भारत को परवाह करने वाले पूंजीवादी मॉडल को अपनाने की जरूरत: राजीव कुमार
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने आज कहा कि देश को ऐसे पूंजीवादी मॉडल की जरूरत है जो परवाह करने वाला और संवेदना रखने वाला हो न कि केवल ज्यादा से ज्यादा लाभ के लिये काम करने वाला हो।
चेन्नई। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने आज कहा कि देश को ऐसे पूंजीवादी मॉडल की जरूरत है जो परवाह करने वाला और संवेदना रखने वाला हो न कि केवल ज्यादा से ज्यादा लाभ के लिये काम करने वाला हो। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), मद्रास के 55 वें दीक्षंत समारोह को संबोधित करते हुए कुमार ने कहा कि हमें उस दीमक से पार पाने की जरूरत है जिसे साठगांठ वाला पूंजीवाद कहा जाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 25 साल में भारत निश्चित रूप से बाजार आधारित पूंजीवादी अर्थव्यवस्था बना है। हालांकि, हमें विकास का स्वयं का मॉडल विकसित करने की जरूरत है।’’ नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि माडल नवप्रवर्तन , उद्यमिता तथा बड़े घरेलू बाजार को मजबूत बनाने में मददगार हो। उन्होंने सरकार , उद्योग , शिक्षाविदों तथा नागरिक समाज के बीच अविश्वास का जिक्र किया और कहा कि जब तक इसकी देश के लिये साझा दृष्टकोण नहीं अपनाया जाता, आगे बढ़ना मुश्किल होगा।
कुमार ने कहा, ‘‘हमारी परंपरागत वसुधैव कुटुम्बकम की है... हमें निश्चित रूप से पूंजीवाद के ऐसे माडल को अपनाना होगा जो दूसरे की परवाह करने वाला और संवेदनशील हो न कि केवल लाभ बढ़ाने वाला।’’ उन्होंने यह भी कहा कि युवा आबादी की आंकाक्षाओं को पूरा करने के लिये दहाई अंक में आर्थिक वृद्धि की जरूरत है जो कम - से - कम अगले तीन दशक तक कायम रहे। दीक्षांत समारोह के दौरान 1,400 डिग्री दिये गये।
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