स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन 11,000 करोड़ रुपये के कर नोटिस पर बंबई उच्च न्यायालय पहुंची

Bombay High Court
प्रतिरूप फोटो
ANI
Prabhasakshi News Desk । Feb 3 2025 5:32PM

स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया ने अलग-अलग कलपुर्जों के रूप में कारों के आयात से संबंधित सीमा शुल्क धोखाधड़ी मामले में 11,000 करोड़ रुपये का कारण बताओ नोटिस के खिलाफ बंबई उच्च न्यायालय में अपील की है। स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया ने कहा कि वह कारण बताओ नोटिस को लेकर सभी उपलब्ध कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल कर रही है।

नयी दिल्ली । वाहन विनिर्माता स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया ने अलग-अलग कलपुर्जों के रूप में कारों के आयात से संबंधित सीमा शुल्क धोखाधड़ी मामले में 11,000 करोड़ रुपये का कारण बताओ नोटिस के खिलाफ बंबई उच्च न्यायालय में अपील की है। इस संबंध में संपर्क किए जाने पर स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया ने कहा कि वह कारण बताओ नोटिस को लेकर सभी उपलब्ध कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल कर रही है। इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि वह इस मामले में कर अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रही है।

कंपनी ने कहा, ‘‘स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया एक जिम्मेदार संगठन के रूप में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी वैश्विक एवं स्थानीय कानूनों और नियमों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित करता है।’’ भारत में फॉक्सवैगन समूह का नेतृत्व स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया के पास है। अधिकारियों ने इस कंपनी पर लगभग 11,000 करोड़ रुपये (लगभग 1.4 अरब डॉलर) की कथित सीमा शुल्क धोखाधड़ी में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सीमा शुल्क धोखाधड़ी उन कारों पर लागू होती है, जिन्हें सीकेडी इकाई के तौर पर देश में लाया जाता है।

सीकेडी इकाई का मतलब है कि किसी भी कार को अलग-अलग कलपुर्जों के तौर पर आयात किया जाए और फिर देश के भीतर असेंबलिंग कर एक कार तैयार कर दी जाए। फॉक्सवैगन समूह ने भारत में ऑडी, फॉक्सवैगन और स्कोडा जैसे विभिन्न ब्रांड के तहत कई ऐसे मॉडलों की बिक्री की है जिन्हें सीकेडी इकाई के तौर पर आयात किया गया और भारत में असेंबल किया गया। इन मॉडलों में ऑक्टेविया, सुपर्ब, कोडियाक, जेट्टा और टिगुआन शामिल हैं। समूह पर आरोप है कि उसने अलग-अलग कलपुर्जों के तौर पर इन कारों का आयात कर सीमा शुल्क अधिकारियों को गुमराह किया और उच्च आयात शुल्क से बचने की कोशिश की।

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