Year Ender 2025: मध्य प्रदेश की वो भयानक घटनाएं जिसने हिला दिया पूरा देश, जानें क्या हुआ

साल के आखिरी दिन 31 दिसंबर को मिजोरम और मणिपुर में नए साल के जश्न के कारण बैंक बंद रहेंगे, वहीं देश के बाकी हिस्सों में बैंक सामान्य रूप से खुले रहेंगे। अगले साल की शुरुआत में 1 जनवरी 2026 से 4 जनवरी 2026 तक विभिन्न त्योहारों और रविवार के अवकाश के कारण कई शहरों में बैंक बंद रहेंगे, जिससे साल के पहले चार दिनों में बैंकिंग सेवाओं पर असर पड़ेगा।
साल 2025 अब अपनी समाप्ति के तरफ है। आज यानी 31 दिसंबर 2025 से नए साल की उल्टी गिनती शुरु हो चुकी है। कुछ घंटे के बाद पूरी दुनिया 2026 के लिए जश्न मनाएगी। अब यह साल 2025 खत्म होने जा रहा है तो ऐसे में हम आपको इस लेख में बताएंगे साल 2025 में क्या-क्या घटनाएं हुई है, जिसने सभी को झकझोर दिया है। 2025 में घटी अहम घटनाएं काफी सुर्खियों में रही हैं। इस लेख में हम आपको मध्य प्रदेश की उन बड़ी चर्चित घटनाओं के बारे में बताते हैं, जिन्होंने हर किसी को हिलाकर रख दिया था। आइए इनके बारे में जानते हैं।
भोपाल गैस त्रासदी का कचरा पीथमपुर में जला
साल की शुरुआत में भोपाल गैस त्रासदी से जुड़ा हुआ है जहरीला कचरा एक बार फिर चर्चा में आय है, मध्य प्रदेश के धार ज़िले में स्थित पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में हाल ही में खतरनाक रासायनिक कचरे को नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। यह वही कचरा है जो लगभग चालीस वर्षों से भोपाल के यूनियन कार्बाइड कारखाने के परिसर में पड़ा हुआ था और जिसे पर्यावरण तथा मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा माना जाता रहा है। 1984 की भीषण भोपाल गैस त्रासदी के बाद फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में रासायनिक अपशिष्ट रह गया था, जिसमें कीटनाशक निर्माण से जुड़े रसायन, जहरीले अवशेष और दूषित सामग्री शामिल थी। वर्षों से इस कचरे के सुरक्षित और वैज्ञानिक निपटान को लेकर सवाल उठते रहे। अब राज्य और केंद्र सरकार की स्वीकृति के बाद इसे पीथमपुर की ट्रीटमेंट, स्टोरेज एंड डिस्पोजल फैसिलिटी में ले जाकर नष्ट किया जा रहा है।
जबलपुर में 7 श्रद्धालुओं की मौत
11 फरवरी 2025 को जबलपुर जिले के सिहोरा थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। दरअसल, महाकुंभ से स्नान कर आंध्र प्रदेश लौट रहे श्रद्धालुओं की ट्रैवलर वाहन की नेशनल हाइवे-30 पर तेज रफ्तार ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई। हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई।
24 बच्चों के लिए काल बना कफ सिरप कांड
मध्य प्रदेश में जहरीले कप सिरप की बात करें, तो अक्टूबर 2025 की शुरुआत में ऐसे कई हादसे हुए, जिसमें 24 बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई थी। बच्चों की मौत कोल्ड्रिफ ब्रांड के नाम से बेचे जाने वाले एलोपैथिक कफ सिरप से हुई थी, जिसमें 48.6 फीसदी डाई एथिलीन ग्लाइकॉल पाया गया, जो एक बहुत जहरीला रसायन होता है। इसके सेवन से ही किडनी फेल हो जाती हैं। इस मामले में तमिलनाडु की एक फार्मा कंपनी के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी।
सीहोर में भगदडड मची थी
अगस्त 2025 में सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में पंडित प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम के दौरान भारी भीड़ के कारण भगदड़ मची, जिसमें 2 महिलाओं की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए थे। बता दें कि, यह घटना रुद्राक्ष वितरण और कावड़ यात्रा से पहले हुई, जहां अत्यधिक भीड़ और अव्यवस्था के कारण हादसा हुआ था। इसके बाद प्रशासन और आयोजकों पर सवाल उठे।
गुजरात फैक्टरी में धमाके में मप्र के 18 लोगों की मौत
1 अप्रैल 2025 को गुजरात के बनासकांठा जिले में डीसा के समीप स्थित एक अवैध पटाखा फैक्ट्री और गोदाम में हुए भीषण विस्फोट और आग की घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। इस दर्दनाक हादसे में 21 मजदूरों की जान चली गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। चूंकि मृतकों में बड़ी संख्या मध्य प्रदेश से गए श्रमिकों की थी, इसलिए इस घटना ने मध्य प्रदेश में भी शोक की लहर और व्यापक प्रतिक्रिया पैदा की।
