विदेशी जमा का भुगतान करने में व्यवधान नहीं पड़ने देंगे: राजन
आशंका खारिज करते हुए रिजर्व बैंक ने आज कहा कि वह घरेलू नकदी परिचालन और विदेशी मुद्रा में हस्तक्षेप बरकरार रखेगा ताकि आसानी से भुगतान सुनिश्चित किया जा सके।
मुंबई। विदेशी जमा खातों में रखी गई 20 अरब डालर रकम के भुगतान से आने वाले महीनों में बाजार में व्यवधान पड़ने की आशंका खारिज करते हुए रिजर्व बैंक ने आज कहा कि वह घरेलू नकदी परिचालन और विदेशी मुद्रा में हस्तक्षेप बरकरार रखेगा ताकि आसानी से भुगतान सुनिश्चित किया जा सके। वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी मौद्रिक नीति समीक्षा में आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि एफसीएनआर (बी) के भुगतान के प्रबंधन के संबंध में केंद्रीय बैंक ने खुले बाजार परिचालन और हाजिर बाजार हस्तक्षेप-वायदा खरीद डिलीवरी के जरिए प्रावधान कर नकदी की पूर्व व्यवस्था की है।
उन्होंने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक घरेलू नकदी परिचालन और विदेशी मुद्रा हस्तक्षेप बरकरार रखेगा जिससे बाजार में व्यवधान पहुंचाए बगैर एफसीएनआर :बी: के भुगतान का प्रबंधन हो।’’ राजन ने बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘‘हमें नहीं लगता कि एफसीएनआर (बी) के भुगतान से कोई व्यवधान पैदा होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी व्यवस्था और अच्छे प्रबंधन से भुगतान आसानी से हो जाना चाहिए। अप्रैल में घोषित नए नकदी ढांचे का क्रियान्वयन हो रहा है। हमने कुछ ढांचागत नकदी घाटे को कम किया है। हालांकि मौजूदा अधिशेष आंशिक तौर पर मौसमी वजह से है न की इसलिए कि हमने ढांचागत घाटे को समाप्त किया है।’’ राजन ने कहा कि नकदी होने के बावजूद बैंकों ने ग्राहकों को नीतिगत दर में कटौती का मामूली फायदा ही दिया है।
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