जेटली समेत वरिष्ठ मंत्रियों ने एयर इंडिया के ‘भविष्य’ पर किया विचार विमर्श
केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने आज मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सहयोगियों तथा अधिकारियों के साथ कर्ज बोझ दबी राष्ट्रीय एयरलाइन एयर इंडिया के लिए भविष्य की ‘रणनीति’ पर विचार विमर्श किया।
नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने आज मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सहयोगियों तथा अधिकारियों के साथ कर्ज बोझ दबी राष्ट्रीय एयरलाइन एयर इंडिया के लिए भविष्य की ‘रणनीति’ पर विचार विमर्श किया। सूत्रों ने यह जानकारी दी। कुछ सप्ताह पहले ही एयर इंडिया के रणनीतिक विनिवेश के लिये बोली पेशकश पर कोई बोली नहीं मिली थी। इस बैठक में अस्थायी रूप से वित्त मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे पीयूष गोयल, नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
सूत्रों ने बताया कि जेटली की अध्यक्षता में हुई बैठक में एयर इंडिया से जुड़े घटनाक्रमों तथा आगे की कार्रवाई पर चर्चा हुई। एयर इंडिया के प्रस्तावित रणनीतिक विनिवेश के लिए लेनदेन पर सलाह देने वाली सलाहकार कंपनी ईवाई ने एक रिपोर्ट तैयार की थी। बैठक में इस रिपोर्ट पर भी विचार विमर्श हुआ। सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट में उन वजहों को बताया गया है जिनकी वजह से एयर इंडिया के विनिवेश के लिए कोई शुरूआती बोली नहीं मिली है। इसकी समय सीमा 31 मई को समाप्त हुई थी। पिछले सप्ताह एक सूत्र ने कहा था कि हिस्सेदारी बिक्री के लिए कोई बोली नहीं मिलने के बाद अब सरकार कर्ज के बोझ से दबी एयर इंडिया की सूचीबद्धता पर विचार कर रही है।
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