खंडवा दुर्गा विसर्जन में गई ट्रॉली तालाब में समाई
इसी साल खंडवा में दुर्गा प्रतिमा विर्सजन के समय हुए भीषण हादसे ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। बता दें कि, यह घटना तब हुई जब विसर्जन जुलूस के दौरान श्रद्धालुओं से भरा ट्रैक्टर-ट्रॉली अचानक से तलाब में जा गिरी। इस हादसे में 8 बच्चियों समेत कुल 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं।
इंदौर के बड़े अस्पताल में चूहों ने ली नवजातों की जान
इंदौर से अजीब मामला सामने आया था कि शासकीय महाराजा यशवंतराव (एमवाय) अस्पताल में लापरवाही का एक बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है। दरअसल, अस्पताल के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के एनआईसीयू में दो नवजात शिशुओं को चूहों ने कुतर दिया था। इसमें से दो नवजातों की मौत हो गई थी। एक नवजात बच्ची धार जिले के गढ़ की रहने वाली थी, जबकि दूसरा बच्चा देवास जिले के कमलापुर के परिवार से संबंधित है। 31 अगस्त को बच्ची को भर्ती कराया गया था, जहां उसे चूहे ने हाथ में काटा था। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची पहले से ही बेहद नाजुक में हालत में थी और हीमोग्लोबिन भी कम था।
इंदौर-खंडवा हाईवे पर खाई में गिरी बस
सोमवार रात करीब 9:45 बजे इंदौर-खंडवा मार्ग पर भेरूघाट के पास यात्रियों से भरी एक बस (एमपी-13 जेडई 4895) अनियंत्रित होकर लगभग 20 फीट गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में तीन लोगों की जान चली गई। दो मृतकों के शव महू स्थित मध्यभारत अस्पताल में रखे गए हैं, जबकि एक महिला ने एमवाय अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। प्रत्यक्षदर्शी रवि, निवासी सूरत, ने बताया कि बस ओंकारेश्वर से इंदौर की ओर आ रही थी। सामने से अचानक एक वाहन निकलने पर चालक का संतुलन बिगड़ गया, जिससे बस खाई में जा गिरी। दुर्घटना के बाद बस में चीख-पुकार मच गई और यात्री एक-दूसरे पर गिर पड़े।
रायसेन में 50 साल पुराना पुल अचानक धंसा
एमपी के रायसेन जिले में बरेली-पिपरिया हाईवे पर स्थित लगभग 50 साल पुराना पुल अचानक से धंस गया। यह हदसा उस समय हुआ, जब पुल से होकर दोपहिया वाहन जा रहे थे। पुल का एक हिस्सा टूटने से बाइक सवार नीचे गिर पड़े, जिससे कम से कम 10 लोग घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
ग्वालियर हादसे में पांच युवकों की हुई थी मौत
16 नवंबर 2025 की देर रात को ग्वालियर जिले के महाराजपुरा थाना क्षेत्र में सड़क हादसा हुआ। रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली और तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर कार की आमने-सामने टक्कर में पांच युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। सभी युवक शादी समारोह से लौट रहे थे, जिससे घरों में खुशियां मातम में तब्दील हो गया। इसी दौरान महाराजपुरा क्षेत्र में सामने से आ रही रेत से लदा ट्रैक्टर-ट्रॉली से कार की जोरदार भिड़ंत हो जाती है। टक्कर इतनी भीषण थी कि फॉर्च्यूनर का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
सतना में चढ़ा दिया एचआईवी संक्रमित रक्त
एमपी के सतना जिले में एक बेहद गंभीर मामला सामने आया, जब जिला अस्पताल में रक्त चढ़ाने (ब्लड ट्रांसफ्यूजन) के दौरान कथित तौर पर लापरवाही के कारण कई बच्चे एचआईवी संक्रमित हो गए। बता दें कि, ये सभी बच्चे थैलेसीमिया जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे और इन्हें नियमित रूप से खून चढ़ाने की जरुरत पड़ती है। जांच-पड़ताल में पता चला कि अस्पताल के ब्लड बैंक से उपलब्ध कराए गए रक्त को बच्चों को चढ़ाया गया था। उस समय किसी को भी संक्रमण की जानकारी नहीं थी। लेकिन दिसंबर 2025 के पहले पखवाड़े में जब बच्चों की नियमित जांच कराई गई, तो उनमें से 4 से 6 बच्चों की एचआईवी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिसके बाद सरकार ने एक्शन में आकर 3 अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
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