Wipro ने अमेरिका में जरूरतमंद बच्चों को बांटीं 10 हजार नई किताबें
भारत की प्रमुख आईटी कंपनियों में से एक विप्रो ने अमेरिका में वंचित बच्चों को 10 हजार से अधिक नयी पुस्तकें दान की हैं।
वाशिंगटन।भारत की प्रमुख आईटी कंपनियों में से एक विप्रो ने अमेरिका में वंचित बच्चों को 10 हजार से अधिक नयी पुस्तकें दान की हैं। कंपनी ने ये पुस्तकें नैश्विले, डलास और टंपा में वंचित बच्चों को वितरित की गईं। विप्रो ने यह कार्यक्रम वंचित बच्चों को नई पुस्तकें, पढ़ाई-लिखाई का सामान तथा अन्य जरूरी सामान मुहैया कराने का काम करने वाली संस्था ‘फर्स्ट बुक’ के सहयोग से किया। आईटी कंपनी ने ट्विटर पर यह जानकारी दी।
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— ET Hindi (@ETHindi) December 8, 2018
कंपनी ने ट्वीट किया,‘‘वाह, शानदार सप्ताह, पिछले पांच दिनों में हमने नैश्विले, डलास और टंपा में वंचित समुदाय के बच्चों के बीच 10 हजार से अधिक नयी किताबें बांटीं। यह काम फर्स्ट बुक’ के सहयोग से किया गया।
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हम बच्चों को किताबें थमाकर उन्हें सशक्त बनाने के लिए उत्साहित हैं।’’पिछले कुछ वर्षों से विप्रो और फर्स्ट बुक बच्चों को नयी पुस्तकें नि:शुल्क मुहैया करा रहे हैं। गौरतलब है कि भारत की लगभग सभी प्रमुख कंपनियां जैसे टीसीएस, इन्फोसिस और महिंद्रा अमेरिका में प्रत्येक वर्ष सामाजिक और धर्मार्थ कार्यों में लाखों डॉलर खर्च करती हैं।
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