बाजार में जोरदार गिरावट से निवेशकों की दो लाख करोड़ रुपये की पूंजी डूबी

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मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लि. के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर फ्रैंकलिन टेंपलेटन द्वारा निकासी दबाव और बांड बाजार में नकदी संकट के चलते छह बांड योजनाओं को बंद करने की घोषणा की वजह से बिकवाली का दबाव रहा।’’

नयी दिल्ली। फ्रैंकलिन टेंपलेटन म्यूचुअल फंड द्वारा अपनी छह बांड योजनाओं को बंद करने की घोषणा तथा कोविड-19 संकट के चलते वैश्विक बाजारों में गिरावट के बीच शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 536 अंक टूट गया। इससे निवेशकों की सम्पत्ति पर 2,00,006.26 करोड़ रुपये का बट्टा लग गया। इससे पिछले दो कारोबारी सत्रों में बाजार में तेजी रही थी।

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मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लि. के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर फ्रैंकलिन टेंपलेटन द्वारा निकासी दबाव और बांड बाजार में नकदी संकट के चलते छह बांड योजनाओं को बंद करने की घोषणा की वजह से बिकवाली का दबाव रहा।’’ बीएसई सेंसेक्स 535.86 अंक या 1.68 प्रतिशत के नुकसान से 31,327.22 अंक पर बंद हुआ। इससे बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,00,006.26 करोड़ रुपये घटकर 1,21,73,452.47 करोड़ रुपये पर आ गया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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