चीनी ऐप्स वाली फिनटेक कंपनियों के साथ न करें डील, पड़ सकता है आपको भारी

ED और CID को कथित तौर पर दो दर्जन से अधिक चाइनीज लोन देने वाली कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू करने के लिए तैयार किया गया है। इसके साथ-साथ जांच एजेंसियों ने भुगतान गेटवे को निर्देश देते हुए कहा है कि वह अपने लेनदेन और भुगतान को संसाधित करने से रोकें।
केन्द्र सरकार ने चाइनीज फिनटेक लेंडर्स जैसे स्नैपइटी लोन, बबल लोन, गो कैश और फ्लिप कैश पर अपना लेंस बदल दिया है। व्यक्तिगत लोन एप जैसे संदिग्ध फिनटेक से डेटा समझौता की जांच करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। ED और CID दो दर्जन से अधिक चाइनीज लोन देने वाली कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू करेंगी। इसके साथ-साथ जांच एजेंसियों ने भुगतान गेटवे को निर्देश देते हुए कहा है कि वह अपने लेनदेन और भुगतान को संसाधित करने से रोकें। ED और CID की यूनिट ने Razorpay जैसे गेटवे को भुगतान करने के लिए अवगत कराया है, जो बड़ी संख्या में इन लेन-देन को मंजूरी देता है।
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इसके अलावा Paytm को एक पत्र भी भेजा गया है जिसमें, “ED और कई राज्य CID ने कई चीनी समर्थित फिनटेक संस्थाओं के खातों को रद्द करने के लिए भुगतान गेटवे को नोटिस जारी किए हैं। बता दें कि इन कंपनियों से पूछताछ की जा रही है। खबरों के मुताबिक, पेमेंट गेटवे से इन चाइनीज संस्थाओं के लिए कई खाते खोले जा रहे है और इन्हीं मनी ट्रोल को पता लगाने के लिए केवाईसी का होना जरूरी है। बता दें कि इस संबंध में Razorpay के खिलाफ कोई कार्रवाई या जांच नहीं हुई है। Razorpay ने पिछले तीन महीनों में 300-400 ऐप पर पहले ही प्रतिबंध लगाया है।
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