यूटरस का ख्याल रखने के लिए रूजुता दिवेकर के बताए गए यह उपाय अपनाएं

uterus prolapse reason
मिताली जैन । Aug 15 2021 8:39AM

सेलिब्रिटी डायटीशियन यह बताती हैं कि अगर आप अपने यूटरस को हेल्दी बनाए रखना चाहती हैं तो आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखना होगा। इसमें सबसे पहला व जरूरी है एक अच्छे पॉश्चर को मेंटेन करना।

यूटरस महिला के शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। यह महिला के गर्भधारण में एक मुख्य भूमिका निभाता है। लेकिन बच्चे के जन्म के बाद कुछ महिलाओं को यूटरस प्रोलैप्स की समस्या हो सकती हैं। इतना ही नहीं, उम्र के बढ़ने विशेष रूप से मेनोपॉज के दौरान जब महिलाओं की मसल्स कमजोर होने लगती हैं तो भी यूटरस प्रोलैप्स की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यह एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है, जिस पर समय रहते ध्यान दिया जाना बेहद आवश्यक है। हालांकि, कुछ महिलाओं को तो इसके बारे में जानकारी ही नहीं होती। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको रूजुता दिवेकर द्वारा बताए गए कुछ आसान टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जिसकी मदद से आप अपने यूटरस का ख्याल रख सकती हैं−

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क्या है यूटरस प्रोलैप्स

यूटरस का ख्याल रखने से पहले आपको यूटरस प्रोलैप्स के बारे में जानना चाहिए। जब महिला का गर्भाशय अपनी जगह से खिसकने लगे तो इसे यूटरस प्रोलैप्स कहा जाता है। दरअसल, एक महिला का गर्भाशय मांसपेशियों की मदद से अपनी जगह पर टिका होता है। लेकिन प्रसव के समय या फिर मेनोपॉज के दौरान जब महिला का शरीर कमजोर होने लगता है, तो मांसपेशियां गर्भाशय को पकड़कर नहीं रख पातीं। जिस वजह से यूटरस अपनी जगह से खिसकता है और इसे ही यूटरस प्रोलैप्स होना कहा जाता है। कभी−कभी तो यह प्रोलैप्स इतना गंभीर भी हो सकता है कि वह वजाइना से ही बाहर निकल सकता है।

गुड पॉश्चर को करें मेंटेन

सेलिब्रिटी डायटीशियन यह बताती हैं कि अगर आप अपने यूटरस को हेल्दी बनाए रखना चाहती हैं तो आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखना होगा। इसमें सबसे पहला व जरूरी है एक अच्छे पॉश्चर को मेंटेन करना। जब आप खड़ी होती हैं और अगर उस समय आप सही ढंग से खड़ी नहीं होती तो इसका विपरीत प्रभाव आपके गर्भाशय पर पड़ सकता है।

जरूर करें एक्सरसाइज

यूं तो फिट रहने के लिए हर किसी को व्यायाम अवश्य करना चाहिए। लेकिन अगर बात आपके गर्भाशय की हो तो कुछ खास एक्सरसाइज का अभ्यास करने से आपको लाभ मिलता है। बेहतर यूटरस हेल्थ के लिए आप साइकिलिंग, स्क्वैट्स, इनवर्सन व केगेल जैसी एक्सरसाइज को अपने फिटनेस रूटीन में शामिल करें। यह आपके गर्भाशय को अतिरिक्त मजबूती प्रदान करता है।

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खानपान पर भी करें फोकस

वहीं आपका आहार भी आपके यूटरस के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। अगर आप अपने यूटरस को अधिक हेल्दी बनाना चाहती हैं तो इसके लिए आपको कुछ फूड्स को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। आप रागी, राजगीरा, लोकल बेरीज, हंग कर्ड की चटनी आदि को जरूर खाएं। यह आपके गर्भाशय को अतिरिक्त मजबूती प्रदान करेंगे। जिससे उसके खिसकने या प्रोलैप्स की समस्या का आपको आगे चलकर सामना नहीं करना पड़ेगा।

मिताली जैन

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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