2021 ने मुसीबतों से जूझना सिखाया, 2022 सबको खुशियाँ देने आया

new year 2022

देश में अब कोरोना काल में एक बहुत अच्छा संकेत यह है कि आम व खास सभी वर्गों के लोग अपने दुखदर्दों को भूलकर तेजी के साथ अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या को भयमुक्त करके सामान्य व खुशहाल बनाने के लिए लगातार धरातल पर प्रयास करने लगे हैं।

दुनिया के बहुत सारे देशों में प्रचलित अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार वर्ष 2021 का समापन होकर नूतन वर्ष 2022 की शुरुआत शनिवार के दिन से हो गयी है। हालांकि कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते पिछले दो वर्षों से ही पूरी दुनिया एक अजीब से भय में जीवन यापन करने के लिए मजबूर है, लोग अपनों के साथ इकट्ठा होकर खुशियां साझा करने में भी डर रहे हैं, आज भी दुनिया को अपने घरों में कैद कर देने के लिए बार-बार मजबूर करने वाला कोराना का खतरनाक काल निरंतर चल रहा है, अच्छी लेकिन बात यह है कि अब हम लोगों ने कोरोना की गाइडलाइंस का पालन करते हुए इसके साथ जीवन जीना सीख लिया है। दुनिया भर में वर्ष 2021 में लोग अपनी बेहाल आर्थिक स्थिति, अपनों को कोरोना के चलते असमय काल का ग्रास बनने का दुख लिए हुए, मंदी से जूझ रहे व्यापार व काम धंधे, बेरोजगारी व डर के चलते बहुत ज्यादा तनावग्रस्त रहे हैं, हालांकि यह स्थिति हमारे देश व समाज के लिए उचित नहीं है, लेकिन ईश्वर की इच्छा पर किसी का कोई बस नहीं चलता है। वर्ष 2021 ने बहुत सारे लोगों को ताउम्र ना भूलने वाले जख्म देने का कार्य किया था, हालात यह हो गये थे कि कोरोना के भय व बचाव के मारे लोग लंबे समय से दिल खोलकर ज़िंदादिली के साथ खुशियां तक मनाने के लिए तरस गये हैं। लेकिन पिछले कुछ माह से भारत के दृष्टिकोण से अच्छी बात यह रही है कि दूसरी लहर के द्वारा उत्पन्न कोरोना के भयानक प्रकोप को लोगों व सरकार के प्रयास के द्वारा नियंत्रित कर लिया गया। वैसे अब कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के आने से देश में एक बार फिर से कोरोना का प्रकोप बढ़ने की संभावना हो गयी है, लेकिन अब देश के समझदार लोग स्वयं ही जागरूक होकर कोरोना से बचाव के नियमों का अक्षरशः सावधानी के साथ पालन करते हुए उसके ग्राफ को नियंत्रण में रखने में सरकार का दिल से सहयोग कर रहे हैं। 

इसे भी पढ़ें: PM मोदी ने 10 करोड़ से ज्यादा किसानों को दिया नए साल का तोहफा, जारी की पीएम-किसान की 10वीं किस्त

देश में अब कोरोना काल में एक बहुत अच्छा संकेत यह है कि आम व खास सभी वर्गों के लोग अपने दुखदर्दों को भूलकर तेजी के साथ अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या को भयमुक्त करके सामान्य व खुशहाल बनाने के लिए लगातार धरातल पर प्रयास करने लगे हैं। पिछ़ले वर्ष की तरह ही एक बार फिर से कोराना काल के दरम्यान ही अंग्रेजी नव वर्ष 2022 का आगमन हो गया है। लेकिन इस बार 31 दिसंबर को शुक्रवार होने के चलते भारत में शनिवार व रविवार में छुट्टियों का विशेष अवसर लोगों को मिलने के चलते अंग्रेजी नववर्ष को जोशोखरोश व हर्षोल्लास के साथ पूरी धूमधाम और बेहद चकाचौंध कर देने वाले तरीकों से लंबे समय तक मनाने की तैयारी है। वैसे भी खुशियों के चंद लम्हों को भी जीने के लिए आपदाकाल में अब हम लोगों को बहानों की तलाश रहती है, यह तो अंग्रेजी नूतन वर्ष 2022 के स्वागत का एक बड़ा अवसर है, फिर हम चैन से घरों में कहाँ तक बैठेंगे। वैसे तो अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी के दिन बहुत सारे देशों में बड़े पैमाने पर अंग्रेजी नववर्ष को पूर्ण हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, हमारे देश भारत में भी बहुत सारे लोगों व बाजार की ताकत के बलबूते अंग्रेजी नूतन वर्ष को जमकर धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है। आज अंग्रेजी नूतन वर्ष की हर्ष पूर्ण बेला पर मैं चंद पंक्तियों के माध्यम से अपनी भावना व्यक्त करना चाहता हूँ-

