मंडी शुल्क घटाने की मांग को लेकर मध्यप्रदेश में व्यापारियों की कारोबार बंद की घोषणा

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मध्यप्रदेश में कृषि जिंसों का थोक कारोबार करने वाले व्यापारियों ने मंडी शुल्क घटाने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार से राज्य भर की मंडियों में अनिश्चितकाल के लिये कारोबार बंद रखने की घोषणा की है।

इंदौर। मध्यप्रदेश में कृषि जिंसों का थोक कारोबार करने वाले व्यापारियों ने मंडी शुल्क घटाने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार से राज्य भर की मंडियों में अनिश्चितकाल के लिये कारोबार बंद रखने की घोषणा की है। मध्यप्रदेश सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ समिति के अध्यक्ष गोपालदास अग्रवाल ने बुधवार को कहा, राज्य सरकार को कृषि उपज मंडियों में जिंसों की खरीद पर व्यापारियों से 1.5 प्रतिशत की मौजूदा दर से वसूले जाने वाले मंडी शुल्क को तुरंत घटाकर 0.5 फीसद करना चाहिए।

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उन्होंने कहा कि सूबे की लगभग 270 छोटी-बड़ी कृषि उपज मंडियों में जिंसों की खरीद-फरोख्त तब तक बंद रहेगी, जब तक मंडी शुल्क घटाने की कारोबारियों की मांग मान नहीं ली जाती। अग्रवाल ने कहा, संसद से हाल ही में पारित कृषि विधेयकों को लेकर हमारा कोई विरोध नहीं है। लेकिन हम चाहते हैं कि प्रदेश सरकार मंडी शुल्क घटाने की हमारी वर्षों पुरानी मांग मानकर हमारे कारोबारी हितों की रक्षा करे।

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कारोबारियों ने ऐसे वक्त बेमियादी हड़ताल की घोषणा की है,जब देश के सबसे बड़े सोयाबीन उत्पादक राज्य की मंडियों में खरीफ सत्र की इस तिलहन फसल की आवक शुरू हो रही है। हालांकि, मॉनसून की भारी वर्षा और कीटों के प्रकोप के चलते इस बार सोयाबीन उत्पादक किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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