श्रीलंका में आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई में 6 बच्चों समेत 15 की मौत
सुरक्षा बल ईस्टर पर हुए धमाकों के लिए जिम्मेदार स्थानीय आतंकवादी समूह नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) के सदस्यों की तलाश कर रहे हैं। इन धमाकों में 253 लोग मारे गए थे और 500 से अधिक घायल हो गए थे।
कोलंबो। श्रीलंका के पूर्वी प्रांत में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ के दौरान आत्मघाती हमलावरों ने खुद को उड़ा लिया जिसमें छह बच्चों और तीन महिलाओं समेत 15 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। सुरक्षा बल ईस्टर पर हुए धमाकों के लिए जिम्मेदार स्थानीय आतंकवादी समूह नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) के सदस्यों की तलाश कर रहे हैं। इन धमाकों में 253 लोग मारे गए थे और 500 से अधिक घायल हो गए थे।
A civilian was also killed in the crossfire during the night-time raid near the predominantly Muslim town of Kalmunai, with hundreds of families later fleeing their homes. @AFP https://t.co/X52cyBIXir
— AFP South Asia (@AFPSouthAsia) April 27, 2019
पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ)और सेना के जवानों ने एक खुफिया सूचना के आधार पर कोलंबो से करीब 360 किलोमीटर दूर स्थित कलमुनई शहर में एक मकान पर छापा मारा जिसके बाद सशस्त्र समूह के साथ भीषण मुठभेड़ हुई। सशस्त्र लोगों ने जवानों पर गोलियां चलाई। मुठभेड़ की चपेट में आए एक नागरिक की भी मौत हो गई। हिंसक झड़पों के दौरान माना जाता है कि तीन लोगों ने विस्फोटकों से खुद को उड़ा लिया।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि कुल 15 शव बरामद हुए हैं जिसमें छह पुरुष, तीन महिलाएं और छह बच्चे हैं। कम से कम चार संदिग्ध आत्मघाती हमलावर मारे गए और तीन अन्य घायल अस्पताल में हैं। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 15 मृतकों में संदिग्ध आत्मघाती हमलावर भी शामिल हैं। पुलिस के एक प्रवक्ता रुवन गुनशेखर ने कहा कि जब पुलिस सैंदामरुडु में संयुक्त तलाशी अभियान चला रही थी तो उन पर गोलियां चलाई गई।
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घटनास्थल पर एक आत्मघाती धमाका हुआ और टी56 असॉल्ट राइफल के साथ एक आतंकवादी का शव बरामद किया गया। घटनास्थल से भारी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद किए गए। सेना के एक अधिकारी ने कहा कि अधिकारियों ने डेटोनेटर, आत्मघाती किट्स, सेना की वर्दी और आईएसआईएस के झंड़े बरामद किए हैं। इस बीच, पुलिस ने बताया कि कलमुनई, चावलकडे और सम्मंथुरई के मुस्लिम बहुल इलाकों में लागू कर्फ्यू अगले नोटिस तक जारी रहेगा। धमाकों के संबंध में अभी तक कम से कम 76 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पिछले 24 घंटे में 20 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने दक्षिण कोलंबो के उपनगर वेल्लावट्टा में एक रेलवे स्टेशन के समीप एक किलोग्राम विस्फोटक भी बरामद किया।
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शनिवार सुबह चार बजे अन्य इलाकों से कर्फ्यू हटा दिया गया। गत रात सुरक्षा परिषद की बैठक हुई जिसमें यह फैसला लिया गया कि आतंकवादियों पर कार्रवाई के लिए तलाश अभियान तब तक जारी रहना चाहिए जब तक उनका पूरी तरह सफाया नहीं हो जाए। होटलों, स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा में सुधार किया गया है।
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गौरतलब है कि ईस्टर पर रविवार को नौ आत्मघाती हमलावरों ने तीन गिरजाघरों और तीन लग्जरी होटलों पर सिलसिलेवार बम धमाके किए जिसमें 253 लोगों की मौत हो गई। इस्लामिक स्टेट ने हमलों की जिम्मेदारी ली है लेकिन सरकार ने हमलों के लिए स्थानीय इस्लामिक चरमपंथी समूह एनटीजे को जिम्मेदार ठहराया है। राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरीसेना ने शुक्रवार को कहा कि इस्लामिक स्टेट से जुड़े 130 से अधिक संदिग्ध देश में सक्रिय हैं। प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि श्रीलंका को आईएस से जुड़े स्थानीय आतंकवादी संगठनों के खतरों से निपटने के लिए नए कानूनों की जरुरत है।
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