रवि शास्त्री ने T20 WC में टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन की बताई असल वजह, शास्त्री-कोहली युग में भारतीय क्रिकेट ICC के शिखर पर पहुंचा

Ravi Shastri
रेनू तिवारी । Nov 9 2021 10:01AM

शास्त्री ने कहा उनके उत्तराधिकारी राहुल द्रविड़ को ‘विरासत’ में शानदार टीम मिली है और अपने स्तर और अनुभव को देखते हुए टीम के स्तर में सुधार ही करेंगे। इयान बिशप ने जब टी20 विश्व कप में असफल अभियान के बारे में पूछा तो शास्त्री ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘सबसे पहले मेरे दिमाग में आराम की बात आती है।

दुबई। टी 20 विश्व कप में भारत के आखिरी मैच और मुख्य कोच के रूप में अपने आखिरी मैच से पहले रवि शास्त्री ने भारतीय टीम के साथ अपनी यात्रा पर विचार किया। भारत के मुख्य कोच के रूप में नामीबिया के खिलाफ अपने अंतिम मैच से पूर्व रवि शास्त्री ने स्वीकार किया कि भारतीय टीम टी20 विश्व कप के दौरान मानसिक और शारीरिक रूप से थकी हुई थी और उसने ‘जीतने का प्रयास’ भी नहीं किया क्योंकि टीम बड़े मैचों में दबाव की स्थिति के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रही।

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टीम इंडिया के नये कोच  राहुल द्रविड़ के लिए जारी किया संदेश

शास्त्री ने कहा कि उनके उत्तराधिकारी राहुल द्रविड़ को ‘विरासत’ में शानदार टीम मिली है और अपने स्तर और अनुभव को देखते हुए टीम के स्तर में सुधार ही करेंगे। इयान बिशप ने जब टी20 विश्व कप में असफल अभियान के बारे में पूछा तो शास्त्री ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘सबसे पहले मेरे दिमाग में आराम की बात आती है। मैं मानसिक रूप से थका हुआ हूं लेकिन मेरी उम्र में मैं ऐसा होने की उम्मीद करता हूं। लेकिन ये खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक रूप से थके हुए हैं। छह महीने से जैविक रूप से सुरक्षित माहौल का हिस्सा हैं... आदर्श स्थिति में हम इंडियन प्रीमियर लीग और टी20 विश्व कप के बीच में लंबा ब्रेक चाहते क्योंकि बड़े मैचों के साथ आप पर दबाव आता है तो आप उस तरह प्रदर्शन नहीं पाते जैसा आप करना चाहते हैं।’’

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 टीम इंडिया के सभी खिलाड़ी  मानसिक और शारीरिक रूप से थके हुए थे

शास्त्री ने कहा कि वह कोई बहाना नहीं बनाना चाहते लेकिन टीम यहां प्रयास करने और मैच जीतने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थिति में नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई बहाना नहीं है। हम हार स्वीकार करते हैं और हम हारने से नहीं डरते। जीतने का प्रयास करते हुए आप मैच हार सकते हैं लेकिन यहां हमने जीतने का प्रयास नहीं किया क्योंकि हमें एक्स फेक्टर (तुरुप का पत्ता) की कमी खल रही थी।’’

 राहुल द्रविड को विरासत में मिली है शानदार टीम

शास्त्री का मानना है कि द्रविड़ के लिए सबसे अच्छी बात यह होगी कि उनके पास एक विश्व स्तरीय टीम होगी जो बदलाव के दौर से गुजरने से कम से कम चार साल दूर है। द्रविड़ के कार्यकाल की शुरुआत न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर टी20 और टेस्ट श्रृंखला के साथ होगी। शास्त्री ने कहा, ‘‘बेशक राहुल द्रविड़ के रूप में हमारे पास ऐसा व्यक्ति है जिसे विरासम में शानदार टीम मिलेगी और अपने स्तर और अनुभव के साथ वह आने वाले समय में स्तर को और बेहतर ही करेगा।’’

टीम इंडिया के सभी खिलाड़ी आने वाले चार साल तक अच्छा प्रदर्शन करते रहेंगे: शास्त्री

