- |
- |
कोविड टेस्ट के बाद किदाम्बी श्रीकांत के नाक से बहा खून, BWF ने की थाईलैंड ओपन के आयोजकों से बात
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 13, 2021 14:27
- Like

बैडमिंटन विश्व महासंघ श्रीकांत की नाक से खून बहने के बाद थाईलैंड ओपन के आयोजकों से बात कर रहा है।स्वास्थ्य अधिकारियों के रवैये से खफा श्रीकांत ने इसे ‘अस्वीकार्य’ बताया। बीडब्ल्यूएफ ने कहा कि आयोजकों ने खून बहने के कारणों की जानकारी दी।
बैंकॉक। बैडमिंटन विश्व महासंघ ने बुधवार को कहा कि थाईलैंड ओपन के दौरान कोरोना जांच सुविधाजनक ढंग से सुनिश्चित करने के लिये वह आयोजकों के संपर्क में है।इससे पहले भारतीय खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत की नाम से टेस्ट के बाद खून बहने लगा था। दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत की मंगलवार को कोरोना जांच हुई जिसके बाद उनकी नाक से खून बहने लगा। स्वास्थ्य अधिकारियों के रवैये से खफा श्रीकांत ने इसे ‘अस्वीकार्य’ बताया। बीडब्ल्यूएफ ने कहा कि आयोजकों ने खून बहने के कारणों की जानकारी दी।
We take care of ourselves for the match not to come and shed blood for THIS . However , I gave 4 tests after I have arrived and I can’t say any of them have been pleasant .
— Kidambi Srikanth (@srikidambi) January 12, 2021
Unacceptable pic.twitter.com/ir56ji8Yjw
इसे भी पढ़ें: मोटो रेसर संतोष की हालात में आया सुधार, जल्द हो सकती है भारत वापसी
इसने एक बयान में कहा ,‘‘ कई दौर की कोरोना जांच के बाद किदाम्बी श्रीकांत की नाक से खून बहने लगा था। उसका तीन बार नमूना लिया गया और वह तनाव में भी थे।शायद उसी वजह से उनकी नाक से खून बह निकला।’’ बयान में कहा गया ,‘‘ जांच कर रहे दल ने उस समय उनकी नाक से खून निकलता नहीं पाया और उस समय श्रीकांत ने भी कोई शिकायत नहीं की थी। इसके तीन से पांच मिनट बाद भारतीय टीम के एक अन्य सदस्य ने बताया कि उसकी नाक से खून बह रहा है।’’ महासंघ ने कहा ,‘‘यह पता नहीं है कि खिलाड़ी ने अपनी नाक टिश्यू से दबाई थी या उनकी नाक बह रही थी जिससे रक्त वाहिकाओं को चोट पहुंची।’’ बयान में कहा गया कि आयोजकों से बात की गई है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि खिलाड़ियों और प्रतियोगियों की जांच सुविधाजनक और सुरक्षित माहौल में हो।
राम मंदिर निर्माण के लिए गौतम गंभीर ने दिया एक करोड़ रुपया चंदा
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 21, 2021 16:47
- Like

पार्टी नेताओं ने बताया कि दिल्ली भाजपा ने पूरे शहर में चंदा एकत्र करने के लिए कूपन जारी किया है, जो 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये का है। दिल्ली भाजपा महासचिव और अभियान के संयोजक कुलजीत चहल ने बताया कि इसका इस्तेमाल लोगों से चंदा एकत्र करने में किया जाएगा।
नयी दिल्ली। भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए एक करोड़ रुपया चंदा दिया है। क्रिकेटर से नेता बने गंभीर ने कहा कि यह राशि उन्होंने और उनके परिवार ने अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए दी है, जो सभी भारतीयों का सपना है।
इसे भी पढ़ें: श्रीराम मंदिर निर्माण चंदे को लेकर दिग्विजय सिंह के छोटे भाई का विवादित बयान – कहाँ चोट्टो को ना दे चंदा
