साउथ अफ्रीका के तीन खिलाड़ी मैच फिक्सिंग के मामले में गिरफ्तार, एक दुनिया का पूर्व नंबर-1 गेंदबाज
दरअसल, दुनिया के पूर्व नंबर 1 गेंदबाज लोनवाबो सोतसोबे को मैच फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार किया गया है। उनके अलावा थामी सोलेकिले और टाइटन्स के पूर्व गेदंबाज इथी मभालती भी गिरफ्तार हुए हैं। 2015-16 रैम स्लैम टी-20 मैच फिक्सिंग कांड में तीनों की गिरफ्तारी हुई है।
साउथ अफ्रीका क्रिकेट में भूचाल मच गया है। दरअसल, दुनिया के पूर्व नंबर 1 गेंदबाज लोनवाबो सोतसोबे को मैच फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार किया गया है। उनके अलावा थामी सोलेकिले और टाइटन्स के पूर्व गेदंबाज इथी मभालती भी गिरफ्तार हुए हैं। 2015-16 रैम स्लैम टी-20 मैच फिक्सिंग कांड में तीनों की गिरफ्तारी हुई है।
तीनों पर भ्रष्ट गतिविधियों की रोकथाम और उनका मुकाबला करने संबंधी अधिनियम 2004 की धारा 15 के तहत भ्रष्टाचार के पांच मामलों में आरोप लगाए गए हैं। धारा 15 खेल आयोजनों से संबंधित भ्रष्ट गतिविधियों से संबंधित है। तीनों पर मैचों में हेरफेर करने के लिए रिश्वत लेने या देने का आरोप है, जिससे खेल की अखंडता प्रभावित होती है।
आरोपों की जांच डायरेक्टरेट ऑफ प्रायोरिटी क्राइम इन्वेस्टिगेशन द्वारा की गई, जिसे हॉक्स के नाम से जाना जाता है। ये संघठित और आर्थिक अपराधों से निपटने के लिए साउथ अफ्रीकी पुलिस सेवा की एक शाखा है। ये आरोप 2015-16 के रैम स्लैम चैलेंज के मैच फिक्सिंग मामले से जुड़े हैं। ये तीन खिलाड़ी उन सात खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्हें घरेलू टी20 टूर्नामेंट के दौरान मैच फिक्स करने के प्रयासों में शामिल होने के लिए 2016 और 2017 में क्रिकेट साउथ अफ्रीका द्वारा प्रतिबंधित किया गया था।
बता दें कि, गुलाम बोदी पहले ही जेल में समय बिता चुके हैं जबकि जीन सिस्म और पुमी मात्शिकवे को 2021 और 2022 में दोषी ठहराए जाने के बाद निलंबित सजा दी गई थी। सोतसोबे, सोलेकिले और मभालती के खिलाफ मामले फरवरी 2025 तक स्थगित कर दिए गए हैं। सातवें खिलाड़ी अल्वीरो पीटरसन के खिलाफ किसी भी कार्रवाई के बारे में कोई विवरण नहीं है। सभी सात खिलाड़ियों को सीएसए द्वारा दो से 12 साल के बीच का प्रतिबंध भी लगाया गया था।
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