत्पाद के 57 प्रतिशत के ऋण से कम था।

रेड्डी ने कहा कि पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और केरल के बाद आंध्र प्रदेश एसजीडीपी अनुपात में कर्ज के मामले में बीते वित्त वर्ष के दौरान पांचवें स्थान पर था।

वाईएसआरसीपी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति में मीडिया को जानकारी देते हुए रेड्डी ने कहा, ‘‘मार्च 2022 के अंत में आंध्र प्रदेश का सार्वजनिक ऋण 3,75,751 करोड़ रुपये था, जबकि इसी अवधि में केंद्र सरकार का कर्ज 135.88 लाख करोड़ रुपये था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, राज्य की वित्तीय स्थिति पर तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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