उन्होंने कहा, ‘‘यहां काफी खिलाड़ी हैं जो तीन से चार साल और खेलेंगे जो काफी महत्वपूर्ण है। यह टीम बदलाव के दौर से नहीं गुजर रही और रातों रात नहीं बदलने वाली।’’ शास्त्री ने कहा, ‘‘विराट अभी यहां हैं और टीम के नेतृत्वकर्ता के रूप में वह टेस्ट क्रिकेट का सबसे बड़ा और सर्वश्रेष्ठ दूत है। ’’ शास्त्री ने कहा कि उन्हें अपने काम में सबसे अधिक संतुष्टि ऐसी टीम तैयार करके मिली जो विदेशों में टेस्ट मैच जीत सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘सभी प्रारूपों में काफी सकारात्मक पक्ष है लेकिन मैं कहूंगा कि लाल गेंद से दुनिया भर में जीत दर्ज करना, वेस्टइंडीज, श्रीलंका, आस्ट्रेलिया में जीतना।’’ कोविड-19 के कारण स्थगित पांचवें टेस्ट के संदर्भ में शास्त्री ने कहा, ‘‘इंग्लैंड में हम श्रृंखला में आगे हैं जो टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी बढ़त होगी क्योंकि अगला टेस्ट अगले साल खेला जाएगा लेकिन मुझे इसमें कोई समस्या नहीं और 12 महीने इंतजार के लिए तैयार हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन इन टीमों और प्रत्येक टीम को लाल और सफेद गेंद के क्रिकेट में हराना। हमने टीमों को उनके घर में हराया जो मेरा और टीम का लक्ष्य था। आप हमेशा घर पर शेर थे लेकिन जब हम विदेश में जाते थे तो हम अच्छा प्रदर्शन नहीं करते थे। इस टीम ने बड़ा अंतर पैदा किया।

शास्त्री-कोहली युग में भारतीय क्रिकेट की प्रमुख उपलब्धियां 

-रवि शास्त्री-विराट कोहली के संयोजन में भारतीय क्रिकेट टीम ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है।लगभग सात साल तक चली इसी जोड़ी की प्रमुख उपलब्धियां इस प्रकार हैं।

-बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में जीत (2018-19): दोनों के मार्गदर्शन में भारत ने टेस्ट श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर हराने वाली पहली एशियाई टीम बनकर इतिहास रच दिया।

-ऑस्ट्रेलिया में लगातार दूसरी सफलता (2020-21): कोहली हालांकि पूरे दौरे के लिए उपलब्ध नहीं थे लेकिन शास्त्री के मार्गदर्शन में कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर लगातार दूसरी बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती।

-विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल (2021): भारत ने कोहली और शास्त्री के मार्गदर्शन में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पहले सत्र के फाइनल में जगह बनाई। विराट कोहली की टीम को फाइनल में आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा।

-एकदिवसीय विश्व कप सेमीफाइनल (2019): भारत 2019 आईसीसी विश्व कप के ग्रुप चरण में सर्वश्रेष्ठ टीम बन कर उभरा और अंक तालिका में शीर्ष पर था। सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हारकर उसे टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। 

-इंग्लैंड दौरा (2021)कोहली और शास्त्री की जोड़ी की देखरेख में भारत ने इस साल इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 2-1 की बढ़त कायम की है। भारतीय दल में कोविड-19 के कारण हालांकि आखिरी टेस्ट को निलंबित कर दिया गया है।

-शास्त्री की देखरेख में, भारत ने दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखलाएं जीती।

-शास्त्री के कोच रहते भारत ने 2017 में श्रीलंका का 3-0 से सूपड़ा साफ किया। टीम ने पहली बार यह कारनामा किया था।

-भारत ने पहली बार कैरेबियाई सरजमी पर टेस्ट श्रृंखला में वेस्टइंडीज का सूपड़ा साफ किया। इनके समय के दौरान, भारत तेज गेंदबाजी विभाग में काफी मजबूत हुआ। ऐसी गेंदबाजी इकाई बनी जिसने सभी परिस्थितियों में और दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ प्रभावित किया।

-टेस्ट रैंकिंग के 42 महीने तक शीर्ष पर: कोच शास्त्री और कप्तान कोहली की देखरेख में भारतीय टीम 2016 से 2020 तक 42 महीनों के लिए टेस्ट में दुनिया की नंबर एक टीम बनी रही। 

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