Gujarat का अगले 12 साल में हरित हाइड्रोजन का दुनिया का केंद्र बनने का लक्ष्य

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राजपूत ने कहा कि एक ताकत के रूप में गुजरात देश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा 2026-27 तक गुजरात को 500 अरब डॉलर का 2030-32 तक 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है।’’

गांधीनगर। गुजरात का लक्ष्य अगले 10-12 साल में अनुमानित 80 लाख टन सालाना की क्षमता हासिल कर दुनिया का हरित हाइड्रोजन का केंद्र बनने का है। राज्य के उद्योग मंत्री बलवंतसिंह राजपूत ने बिजनेस 20 इंडिया की शुरुआती बैठक के तहत ‘गुजरात जी20 कनेक्ट’ पर पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही। राजपूत ने कहा कि एक ताकत के रूप में गुजरात देश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा 2026-27 तक गुजरात को 500 अरब डॉलर का 2030-32 तक 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है।’’

राजपूत ने कहा कि गुजरात का लक्ष्य विशेष रूप से दूरदर्शी नीतियों और वैश्विक एजेंडा के साथ नई पीढ़ी के लिए हरित उत्पादन प्रक्रियाओं पर ध्यान केंद्रित करने का है। उन्होंने कहा, ‘‘अगले 10-12 वर्षों में हमारा लक्ष्य 80 लाख टन सालाना की हरित हाइड्रोजन उत्पादन क्षमता हासिल कर दुनिया का केंद्र बनने का है। यह उर्वरक, इस्पात, रसायन और पेट्रोलियम जैसे ऊर्जा गहन उद्योगों में हरित उत्पादन के को गति देने में मदद करेगा।’’

राजपूत ने कहा कि गुजरात पर्यावरण को बचाने और विकास को बढ़ावा देने के लिए नीतियां बनाने में सबसे आगे रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी, हरित हाइड्रोजन और हरित उत्पादन प्रक्रियाओं को विकसित करने पर जोर दे रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने हाल में कच्छ में 30 गीगावॉट का हरित पार्क स्थापित किया है। गुजरात के पास सौर और हरित ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन और अमोनिया के उत्पादन को समर्थन देने के लिए पर्याप्त भूमि है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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