कॉनवे और रविंद्र के शतकीय प्रहार से चित हुआ इंग्लैंड, न्यूजीलैंड की आसान जीत

इस तरह से बेन स्टोक्स की अनुपस्थिति में मोइन को ऊपर भेजने का फैसला सही साबित नहीं हुआ। इसके बाद रूट और कप्तान जोस बटलर (42 गेंद में 43 रन, दो चौके, दो छक्के) ने पांचवें विकेट के लिए 70 रन की साझेदारी की जिससे इंग्लैंड की बड़ा स्कोर बनाने की उम्मीदें जगी लेकिन हेनरी ने अपने दूसरे स्पेल में इंग्लैंड के कप्तान को विकेट के पीछे कैच करा कर पवेलियन भेज दिया। पिछले चार वर्षों में बहुत अधिक वनडे मैच नहीं खेलने के बावजूद रूट ने एक छोर संभाले रखा और इस प्रारूप में अपना 36वां अर्धशतक पूरा किया।
बाएं हाथ के बल्लेबाजों डेवोन कॉनवे और रचिन रविंद्र के आकर्षक शतक तथा इन दोनों के बीच रिकॉर्ड साझेदारी से न्यूजीलैंड ने गुरुवार को यहां एकदिवसीय विश्व कप के उद्घाटन मैच में इंग्लैंड को 82 गेंद शेष रहते हुए नौ विकेट से करारी शिकस्त देकर अपने अभियान का शानदार आगाज करने के साथ ही 2019 के फाइनल में मिली हार का बदला भी चुकता किया। कप्तान केन विलियमसन के बिना खेल रहे न्यूजीलैंड के सामने 283 रन का लक्ष्य था जो उसने 36.2 ओवर में एक विकेट खोकर हासिल कर दिया। कॉनवे ने 121 गेंद पर 19 चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 152 रन बनाए जबकि रविंद्र ने 96 गेंद पर नाबाद 123 रन की पारी खेली जिसमें 11 चौके और पांच छक्के शामिल हैं। इन दोनों ने अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर बनाया।
कॉनवे और रविंद्र ने दूसरे विकेट के लिए 273 रन की अटूट साझेदारी की। यह न्यूजीलैंड की तरफ से विश्व कप में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है। उनकी इन पराक्रमी परियों से न्यूजीलैंड 2019 के फाइनल की कड़वी यादों को पीछे छोड़ने में सफल रहा जब वह बाउंड्री की गणना में इंग्लैंड से खिताब गंवा बैठा था। इंग्लैंड पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद नियमित अंतराल में विकेट गंवाने के कारण 9 विकेट पर 282 रन ही बना पाया। उसकी तरफ से अनुभवी बल्लेबाज जो रूट ने सर्वाधिक 77 रन का योगदान दिया। न्यूजीलैंड के कामचलाऊ स्पिनर ग्लेन फिलिप्स ने तीन ओवर में 17 रन देकर दो विकेट लिए जिनमें रूट और ऑलराउंडर मोईन अली (11) जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।
मिशेल सेंटनर ने 10 ओवर में 37 रन देकर दो और मैट हेनरी ने 48 रन देकर तीन विकेट लिए। कॉनवे ने क्रिस वोक्स के पहले ओवर में दो चौके लगाकर 10 रन बटोरे लेकिन सैम करेन ने अगले ओवर की पहली गेंद पर विल यंग (00) को विकेट के पीछे कैच करा दिया। इसके बाद इंग्लैंड के गेंदबाज विकेट हासिल करने के लिए तरसते रहे। रविंद्र ने शीर्ष क्रम में भेजे जाने के फैसले को सही साबित किया। उन्होंने क्रीज पर आते ही आक्रामक करवाया अपनाया और कॉनवे के साथ मिलकर कुछ आकर्षक चौके लगाने के अलावा ऑफ स्पिनर मोईन को निशाना बनाकर उन पर दो छक्के लगाए। इनमें से दूसरे छक्के से उन्होंने 36 गेंद पर अपना पचासा पूरा किया। कॉनवे ने भी 50 रन तक पहुंचने के लिए 36 गेंद खेली।
