मोदी 12 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में विश्व डेयरी सम्मेलन का करेंगे उद्घाटन

Pm Modi Inaugurate
प्रतिरूप फोटो
Google Creative Commons

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को ग्रेटर नोएडा में ‘आईडीएफ विश्व डेयरी सम्मेलन-2022’ का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम में 50 देशों के 1,500 से अधिक प्रतिनिधी भाग लेंगे। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने बृहस्पतिवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को ग्रेटर नोएडा में ‘आईडीएफ विश्व डेयरी सम्मेलन-2022’ का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम में 50 देशों के 1,500 से अधिक प्रतिनिधी भाग लेंगे। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने बृहस्पतिवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। यह कार्यक्रम 12 सितंबर से शुरू होगा और चार दिन तक चलेगा। कार्यक्रम का विषय ‘पोषण और आजीविका के लिए डेयरी’ रखा गया है।

रूपाला ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री 12 सितंबर को इस शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। लगभग 50 देशों के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। चार दिन के कार्यक्रम में 1,500 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे।’’ रूपाला ने कहा कि प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह तथा अन्य केंद्रीय मंत्री भी शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे। उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और गुजरात के मुख्यमंत्री भी 48 वर्ष बाद भारत में होने वाले इस वैश्विक कार्यक्रम में शामिल होंगे। पिछली बार भारत ने 1974 में अंतरराष्ट्रीय डेयरी कांग्रेस की मेजबानी की थी।

डेयरी शिखर सम्मेलन में वैश्विक और भारतीय डेयरी उद्योग के विशेषज्ञों, किसान और नीति योजनाकारों जुटेंगे। रूपाला ने कहा, ‘‘दूध उत्पादन में भारत दुनिया में पहले स्थान पर है और दूध के वैश्विक उत्पादन में देश का हिस्सा 23 प्रतिशत है। विदेशी प्रतिनिधि अपने अनुभव साझा करेंगे और डेयरी क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों के बारे में चर्चा करेंगे। हम उन्हें अपने अनुभव के बारे में बताएंगे।’’ इसके अलावा राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के अध्यक्ष मीनेश शाह ने कहा कि कार्यक्रम में 300 विदेशी प्रतिनिधि और 1,200 भारतीय प्रतिनिधि शामिल होंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘इसमें 700 से 800 किसान भी भाग लेंगे, जिसमें से ज्यादातर भारतीय होंगे।’’ उल्लेखनीय है कि देश में लगभग आठ करोड़ डेयरी किसान हैं और इनमें से ज्यादातर छोटे और सीमांत (औसतन दो गोवंश वाले) हैं। देश में दूध का वार्षिक घरेलू उत्पादन 22 करोड़ टन होने का अनुमान है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़