बाजार में रही शानदार तेजी, सेंसेक्स 975 अंक ऊछला; निफ्टी 15150 के ऊपर हुआ बंद

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तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स में शुरूआती अच्छी रही और अंत में यह 975.62 अंक यानी 1.97 प्रतिशत की तेजी के साथ50,540.48 पर बंद हुआ। इस साल 30 मार्च के बाद सेंसेक्स में सबसे बड़ा उछाल है।

मुंबई। बाजार में पिछले दो दिन की गिरावट के बाद शुक्रवार को जोरदार तेजी आयी और बीएसई सेंसेक्स 976 अंक उछलकर बंद हुआ। भारतीय स्टेट बैंक के बेहतर तिमाही परिणाम से बैंक और वित्तीय शेयरों को नई गति मिली जिससे बाजार में मजबूती आयी। साथ ही दैनिक आधार कोविड-19 मामलों में कमी से भी निवेशकों की चिंता दूर हुई है। कारोबारियों के अनुसार रुपये की विनिमय दर के सुदृढ़ होने तथा वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख से भी घरेलू बाजार को समर्थन मिला। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स में शुरूआती अच्छी रही और अंत में यह 975.62 अंक यानी 1.97 प्रतिशत की तेजी के साथ50,540.48 पर बंद हुआ। इस साल 30 मार्च के बाद सेंसेक्स में सबसे बड़ा उछाल है। एनएसई निफ्टी भी 269.25 अंक यानी 1.81 प्रतिशत उछलकर 15,175.30 अंक पर बंद हुआ।

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सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक 4.48 प्रतिशत की तेजी एचडीएफसी बैंक में रही। भारतीय स्टेट बैंक का तिमाही परिणाम बेहतर रहने से शेयर में 4.30 प्रतिशत का उछाल आया। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई का शुद्ध लाभ 2020-21 की चौथी तिमाही में 80 प्रतिशत उछलकर 6,450.75 करोड़ रुपये रहा। मुख्य रूप से फंसे कर्ज में कमी से बैंक का लाभ बढ़ा है। इसके अलावा इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी जैसे प्रमुख शेयर भी लाभ में रहें। दूसरी तरफ, सेंसेक्स के केवल दो शेयर पावरग्रिड और डा. रेड्डीज में 0.37 प्रतिशत की गिरावट आयी। बाजार में इस तेजी से निवेशकों की संपत्ति 2.41 लाख करोड़ रुपये बढ़ी। इससे बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण बढ़कर 218.05 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 1,807.93 अंक यानी 3.70 प्रतिशत और निफ्टी 497.50 अंक यानी 3.38 प्रतिशत मजबूत हुए। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘बाजार में सबसे ज्यादा तेजी बैंकिंग कंपनियों के शेयरों में रही।

निवेशक एसबीआई के परिणाम से उत्साहित रहें। इसके अलावा प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीद से भी लिवाली में तेजी आयी। आरबीआई द्वारा अधिशेष राशि सरकार को हस्तांतरित किये जाने से बाजार में माहौल उत्साहजनक रहा। उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामलों में घटने की प्रवृत्ति से बाजार को समर्थन मिला। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के बोर्ड ने शुक्रवार को 31 मार्च 2021 को समाप्त नौ महीने की लेखा अवधि के लिए सरकार को अधिशेष के रूप में 99,122 करोड़ रुपये के हस्तांतरण को मंजूरी दी। कोविड-19 मामले में संक्रमण के मामले लगातार पांचवें दिन तीन लाख से नीचे बने हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह जारी आंकड़े के अनुसार देश में एक दिन में कोविड-19 के 2,59,551 नए मामले सामने आये।

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रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोदीमोदी के अनुसार, ‘‘ऐसा लग रहा है कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर अब कमजोर पड़ रही है। महामारी के मई के अंतिम सप्ताह या जून के मध्य तक चरम से बाहर निकलने का अनुमान सही जान पड़ रहा है। इसका प्रभाव 2021-22 की पहली तिमाही से आगे नहीं जाना चाहिए। इन सबसे निवेशकों के बीच भरोसा बढ़ रहा है।’’ एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई और सोल के बाजारों में गिरावट रही। तोक्यो तथा हांगकांग लाभ में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में बढ़त का रुख था। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.84 प्रतिशत की बढ़त के साथ 65.66 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 29 पैसे मजबूत होकर 72.83 पर बंद हुआ। शेयर बाजार के पास उपलब्ध अस्थायी आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध लिवाल रहे और बृहस्पतिवार को 71.04 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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