14 साल के वैभव सूर्यवंशी बने राष्ट्रीय प्रेरणा, राष्ट्रपति मुर्मू ने दिया बाल पुरस्कार

Vaibhav Suryavanshi
ANI
अंकित सिंह । Dec 26 2025 2:19PM

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया, जो 5-18 आयु वर्ग के लिए भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह पुरस्कार वैभव की असाधारण प्रतिभा और विभिन्न क्षेत्रों में उनकी उपलब्धियों को पहचानता है, जिसके चलते उन्हें आज बिहार का विजय हजारे ट्रॉफी मैच छोड़ना पड़ा। राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस समारोह में 20 युवा प्रतिभावान बच्चों को राष्ट्र की प्रेरणा के रूप में सम्मानित किया गया।

वैभव सूर्यवंशी को आज नई दिल्ली में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 14 वर्षीय वैभव को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान (5-18 आयु वर्ग) से नवाजा गया है, जो वीरता, कला एवं संस्कृति, पर्यावरण, नवाचार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा और खेल के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों के लिए प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। यह समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित हुआ और इसी कारण वैभव आज मणिपुर के खिलाफ बिहार का विजय हजारे ट्रॉफी मैच भी नहीं देख पाए।

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खबरों के मुताबिक, उन्हें समारोह के लिए सुबह 7 बजे राष्ट्रपति भवन में उपस्थित होने के लिए कहा गया था, जहां अन्य 19 बच्चों को भी उनके संबंधित क्षेत्रों में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति भवन ने कहा, "आपकी उपलब्धियां पूरे देश को प्रेरित करती हैं। आज सम्मानित किया गया प्रत्येक बच्चा समान रूप से महत्वपूर्ण और मूल्यवान है। ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों के कारण ही भारत वैश्विक मंच पर अपनी चमक बरकरार रखे हुए है।"

इसमें कहा गया है कि आपकी असाधारण प्रतिभाओं का प्रदर्शन वीरता, कला एवं संस्कृति, पर्यावरण, नवाचार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा और खेल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में हुआ है। आप सभी ने सराहनीय कार्य किया है। समय की कमी के कारण मैं कुछ ही बच्चों का नाम ले पा रही हूँ, लेकिन आज सम्मानित किया गया प्रत्येक बच्चा समान रूप से महत्वपूर्ण और आदरणीय है।

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द्रौपदी मुर्मू ने पुरस्कार समारोह में अपने भाषण में कहा कि ऐसे ही प्रतिभाशाली बच्चों के कारण भारत को शतरंज के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर पहचान मिल रही है, जो एक गौरवपूर्ण क्षण है। आज उनके माता-पिता को सम्मानित किया गया है। मैं हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूँ और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करती हूँ। उनकी वीरता पूरे देश के बच्चों को प्रेरित करती रहेगी।

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