गौतम गंभीर के युग में लौटने की कोशिश करेगा कोलकाता नाइटराइडर्स

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केकेआर को इस सत्र का अभियान 11 अप्रैल को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ चेन्नई में शुरू करना है और टीम पिछली कमजोरियों से सबक लेकर नये सिरे से शुरुआत करने के लिये प्रतिबद्ध होगी। इयोन मोर्गन पहली बार पूरे टूर्नामेंट के लिये केकेआर की कप्तानी संभालेंगे।

कोलकाता। गौतम गंभीर के जाने के बाद कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) के प्रदर्शन में निरंतर गिरावट आयी लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दो बार की चैंपियन टीम नौ अप्रैल से शुरू होने वाले टूर्नामेंट में सही संयोजन तैयार करके खोया जादू हासिल करने की कोशिश करेगी। यूएई में खेले गये पिछले टूर्नामेंट में सलामी जोड़ी से लेकर मध्यक्रम और फिनिशर तक केकेआर की टीम जूझती हुई नजर आयी। टूर्नामेंट के बीच में कप्तान भी बदला गया लेकिन इससे भी कोई फर्क नहीं पड़ा। वेस्टइंडीज के दो स्टार खिलाड़ियों आंद्रे रसेल और सुनील नारायण के नहीं चल पाने के कारण केकेआर गंभीर युग के बाद लगातार दूसरी बार प्लेऑफ में जगह बनाने में असफल रहा था। केकेआर को इस सत्र का अभियान 11 अप्रैल को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ चेन्नई में शुरू करना है और टीम पिछली कमजोरियों से सबक लेकर नये सिरे से शुरुआत करने के लिये प्रतिबद्ध होगी। इयोन मोर्गन पहली बार पूरे टूर्नामेंट के लिये केकेआर की कप्तानी संभालेंगे।

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इस तरह से उसके पास सीमित ओवरों की क्रिकेट का सफल कप्तान होगा। इंग्लैंड के विश्व कप विजेता कप्तान ने पिछले साल टूर्नामेंट के बीच में कमान संभाली थी। बायें हाथ के बल्लेबाज मोर्गन ने स्वयं अच्छा प्रदर्शन किया था तथा 14 पारियों में 418 रन बनाये थे। उन्होंने डेथ ओवरों में लंबे शॉट खेलने के अपने कौशल का भी खुलकर प्रदर्शन किया तथा सर्वाधिक 24 छक्के लगाये थे। केकेआर ने निराशाजनक परिणाम के बावजूद अपने 17 खिलाड़ियों को टीम में बनाये रखा लेकिन इस बार कुछ अच्छे खिलाड़ी भी टीम से जोड़े हैं। बांग्लादेश के स्टार आलराउंडर शाकिब अल हसन और बेन कटिंग के आने से उन्हें नारायण और रसेल के अच्छे बैकअप मिल गये हैं। केकेआर के पास प्रसिद्ध कृष्णा के रूप में अच्छा युवा तेज गेंदबाज है लेकिन एक बार फिर से निगाहें आस्ट्रेलियाई सुपरस्टार पैट कमिन्स पर टिकी रहेंगी। उनका साथ देने के लिये टीम में लॉकी फर्ग्यूसन हैं। केकेआर की कमजोरी उसका स्पिन विभाग है। बायें हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव पिछले साल पांच मैचों में केवल एक विकेट हासिल कर पाये थे। गंभीर की अगुवाई में 2012 और 2014 की उसकी खिताबी जीत के नायक रहे नारायण भी नहीं चल पा रहे हैं।

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पिछले साल नारायण को संदिग्ध एक्शन के लिये चेतावनी मिली थी जिसके कारण वह चार मैच नहीं खेल पाये थे। एक अन्य रहस्यमयी स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने नारायण की अनुपस्थिति में जिम्मेदारी संभालकर 17 विकेट लिये थे, लेकिन उनकी फिटनेस चिंता का विषय बनी हुई है। दिनेश कार्तिक ने कप्तानी छोड़कर अपने खेल पर ध्यान देने का निर्णय किया था और वह 2020 की भरपायी 2021 में पूरी करना चाहेंगे। शाकिब और अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह भी दिल्ली और चेन्नई के धीमे विकेटों पर अवसरों का पूरा लाभ उठाना चाहेंगे। केकेआर को शुभमन गिल से अच्छी शुरुआत की आवश्यकता होगी। गिल ने पिछली बार शुरू में काफी गेंदें बर्बाद की थी जिससे मध्यक्रम पर दबाव बना था। मोर्गन की अगुवाई वाली टीम को शुरू में ही अच्छा संयोजन तैयार करना होगा, क्योंकि पिछली बार टीम ऐसा करने में असफल रही थी।

केकेआर की टीम इस प्रकार है : इयोन मोर्गन (कप्तान), दिनेश कार्तिक, शुभमन गिल, नितीश राणा, टिम सेफर्ट, रिंकू सिंह, आंद्रे रसेल, सुनील नारायण, कुलदीप यादव, शिवम मावी, लॉकी फर्ग्यूसन, पैट कमिंस, कमलेश नागरकोटी, संदीप वारियर, प्रसिद्ध कृष्णा, राहुल त्रिपाठी , वरुण चक्रवर्ती, शाकिब अल हसन, शेल्डन जैक्सन, वैभव अरोड़ा, हरभजन सिंह, करुण नायर, बेन कटिंग, वेंकटेश अय्यर और पवन नेगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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