भारत ने कुछ प्लास्टिक के आयात में अचानक आई तेजी के बाद रक्षोपाय जांच शुरू की

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भारत ने घरेलू उद्योगों की शिकायत के बाद कुछ विशेष किस्म के प्लास्टिक के आयात में अचानक वृद्धि की रक्षोपाय (सेफगार्ड) जांच शुरू की है। व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने ‘दो पीपीएम से अधिक अवशिष्ट वीसीएम के साथ पीवीसी सस्पेंशन रेजिन’ के आयात की जांच शुरू की है।

नयी दिल्ली। भारत ने घरेलू उद्योगों की शिकायत के बाद कुछ विशेष किस्म के प्लास्टिक के आयात में अचानक वृद्धि की रक्षोपाय (सेफगार्ड) जांच शुरू की है। व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने ‘दो पीपीएम से अधिक अवशिष्ट वीसीएम के साथ पीवीसी सस्पेंशन रेजिन’ के आयात की जांच शुरू की है। इसका इस्तेमाल विभिन्न उद्योगों जैसे पाइप, पैकेजिंग, वायरिंग और इंसुलेशन तथा चिकित्सा उत्पादों में किया जाता है।

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डीजीटीआर की एक अधिसूचना के अनुसार, केमप्लास्ट कुड्डालोर विन्यल्स और डीसीडब्ल्यू लिमिटेड ने जांच शुरू करने के लिए आवेदन दायर किया है। आवेदन में आरोप लगाया गया है कि भारत में आयात की मात्रा में अचानक तेज वृद्धि हुई है, जिससे घरेलू उद्योग को गंभीर क्षति होने लगी है। इससे आगे और अधिक क्षति का खतरा पैदा हो रहा है। इन कंपनियों ने आयात पर मात्रात्मक प्रतिबंध के रूप में रक्षोपाय उपायों को लागू करने का अनुरोध किया है।

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अधिसूचना में कहा गया, ‘‘याचिकाकर्ताओं द्वारा दायर विधिवत प्रमाणित आवेदनों के आधार पर और घरेलू उद्योग द्वारा पेश किए गए सबूतों के आधार पर पहली नजर में अधिकारियों को लगता है कि रक्षोपाय जांच शुरू करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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