पूर्वी दिल्ली से सांसद ने एक बयान में कहा, ‘‘भव्य राम मंदिर सभी भारतीयों का सपना है। इसके लिए मेरे और मेरे परिवार की ओर से यह रकम एक छोटा सा योगदान है।’’ पार्टी नेताओं ने बताया कि दिल्ली भाजपा ने पूरे शहर में चंदा एकत्र करने के लिए कूपन जारी किया है, जो 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये का है। दिल्ली भाजपा महासचिव और अभियान के संयोजक कुलजीत चहल ने बताया कि इसका इस्तेमाल लोगों से चंदा एकत्र करने में किया जाएगा।
Related Topics
भाजपा गौतम गंभीर अयोध्या राम मंदिर कुलजीत चहल BJP Gautam Gambhir Ayodhya Ram Mandir Kuljeet Chahalक्या दूसरे टेस्ट में श्रीलंका को मात दे पाएगी इंग्लैंड? टीम में किए जा सकते है बदलाव
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 21, 2021 15:43
- Like

श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड की निगाहें जीत पर होगी।चैम्पियनशिप का फाइनल जून में खेला जायेगा और इसकी दौड़ में बने रहने के लिये इंग्लैंड को श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में जीत की जरूरत होगी और साथ ही भारत के दौरे पर उसे वहां श्रृंखला भी जीतनी होगी।
गॉल। इंग्लैंड को श्रीलंका में एक और टेस्ट श्रृंखला जीतने के लिये केवल एक ड्रा की जरूरत है लेकिन जो रूट की अगुआई वाली टीम शुक्रवार को शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में इसके बजाय नतीजा हासिल करने के बारे में सोच रही होगी। इंग्लैंड की टीम आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) टेस्ट चैम्पियनशिप तालिका में भारत, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बाद चौथे स्थान पर है। चैम्पियनशिप का फाइनल जून में खेला जायेगा और इसकी दौड़ में बने रहने के लिये इंग्लैंड को श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में जीत की जरूरत होगी और साथ ही भारत के दौरे पर उसे वहां श्रृंखला भी जीतनी होगी। इंग्लैंड ने 2007 के बाद से श्रीलंका में कोई श्रृंखला नहीं गंवायी है और स्पिन गेंदबाजी का बखूबी सामना कर सफलता हासिल की है।
इसे भी पढ़ें: धोनी से तुलना किए जाने पर पंत ने कहा, 'खुद का बनाना चाहता हूँ नाम'
पहले टेस्ट में रूट का दबदबा रहा जिन्होंने पहली पारी में दोहरा शतक जमाया और 228 रन की पारी खेली जिससे इंग्लैंड ने श्रीलंका को सात विकेट से हरा दिया। श्रीलंकाई टीम पहले दिन पहली पारी में 135 रन पर सिमट गयी थी। लेकिन दूसरी पारी में रूट एक रन पर रन आउट हो गये थे जिससे टीम ने छोटे से लक्ष्य का पीछा करते हुए 14 रन पर तीन विकेट खो दिये थे। अब कप्तान अपने 99वें टेस्ट में इस चीज को ठीक करने का लक्ष्य बनाये होंगे। इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज डॉमिनिक सिबले और जाक क्राउले भी दोनों पारियों में 10 रन से कम के स्कोर पर आउट हो गये। लेकिन रूट ने अपने सलामी बल्लेबाजों का समर्थन किया है। डेनियल लारेंस ने पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए अपना टेस्ट पदार्पण किया और पहली पारी में 73 रन बनाने के बाद वह दूसरी पारी में संयमित दिखे और जॉनी बेयरस्टो के साथ 62 रन की भागीदारी करते हुए उन्होंने 21 रन जोड़े और टीम को जीत दिलायी। इंग्लैंड के पास कुछ विकल्प हैं और वह कुछ रोटेशन कर सकता है विशेषकर तेज गेंदबाजों के साथ क्योंकि उसे भारत के आगामी दौरे पर चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी है। जिमी एंडरसन शुरूआती टेस्ट में नहीं खेल पाये थे लेकिन वह दूसरे टेस्ट में वापसी कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: 11 महीने बाद टेनिस में वापसी करेगी विश्व की नंबर एक टेनिस खिलाड़ी एश बार्टी
