कंपनी सचिव बन कर पाएं प्रतिष्ठा और अच्छी तनख्वाह
कंपनी सचिव का पद महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित होने के साथ−साथ आर्थिक दृष्टि से भी काफी फायदेमंद है। किसी भी कंपनी में कंपनी सचिव का पद बेहद महत्वपूर्ण होता है।
अगर आप एक साथ कई तरह की जिम्मेदारियां संभालना चाहते हैं, तो कंपनी सचिव बन कर अपने सपने को साकार कर सकते हैं। किसी भी कंपनी में कंपनी सचिव का पद बेहद महत्वपूर्ण होता है। उन्हें एक ही साथ कंपनी के वित्त, कानूनी एवं प्रशासनिक लेखा और नियंत्रक का काम भी देखना होता है। कंपनी सचिव का पद महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित होने के साथ−साथ आर्थिक दृष्टि से भी काफी फायदेमंद है।
कंपनी सचिव बनने के लिए किसी भी अभ्यर्थी को तीन परीक्षाएं उत्तीर्ण करनी पड़ती हैं। स्नातक परीक्षा में 50 फीसदी से ज्यादा अंक हासिल करने करने वाले उम्मीदवार को प्रवेश परीक्षा नहीं देनी पड़ती है। जिन उम्मीदवारों को स्नातक में 50 प्रतिशत से कम अंक मिलते हैं, उनके लिए संस्थान अलग से प्रवेश परीक्षा आयोजित करता है। प्रवेश परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को ही इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल होने की अनुमति मिलती है। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष है। इसके लिए अधिकतम आयु सीमा निर्धारित नहीं है।
तीनों ही परीक्षाएं नई दिल्ली स्थित भारतीय कंपनी सचिव संस्थान द्वारा देश के सभी प्रमुख नगरों में आयोजित की जाती हैं। प्रवेश परीक्षा में चार प्रश्न पत्र होते हैं। अंग्रेजी एवं वाणिज्य, संचार, वाणिज्य संचार व्यापार संगठन एवं प्रबंधन खाता सिद्धान्त और व्यापारिक नियम एवं सचिवीय कार्यप्रणाली। प्रवेश परीक्षा में सफल उम्मीदवार को कंपनी सचिव संस्थान में पांच वर्ष के लिए पंजीकरण कराना पड़ता है। इस पांच साल के दौरान उन्हें इंटरमीडिएट के साथ−साथ फाइनल परीक्षा भी उत्तीर्ण करनी होती है। इंटरमीडिएट परीक्षा में सफल उम्मीदवार ही फाइनल परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। फाइनल परीक्षा में कुल 9 प्रश्न पत्र होते हैं। वित्त प्रबंधन, प्रबंधन नियंत्रण एवं लेखा परीक्षण, नियमित कर, प्रबंधन एवं योजना, अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था और उच्चस्तरीय सचिवगत अभ्यास।
फाइनल परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले उम्मीदवार को किसी कंपनी में व्यवहारिक प्रशिक्षण भी प्राप्त करना पड़ता है। इस दौरान परीक्षा के साथ−साथ प्रशिक्षण में सफल उम्मीदवारों को कंपनी सचिव का प्रमाण पत्र दिया जाता है। कंपनी सचिव का पद अगर चमक दमक भरा है तो दूसरी ओर इसमें चुनौतियां भी कम नहीं हैं। लगन से जुटे रहने वाले छात्रों को ही सफलता मिलती है।
कुशल कंपनी सचिव बनने के लिए मानसिक और बौद्धिक रूप से कुशाग्र तो होना ही चाहिए। इसके साथ ही स्मार्ट और बोलचाल में चुस्त भी होना चाहिए। कंपनी सचिव की डिग्री प्राप्त नए उम्मीदवारों की नियुक्ति उनकी योग्यता, अनुभव और कंपनी के आधार पर सहायक सचिव या सचिव के पद पर भी हो सकती है। कंपनी सचिव अपनी प्रतिभा, लगन, मेहनत और कार्यकुशलता के बल पर संबंधित कंपनी में जनरल मैनेजर तक की कुर्सी हासिल कर सकता है। ज्यादा जानकारी के लिए इस पते पर संपर्क किया जा सकता है−
सेक्रेटरी, भारतीय कंपनी सचिव संस्थान, 22− इंस्टीट्यूशनल रोड़, नई दिल्ली।
अमित भंडारी
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