औषधि मूल्य नियामक ने 36 दवाओं के दाम तय किये

उसमें बुडेसोनाइड इनहेलेशन तथा जेंटामाइसिन इंजेक्शन शामिल हैं। जहां बुडेसोनाइड का उपयोग अस्थमा के इलाज में किया जाता है वहीं जेंटामाइसिन का उपयोग कीटाणुओं के संक्रमण के इलाज के लिये किया जाता है।
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण नियामक एनपीपीए ने कैंसर, मधुमेह, संक्रमण, अस्थमा, दर्द समेत अन्य बीमारी के इलाज में उपयोगी 36 दवाओं की कीमतें तय की हैं। एक अधिसूचना में राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने अधिसूचना में कहा कि उसने 22 दवाओं की खुदरा कीमतें तय की हैं तथा 14 की उच्च कीमतों को संशोधित किया है।
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जिन दवाओं की कीमतों को संशोधित किया गया है, उसमें बुडेसोनाइड इनहेलेशन तथा जेंटामाइसिन इंजेक्शन शामिल हैं। जहां बुडेसोनाइड का उपयोग अस्थमा के इलाज में किया जाता है वहीं जेंटामाइसिन का उपयोग कीटाणुओं के संक्रमण के इलाज के लिये किया जाता है।
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इसके अलावा जिन अन्य दवाओं के खुदरा दाम नियत किये गये हैं, उसमें ट्रास्टुजुमाब इंजेक्शन (कैंसर के इलाज में उपयोगी) तथा मेटफोरमिन के साथ ग्लिकलाजाइड टैबलेट (डायबिटीज टाइप 2 के इलाज के लिये) शामिल हैं। एनपीपीए औषधि (कीमत नियंत्रण) आदेश, 2013 के तहत अनुसूची एक के अंतर्गत आने वाली जरूरी दवाओं के खुदरा मूल्य को नियत करता है।
NPPA has brought 42 Anti-Cancer Drugs under Trade Margin Rationalization by invoking Para 19 of the DPCO 2013 in Public Interest.
— NPPA~India🇮🇳 (@nppa_india) February 27, 2019
#India's drug pricing watchdog @nppa_india has capped trade margins of 42 cancer drugs at 30%. This means that the maximum retail price now cannot be more than 30% from the price at which the stockist has procured it, according to its latest notification. Here's the list: pic.twitter.com/Xcogrv2edS
— Prabha Raghavan (@PrabhaRaghavan) February 27, 2019
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