स्टुअर्ट ब्राड ने पहला टेस्ट खेला था पर उन्हें आराम दिया जा सकता है। इंग्लैंड की टीम ओली स्टोन की जगह मार्क वुड को उतार सकती है जबकि क्रिस वोक्स और सैम कुरेन के बीच आलराउंडर स्थान के लिये प्रतिस्पर्धा हो सकती है। श्रीलंका के मैच के लिये बदलाव करने की उम्मीद है। मेजबान ने श्रृंखला 22 खिलाड़ियों के बायो-बबल से शुरू की थी लेकिन पांच खिलाड़ियों को घर भेज दिया गया था। तेज गेंदबाज सुरंगा लकमल और शीर्ष क्रम के बल्लेबाज ओशाडा फर्नांडो की चोटों से उबरने के बाद वापसी की उम्मीद है। लकमल वानिंदु हसारंगा और फर्नांडो कुसाल मेंडिस की जगह टीम में आयेंगे। अगर श्रीलंका आल राउंडर दासुन शनाका को बाहर करने का फैसला करता है तो स्पिन गेंदबाजी आलराउंडर रमेश मेंडिंस पदार्पण कर सकते हैं।
26 जनवरी की योजनाओं पर ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को लगाई फटकार
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 21, 2021 12:58
- Like

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की 26 जनवरी की योजनाओं पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने नाराजगी जताई है।इस दिन ऑस्ट्रेलिया में जगह-जगह समारोह, परेड, महोत्सव के अलावा जश्न का आयोजन होता है लेकिन साथ ही विरोध-प्रदर्शन भी होते हैं।
ब्रिसबेन। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अपनी स्वदेशी सलाहकार समिति की सिफारिश के बाद 26 जनवरी को तीन मैचों की मार्केटिंग में ‘राष्ट्रीय अवकाश’ का उल्लेख करने से इनकार करने पर देश के प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन ने नाराजगी जताई है। ऑस्ट्रेलिया दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन 1788 में कप्तान आर्थर फिलिप ब्रिटेन से 11 समुद्री जहाजों में सजा पाने वाले दोषियों को लेकर बोटेनी बे लाए थे जिसे अब सिडनी के नाम से जाना जाता है। इस दिन ऑस्ट्रेलिया में जगह-जगह समारोह, परेड, महोत्सव के अलावा जश्न का आयोजन होता है लेकिन साथ ही विरोध-प्रदर्शन भी होते हैं।
इसे भी पढ़ें: धोनी से तुलना किए जाने पर पंत ने कहा, 'खुद का बनाना चाहता हूँ नाम'
ऑस्ट्रेलिया के स्वदेश समुदाय के कई लोग इस दिन को ‘आक्रमण के दिन’ के रूप में देखते हैं और इसके साथ ही उपनिवेशवादियों के हाथों उनके उत्पीड़न और कष्टों की शुरुआत हुई और बाद में संघीय और राज्य सरकारों का रवैया भी ऐसा ही रहा। लंबे समय से राष्ट्रीय अवकाश को मनाने के लिए वैकल्पिक तिथि तलाशने को लेकर सार्वजनिक बहस चल रही है। ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश टी20 लीग के 26 जनवरी को तीन मैच होने हैं और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय आदिवासी एंड टोरेस स्ट्रेट आइलैंडर क्रिकेट सलाहकार समिति ने सिफारिश की है कि इस दिन को ऑस्ट्रेलिया दिवस की जगह सिर्फ 26 जनवरी के रूप में पेश किया जाए।प्रधानमंत्री मौरिसन ने गुरुवार को मध्य क्वीन्सलैंड राज्य के रॉकथेम्पटन में एक रेडियो स्टेशन से कहा, ‘‘क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को मेरा संदेश है कि वे क्रिकेट पर थोड़ा अधिक और राजनीति पर थोड़ा कम ध्यान दें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह काफी साधारण सी चीज है।’’ बिग बैश में 26 जनवरी को एक मुकाबला एडीलेड ओवल में और अन्य दो मुकाबले मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जाने हैं।