वह लेग स्पिनर आदिल रशीद पर चौका जड़कर इस मुकाम पर पहुंचे। न्यूजीलैंड के स्पिनरों ने जहां अपना कमाल दिखाया वहीं कॉनवे और रविंद्र के सामने इंग्लैंड के स्पिनरों की एक नहीं चली। इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने गेंदबाजी में लगातार बदलाव किए लेकिन इन दोनों पर उसका कोई असर नहीं पड़ा और वे सहजता से रन बटोरते रहे। कॉनवे ने पहले शतक पूरा किया। वनडे क्रिकेट में अपने पांचवें शतक के लिए उन्होंने 83 गेंद खेली। रविंद्र ने इसके बाद 82 गेंद पर अपने वनडे करियर का पहला शतक पूरा किया। यह विश्व कप में न्यूजीलैंड की तरफ से सबसे तेज शतक है। इससे पहले यहां की गर्म और उमस भरी परिस्थितियों में न्यूजीलैंड के स्पिनरों ने अच्छा प्रदर्शन किया और इंग्लैंड के बल्लेबाजों के आक्रामक तेवरों पर अंकुश लगाए रखा।
विश्व कप 2023 का पहला रन छक्के के रूप में आया जो जॉनी बेयरस्टो (35 गेंद पर 33 रन) ने ट्रेंट बोल्ट पर बैकवर्ड स्क्वायर लेग क्षेत्र में लगाया। इसके बाद उन्होंने चौका जड़ा और इस तरह से पहले ओवर में 12 रन जुटाए लेकिन इसके बाद परिस्थितियां बदलने में समय नहीं लगा। हेनरी ने डेविड मालन (14) को शुरू से ही परेशान किया और आखिर में उन्होंने इस बल्लेबाज को विकेट के पीछे कैच कराकर न्यूजीलैंड को पहली सफलता दिलाई। उसे दूसरा विकेट हासिल करने में ज्यादा समय नहीं लगा। सेंटनर ने बेयरस्टो को सीमा रेखा पर डेरेल मिचेल के हाथों कैच करा कर उनकी आक्रामकता पर विराम लगाया। हैरी ब्रूक ने 16 गेंद पर 25 रन की तूफानी पारी खेली। उन्होंने रचित रविंद्र पर दो चौके और एक छक्का लगाया लेकिन बाएं हाथ के इस स्पिनर पर एक और लंबा शॉट खेलने के प्रयास में उन्होंने डेवोन कॉनवे को कैच थमा दिया।
ऐसे समय में फिलिप्स को गेंद सौंपने का फैसला सही साबित हुआ और उन्होंने मोईन अली को ज्यादा देर तक नहीं टिकने दिया। इस तरह से बेन स्टोक्स की अनुपस्थिति में मोइन को ऊपर भेजने का फैसला सही साबित नहीं हुआ। इसके बाद रूट और कप्तान जोस बटलर (42 गेंद में 43 रन, दो चौके, दो छक्के) ने पांचवें विकेट के लिए 70 रन की साझेदारी की जिससे इंग्लैंड की बड़ा स्कोर बनाने की उम्मीदें जगी लेकिन हेनरी ने अपने दूसरे स्पेल में इंग्लैंड के कप्तान को विकेट के पीछे कैच करा कर पवेलियन भेज दिया। पिछले चार वर्षों में बहुत अधिक वनडे मैच नहीं खेलने के बावजूद रूट ने एक छोर संभाले रखा और इस प्रारूप में अपना 36वां अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने फिलिप्स पर रिवर्स स्वीप लगाने के प्रयास में अपना विकेट इनाम में दिया। रूट ने अपनी 86 गेंद की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया।
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