40 की उम्र में सोनम कपूर की दूसरी प्रेग्नेंसी, जानें डॉक्टर से, दूसरे बच्चे की प्लानिंग कैसे करें?

sonam kapoor
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सोनम कपूर की दूसरी प्रेग्नेंसी की घोषणा ने कई कपल्स को दूसरे बच्चे के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार, पहला बच्चा अक्सर माता-पिता के लिए होता है, जबकि दूसरा बच्चा पहले बच्चे को एक साथी देने और उनके सामाजिक व भावनात्मक विकास के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। बच्चों को एक-दूसरे के साथ खेलना, सीखना और मुश्किल समय में सहारा देना सिखाने के उद्देश्य से दूसरा बच्चा प्लान करना एक सकारात्मक कदम हो सकता है, जो पारिवारिक रिश्तों को और मजबूत बनाता है।

बॉलीवुड की स्टाइलिश डिवा सोनम कपूर ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर सेकेंड प्रेग्नेंसी का अनाउंस किया है। एक्ट्रेस 40 की उम्र में दूसरी बार मां बनने वाली है। पहले बेटे के जन्म के 2 साल बाद सोनम एक बार फिरसे प्रेग्नेंट हैं। सोनम कपूर की प्रेग्नेंसी की खबरें सुनकर कई सारे कपल्स भी दूसरे बच्चे का प्लान करने का जरुर सोच रहे हैं। आज के समय में ज्यादातर कपल्स बच्चा करना और उसकी जिम्मेदारी उठाने के लिए काफी स्ट्रगल कर रहे हैं। ऐसे में घर वालों का प्रेशर या किसी एक पार्टनर की चाहत के कारण कपल्स दुविधा में है कि, दूसरा बच्चा प्लान करें या नहीं। आमतौर पर महिलाएं भी कंफ्यूज रहती दूसरा बेबी प्लान करने को लेकर, ऐसे में वे भी किसी एक्सपर्ट की सलाह लेना जरुर चाहती होगी। गायनेकोलॉजिस्ट ने दूसरे बच्चे के प्लान को लेकर एकदम सही सलाह दी है। 

क्यों दूसरा बच्चा प्लान करना है?

कई सारे कपल्स हैप्पी मैरिड लाइफ जी रहे हैं वो एक बच्चा करने के बाद दूसरे बच्चे के बारे में सोचते हैं। हालांकि, किसी एक पार्टनर का कंफ्यूजन उन्हें नतीजे तक नहीं पहुंचने देता है। घरवालों का प्रेशर या पार्टनर के चाहने से कोई  भी दूसरा बच्चा नहीं चाहता है। हालांकि, डॉक्टर की ये सलाह जरुर आपको डिसीजन लेने में हेल्प करेगी।

 

दूसरा बच्चा करने की जरुरत?

आखिर यह सवाल उठता है कि दूसरा बच्चा क्यों करना है। हेल्थ एक्सपर्ट ने बताया है कि पहला बच्चा ज्यादातर पैरेंट्स खुद के लिए करते हैं। उसको हर दिन बढ़ते हुए देख और खुश होते हैं। हालांकि, दूसरा बच्चा लोग अपने पहले बच्चे के लिए करते हैं। क्योंकि उस बच्चे को एक सिबलिंग की जरुरत होती है। जिसके साथ वो खेले-कूदे, सीखे, पढ़े-लिखें और चीजों को शेयर करना सीखे। दोनों मिलकर एक्टीविटी करें और जब वो बच्चे बड़े हो जाए, तो एक-दूसरे का साथ दें। एक-दूसरे का सपोर्ट करें और हर मुश्किल और खुशी के समय में साथ रहते हैं। दूसरे बच्चे करने की कंफ्यूजन है, तो डॉक्टर की इस सलाह पर ध्यान दें। 

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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