"विदा हो रही है जख्म देने वाली साल,

आ रहा है धूमधाम मचाने नूतन वर्ष यार,

ठाना है रुख बदल देगें हवाओं का हम,

एकजुट होकर मैदान में आयेंगे जब हम,

मेहनत के बलबूते बदल देंगे दुनिया सारी,

खत्म कर देंगे दुनिया से नकारात्मकता सारी, 

भरोसा है हमको मेहनत पर अपनी यारों,

हौसले के बलबूते हम लोग आने वाले,

नववर्ष 2022 में भर देगें खुशियों से दुनिया सारी,

ईश्वर से दुआ है वो खत्म कर दे दुनिया से,

नकारात्मकता नफरत व जहालत सारी,

बस खुशहालियों से भर दे दुनिया को सारी।"

अंग्रेजी नूतन वर्ष पर मैं अपने इन शब्दों में छिपी सकारात्मक भावना के साथ यह उम्मीद करता हूँ कि अब हम सभी देशवासी आपसी मनमुटाव को भूलकर व कोरोना के द्वारा दिये गये गहरे जख्मों को भूलकर फिर से अपने जीवन की एक नई शानदार शुरुआत करते हुए देश निर्माण के लिए रात-दिन जुटकर कार्य करेंगे। वैसे भी हममें से अधिकांश लोग हमेशा यह चाहते हैं कि नूतन वर्ष की एक बहुत अच्छे से शुरुआत हो और हम लोग उज्ज्वल भविष्य की आशा में सकारात्मक ऊर्जा व हर्षोल्लास के साथ जीवन पथ पर निरंतर चलते रहें। हम लोगों की मान्यता है कि नववर्ष का प्रथम दिन सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए ज़िंदगी में एक बेहद महत्वपूर्ण दिन होता है, हम उसके ही अनुरूप अपनी दिनचर्या को निर्धारित करते हुए जीवन पथ पर चलने का प्रयास करते हैं। हमें उम्मीद है कि यह नूतन वर्ष एक नई उम्मीद, नई आशाएं, नई खुशियां, जीवन में नई उमंग, नये लक्ष्य व ज़िंदगी के लिए जरूरी सकारात्मक ऊर्जा लेकर आया है।

इसे भी पढ़ें: नये साल के पहले दिन हिमाचल प्रदेश के मंदिरों व शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं का तांता

नववर्ष के प्रथम दिन हम लोगों को संकल्प लेना होगा कि वो बीते वर्ष की खट्टी-मीठी व कड़वी यादों को दिलों में संजोकर उनसे सबक लेकर जीवन पथ पर पूर्ण सकारात्मक ऊर्जा के साथ अग्रसर होकर तय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए दिल से प्रयास करेंगे। आज हम सभी देशवासियों को इस अंग्रेजी नूतन वर्ष 2022 का कोरोना से बचाव की तय सभी गाइडलाइंसों का पूर्ण रूप से पालन करते हुए हर्षोल्लास व ज़िंदादिली से स्वागत करना चाहिए। हम लोगों को अपने-अपने आराध्य सर्वशक्तिमान ईश्वर का तहेदिल से आभार व्यक्त करना चाहिए कि हम सभी के जीवन में फिर से एक बार नववर्ष उदित होने का अवसर आया है, उसके लिए हम हमेशा ऋणी रहेंगे। नूतन वर्ष में हम सभी के जीवन में नव आशा, नव उत्साह, नव हर्ष हो, ज़िंदगी में नयी ताजगी हो, एक नई उमंग हो, अपनों का हर वक्त संग हो, प्रगति के पथ पर चलते हुए हर्ष हो, नववर्ष नई आशाओं से पूर्ण शोभित हो, हम लोग कोरानाकाल में उत्पन्न बेहद गंभीर समस्याओं से मुक्त होकर जल्द से जल्द तनाव से मुक्त हों, हम सभी देशवासियों के जीवन में इन्हीं सकारात्मक मंगलकामनाओं के साथ नई आशाएँ व नई अभिलाषाएँ के साथ नूतन वर्ष 2022 बहुत ही शानदार ढंग से उदित हो।

-दीपक कुमार त्यागी

(वरिष्ठ पत्रकार व राजनीतिक विश्लेषक)

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़